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Mann ki Baat: 'मन की बात' के 10 साल पूरे, पीएम मोदी ने कहा- करोड़ों श्रोता इस कार्यक्रम के असली सूत्रधार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम के 10 साल पूरे हो गए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि देश के करोड़ों श्रोता ही इस कार्यक्रम के असली सूत्रधार हैं। यह मन की बात कार्यक्रम का 114वां एपिसोड है। वहीं तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद यह पीएम मोदी का चौथा कार्यक्रम है।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Sun, 29 Sep 2024 12:03 PM (IST)
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मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से पीएम मोदी ने किया संबोधित।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार सुबह 11 बजे 'मन की बात' कार्यक्रम के माध्यम से देशवासियों को संबोधित किया। अपने 114वें एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा कि आज का एपिसोड भावुक करने वाला है। उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम को 10 साल पूरे हो रहे हैं। 2014 में 3 अक्टूबर को मन की बात कार्यक्रम की शुरूआत हुई थी। उस दिन विजयादशमी का दिन था। यह बेहद सुखद संयोग है कि इस बार 3 अक्टूबर को नवरात्रि का पहला दिन है।

श्रोता ही असली सूत्रधार

पीएम मोदी ने कहा कि श्रोता ही इस कार्यक्रम के असली सूत्रधार हैं। पीएम मोदी ने कहा कि जब तक चटपटी और नकारात्मक बात न हो तब तक तवज्जों नहीं मिलती है। मगर मन की बात कार्यक्रम ने साबित किया है कि देश के लोगों में सकारात्मक जानकारी की कितनी भूख है।

पीएम मोदी ने कहा धन्यवाद

पीएम ने कहा कि मन की बात के 10 साल की यात्रा ने ऐसी माला तैयार की है। जिसमें हर एपिसोड के साथ नई गाथाएं और नए कीर्तिमान और नए व्यक्तित्व जुड़ जाते हैं। सामूहिकता के साथ होने वाले हर कार्यक्रम को मन की बात में सम्मान मिलता है। पीएम मोदी ने टीवी चैनलों और प्रिंट मीडिया को धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि इन सस्थानों ने कार्यक्रम को घर-घर पहुंचा दिया है।

झांसी की महिलाओं का पीएम ने किया जिक्र

जल संरक्षण का मुद्दा पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रम में उठाया। उन्होंने कहा कि बारिश के पानी का अभी संरक्षण जल संकट के वक्त काम आएगा। उन्होंने कहा कि कई लोग इस दिशा में बहुत बेहतरीन काम कर रहे हैं। ऐसा ही एक प्रयास उत्तर प्रदेश के झांसी में देखने को मिला है। झांसी में कुछ महिलाओं ने घुरारी नदी को नया जीवन दिया है।

ये महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुडी हैं। इन महिलाओं ने जल सहेली बनकर इस अभियान का नेतृत्व किया है। महिलाओं ने मृतप्राय नदी को जिस तरह से बचाया है, उसकी किसी ने कल्पना नहीं की होगी। इन महिलाओं ने बोरियों में बालू भरकर चेक डैम बनाया और नदी को पानी से लबालब भर दिया।

डिंडोरी की महिलाओं की भी सराहना

पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश के दो प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि डिंडोरी के रयपुरा गांव में एक बड़े तालाब के निर्माण से भूजल स्तर काफी बढ़ गया है। इसका फायदा गांव की महिलाओं को मिला। शारदा अजीविका स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं ने मछली पालन शुरू किया। इससे उनकी आय भी बढ़ी।

छतरपुर की महिलाओं ने तालाब को किया जीवित

छतरपुर में भी महिलाओं ने खौंप गांव में बड़ा तालाब जब सुखने लगा तो इसे जीवित करने का प्रयास शुरू किया। हरी बागिया स्वयं सहायता समूह की इन महिलाओं ने बड़ी मात्रा में गाद निकाली। इस गाद का इस्तेमाल महिलाओं ने बंजर जमीन पर किया और बाग तैयार की।

उत्तराखंड के झाला गांव का भी किया उल्लेख

पीएम मोदी ने उत्तराखंड के गांव झाला का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस गांव के युवा रोजाना गांव में दो घंटे सफाई करते हैं। इससे गांव स्वच्छ हो रहा है और लोग जागरुक भी हो रहे हैं। पीएम मोदी ने पुडुचेरी की रम्या की भी तारीफ की। वे युवाओं की मदद से समुद्र तट पर सफाई अभियान चला रही हैं। पीएम मोदी ने कहा कि दो अक्तूबर को स्वच्छता अभियान के 10 साल पूरे होंगे।

अमेरिका ने लौटाई 300 कलाकृतियां

पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिकी यात्रा के दौरान वहां की सरकार ने करीब 300 प्राचीन कलाकृतियों को वापस लौटाया है। बाइडन ने अपने आवास पर कुछ कलाकृतियों को दिखाया भी। इनमें से कई कलाकृतियां चार हजार साल पुरानी हैं। इनमें भगवान श्री कृष्ण और भगवान बुद्ध की प्रतिमा भी शामिल हैं। कांसे से बनी भगवान गणेश और भगवान विष्णु की प्रतिमाएं भी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इन्हें तस्करी करके विदेश ले जाया गया था।

संथाली भाषा को संरक्षित करने का प्रयास

पीएम मोदी ने कहा कि संथाल जनजाति की संथाली भाषा को डिजिटल इनोवेशन के माध्यम से संरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है। भारत के अलावा बांग्लादेश, नेपाल और भूटान में यह भाषा बोली जाती है। ओडिशा के मयूरभंज में रहने वाले राम जी टूडू एक अभियान चला रहे हैं। उनके प्लेटफॉर्म पर संथाली भाषा से जुड़ा साहित्य पढ़ा और लिखा जा सकता है।

शुभाश्री ने लगाया जड़ी-बूटियों का बगीचा

एक पेड़ मां के नाम कार्यक्रम का भी पीएम मोदी ने जिक्र किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में शुभाश्री का उल्लेख किया। इन्होंने दुर्लभ और बहुत उपयोगी जड़ी-बूटियों का एक बगीचा तैयार किया है। शुभाश्री तमिलनाडु के मदुरै की रहने वाली हैं। पेशे से शुभाश्री शिक्षिका हैं। 80 के दशक में सांप ने उनके पिता को काट लिया था। तब जड़ी-बूटियों ने उनकी सेहत सुधारने में काफी मदद की थी। इस घटना के बाद उन्होंने जड़ी-बूटियों की खोज की और अपने गांव में बाग तैयार किया।

मेक इन इंडिया से हर वर्ग को मिला फायदा

पीएम मोदी ने कहा कि मेक इन इंडिया कार्यक्रम के भी 10 साल पूरे हुए हैं। इस अभियान की सफलता में बड़े उद्योगों से लेकर छोटे दुकानदार तक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान से गरीब, मध्यम वर्ग और एमएसएमई को बहुत फायदा मिल रहा है। आज भारत मैन्युफैक्चरिंग का पावर हाउस बना है। हर क्षेत्र में देश का निर्यात लगातार बढ़ रहा है। क्वालिटी और वोकल फॉर लोकल पर अब अधिक फोकस करने की जरूरत है। पीएम मोदी ने त्योहार में हर चीज मेड इन इंडिया ही खरीदने की अपील की।