जोशीमठ में स्थित सेना के मुख्य कैंप की कई इमारतों में भी आई दरार, सैन्य आवागमन में कोई दिक्कत नहीं
सेना दिवस से पहले अपनी सालाना प्रेस कांफ्रेंस में जोशीमठ के हालात को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए जनरल मनोज पांडे ने जमीन धंसने और भवनों में दरारें आने की घटनाओं पर कहा कि भारतीय सेना की 25 से 28 इमारतों में मामूली दरारें देखने में आयी।
By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarUpdated: Thu, 12 Jan 2023 07:03 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। आपदाग्रस्त जोशीमठ में स्थित सेना के मुख्य कैंप की दो दर्जनों से अधिक इमारतों में भी दरार आयी हैं और इसे देखते हुए सेना ने इन भवनों को खाली करा लिया है। साथ ही यहां से सैनिकों को अस्थायी रूप से दूसरी सुरक्षित जगह रहने की व्यवस्था कर दी गई है। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा कि जोशीमठ की मौजूदा स्थिति के चलते चीन से लगी अग्रिम सीमा के मोर्चे पर जाने वाली सड़कों में भी दरारें आयी हैं मगर इससे सैन्य आवागमन पर कोई फर्क नहीं आया है।
सेना दिवस से पहले अपनी सालाना प्रेस कांफ्रेंस में जोशीमठ के हालात को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए जनरल मनोज पांडे ने जमीन धंसने और भवनों में दरारें आने की घटनाओं पर कहा कि भारतीय सेना की 25 से 28 इमारतों में मामूली दरारें देखने में आयी है।
सड़क पर आए दरारों को दुरूस्त कर रहा सीमा सड़क संगठन
इसके बाद इन इमारतों में रह रहे सैनिकों को अस्थायी रूप से सुरक्षित दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है। सेना प्रमुख ने यह भी कहा है कि हालात की समीक्षा के उपरांत जरूरत हुई तो इन्हें स्थाई रूप से औली में शिफ्ट किया जा सकता है। जोशीमठ संकट के चलते चीन से लगी सीमा पर सैन्य आवागमन प्रभावित होने के सवाल पर सेना प्रमुख ने कहा कि अग्रिम क्षेत्रों में सेना की आवाजाही और पहुंच प्रभावित नहीं हुई है।सड़कों में कई जगह दरारें जरूर आयी हैं मगर सीमा सड़क संगठन इन्हें दुरूस्त कर रहा है। जहां तक बायपास रोड की बात है तो अस्थायी तौर पर काम रोक दिया गया है मगर अग्रिम क्षेत्रों तक हमारी पहुंच में किसी तरह की दिक्कत नहीं है।