Move to Jagran APP

कितने बदलापुर? अब तो स्कूल भी डराने लगे! कहीं प्रिंसिपल ने बच्ची को मार डाला तो कहीं शिक्षक निकला हैवान

स्कूलों में बच्चों के यौन शोषण के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। खास बात यह है कि अधिकांश मामलों में शिक्षक ही आरोपी निकले। गुजरात में एक प्रिंसिपल ने छह साल की मासूम को साथ जो किया... उसे जान कर हर कोई हैरान है। देहरादून से भोपाल तक बच्चों के यौन शोषण के कई मामले सामने आ चुके हैं।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Thu, 26 Sep 2024 09:41 AM (IST)
Hero Image
स्कूलों में बढ़ रहे यौन शोषण के मामले। (सांकेतिक फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के बदलापुर में एक स्कूल में दो बच्चियों के यौन शोषण और बाद में आरोपी के मुठभेड़ पर मचा बवाल थम नहीं रहा है। मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। वहीं स्कूलों में बच्चियों के यौन शोषण के मामलों ने सुप्रीम कोर्ट तक की चिंता बढ़ा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों को निर्देश जारी कर स्कूलों में केंद्र की गाइडलाइन को लागू करने को कहा। बढ़ते यौन शोषण के मामलों की वजह से अब स्कूल भी माता पिता को डराने लगे हैं।

यह भी पढ़ें: गाजियाबाद के 12 हजार लोगों को भेजे जाएंगे डिमांड नोटिस, बिल भेजने के बाद भी नहीं जमा किया भवन कर

कहीं प्रिंसिपल तो कहीं शिक्षक निकले हैवान

गुजरात के दाहोद जिले में छह साल की बच्ची की स्कूल प्रिंसिपल ने सिर्फ इसलिए हत्या कर दी, क्योंकि उसने यौन शोषण का विरोध किया। उत्तराखंड के देहरादून में एक 10वीं की छात्रा के साथ दुष्कर्म के प्रयास का मामला सामने आया। उत्तराखंड में ही उधमसिंह नगर में चार साल की बच्ची के साथ स्कूल में सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इस मामले में सभी आरोपी नाबालिग हैं।

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में तीन साल की बच्ची के साथ स्कूल का शिक्षक ही हैवानियत कर रहा था। हाल ही में भोपाल में यौन शोषण के कई मामले सामने आ चुके हैं। हरियाणा के यमुनानगर जिले में स्कूल जाते वक्त छह लड़कियों से छेड़छाड़ का मामला सामने आया तो प्रशासन में हड़कंप मच गया।

चर्चा में हैवानियत के ये मामले

  • गुजरात के दाहोद जिले में पुलिस ने एक प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया। प्रिंसिपिल ने छह साल की बच्ची के यौन शोषण का प्रयास किया। मगर बच्ची ने इसका विरोध किया और चिल्लाने लगी। इसी से खफा प्रिंसिपल ने बच्ची का गला घोट दिया। दिनभर शव को अपनी कार में रखा और शाम को स्कूल परिसर में फेंक दिया। बच्ची रोजाना प्रिंसिपल के साथ ही घर से स्कूल आती थी। मोबाइल लोकेशन से पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझाई।
  • मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के कटारा हिल्स स्थित एक निजी स्कूल में 10वीं के नाबालिग छात्र के साथ शिक्षक ने कुकर्म किया। आरोपी ने फेल करने की धमकी देकर बच्चे के साथ दरिंदगी की। आरोप है कि शिक्षक ने आपत्तिजनक कुछ वीडियो भी रिकॉर्ड किए।
  • भोपाल के ही कमला नगर थाना अंतर्गत एक निजी स्कूल में शिक्षक ने वाशरूम में तीन साल की मासूम का यौन शोषण किया। पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार किया। मामले की जांच अब एसआईटी कर रही है। प्रशासन ने स्कूल को सील कर दिया है।
  • भोपाल के ऐशबाग थाना अंतर्गत ही एक पांच साल की बच्ची से वैन पर छेड़छाड़ का मामला प्रकाश में आया। अज्ञात व्यक्ति ने घटना को अंजाम दिया। घर आकर बच्ची ने घटना के बारे में अपने माता-पिता को बताया। वारदात 21 सितंबर की है।
  • उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के एक प्रतिष्ठित कॉलेज में हाल ही में आठवीं कक्षा के छात्र के यौन उत्पीड़न का मामला सामने आ चुका है। वहीं एक अन्य घटना में 10वीं की छात्रा के साथ छुट्टी के बाद दुष्कर्म का प्रयास किया गया।
  • नौ सितंबर को उत्तराखंड के हल्द्वानी में पांच साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया। स्कूल में ही वारदात को अंजाम दिया गया। स्कूल शिक्षक ही हैवान निकला।
  • इसी महीने उधमसिंह नगर में 4 साल की बच्ची से स्कूल में साथ पढ़ने वाले बच्चों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपियों की उम्र 9, 11 और 14 साल है।

क्या है बदलापुर कांड?

महाराष्ट्र के पुणे में पड़ता है बदलापुर। यहां पिछले महीने 12 और 13 अगस्त को चार व छह साल की बच्चियों का यौन शोषण किया गया। बच्चियों ने अपने अभिभावकों से गुप्तांगों में दर्द होने की शिकायत की तो मामला प्रकाश में आया।

आरोप शौचालय की सफाई करने वाले कर्मचारी पर लगा। इसके बाद 20 अगस्त को बदलापुर बंद बुलाया गया। भारी विरोध प्रदर्शन के बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। एसआईटी मामले की जांच कर रही। प्रिंसिपल समेत दो कर्मचारियों पर एक्शन लिया गया। 23 अगस्त को पुलिस ने मुठभेड़ में मुख्य आरोपी अक्षय शिंदे को मार गिराया।

बैड टच के बारे में जरूर बताएं

बच्चों को उनके निजी अंगों के बारे में जानकारी दें और बताएं कि इन्हें कोई और नहीं छू सकता है। अगर कोई छूता है तो इसकी जानकारी माता-पिता को दें। कोई अगर फोटो खींचता है तो भी यह साझा करें। माता-पिता को भी बच्चों के व्यवहार पर भी नजर रखना होगा।

अगर बच्चे के व्यवहार में बदलाव दिखता है तो उससे बातचीत करें। अगर कोई व्यक्ति बार-बार बच्चे को एकांत में या अलग रखने की कोशिश करता है तो इस बारे में भी बच्चे को सावधान करें। हो सकता है कि उसकी नीयत सही न हो। टॉफी-कैंडी आदि के लालच देने पर सावधान रहें।

वर्चुअल टच की जानकारी देना भी जरूरी

दिल्ली हाईकोर्ट कह चुका है कि सिर्फ गुड टच और बैड टच के बारे में पढ़ाना पर्याप्त नहीं है। बच्चों को वर्चुअल टच के बारे में जानकारी देनी होगी। बच्चों को ऑनलाइन व्यवहार, इंटरनेट की संवेदनशीलता, निजता, और हिंसक व्यवहार की जानकारी देनी होगी। ऑनलाइन क्या साझा करना है और क्या नहीं... यह भी बताना होगा। अगर कोई अश्लील मैसेज या ब्लैकमेल कर रहा तो उससे कैसे बचा जाए, यह भी बताना जरूरी है।

यह भी पढ़ें: सीमांचल एक्सप्रेस पर पथराव मामले में GRP ने आधी रात कई स्थानों पर की छापेमारी, 22 संदिग्धों को उठाया