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Essential Medicines: खरगे के आरोपों को मांडविया ने किया खारिज, कहा- कम हुई है जरूरी दवाओं की कीमत

देश में जरूरी दवाओं की कीमत में बढ़ोतरी के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आरोपों को मनसुख मांडविया ने सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि मांडविया ने कहा कि एक अप्रैल से जरूरी दवाओं की कीमत में औसतन 6.73 फीसद की कमी आई है।

By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Mon, 03 Apr 2023 08:13 PM (IST)
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खरगे के आरोपों को मांडविया ने किया खारिज। फाइल फोटो।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देश में जरूरी दवाओं की कीमत में बढ़ोतरी के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आरोपों को स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने सिरे से खारिज कर दिया है। खरगे के ट्वीट पर लगाए आरोपों का जवाब ट्वीट पर देते हुए मांडविया ने कहा कि असल में एक अप्रैल से जरूरी दवाओं की कीमत में औसतन 6.73 फीसद की कमी आई है। खरगे ने 384 दवाओं और 1000 फार्मूलेशंस की कीमत 11 फीसद बढ़ने का आरोप लगाया था।

मनसुख मांडविया के अनुसार, खरगे ने आधी-अधूरी जानकारी के आधार पर दवाओं की कीमत बढ़ने का आरोप लगाया था। मांडविया ने कहा कि असल में सरकार ने 870 दवाओं को जरूरी दवाओं की सूची में डाल दिया है। जरूरी सूची में शामिल दवाओं की कीमत सरकार तय करती है। इसके तहत 651 दवाओं की कीमत हो चुकी है और एक अप्रैल से यह लागू भी हो गया है।

उन्होंने कहा कि दूसरी ओर संप्रग काल में 2013 में बने कानून के तहत दवा कंपनियों को हर साल दवाओं के थोक मूल्य में बढ़ोतरी का अधिकार है। इसके तहत इस बार कंपनियों ने दवाओं की कीमत में 12 फीसद की बढ़ोतरी की। लेकिन जरूरी दवाओं की सूची में शामिल दवाओं की कीमत औसतन 16 फीसद कम हो गई।

उन्होंने आगे कहा कि दोनों को मिला दें, तो सचमुच में इन जरूरी दवाओं की कीमत में औसतन 6.73 फीसद की कमी आई है। मांडविया ने कहा कि देश में कुल बिकने वाली दवाओं में लगभग 95 हिस्सा जरूरी दवाओं की सूची में शामिल दवाओं की है। 651 के बाद बाकी बची दवाओं की कीमत निर्धारण का काम चल रहा है और इनकी कीमत जल्द ही जारी कर दी जाएगी।