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दिल्‍ली की आबोहवा खराब, लाहौर में ग्रीन लॉकडाउन; ढाका और बीजिंग का भी बुरा हाल, क्‍यों प्रदूषण से परेशान साउथ एशिया?

भारत और पड़ोसी देश इन दिनों वायु प्रदूषण की चपेट में हैं। बांग्लादेश की राजधानी ढाका पहले ही प्रदूषण से जूझ रही है। भारत की सीमा से करीब 25 किमी दूर बसा पाकिस्तान का लाहौर इन दिनों जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर है। सरकार लोगों से घरों से बाहर न निकलने की अपील कर रही है। कभी लाहौर की पहचान बागों के शहर के तौर पर होती थी।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Fri, 08 Nov 2024 04:21 PM (IST)
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दिल्ली से लाहौर तक वायु प्रदूषण से परेशान लोग।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के कई शहरों में अबोहवा बेहद प्रदूषित है। ठंड के मौसम में वायु गुणवत्ता बेहद खराब जाती है। खेतों में धान की पराली जलाने की वजह से भी हवा की सेहत पर असर पड़ा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास धुंध की चादर लपटी है। वायु प्रदेश का असर लोगों की सेहत पर पड़ता है। एक अध्ययन के मुताबिक दूषित हवा की वजह से लोगों की जीवन प्रत्याशा पांच से अधिक घट सकती है। चीन की राजधानी बीजिंग में एक्यूआई 300 के आसपास पहुंच चुका है। 

भारत में कैसी है आबोहवा?

बुधवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 299 दर्ज किया गया। एक्यूएअर के मुताबिक बुधवार को नई दिल्ली दुनिया का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा है। इसमें कहा गया कि दीवाली में पटाखों का इस्तेमाल, पराली जलाने की घटनाएं और वाहनों व उद्योग से होने वाले उत्सर्जन की वजह से वायु गुणवत्ता खराब हुई है। इस बीच गुरुग्राम में कृत्रिम वर्षा तक करानी पड़ी।

 (दिल्ली में छाई धुंध। फोटो- रॉयटर्स)

शुक्रवार को मुंबई में एयर क्वालिटी 152 दर्ज की गई है। एक नवंबर को बेंगलुरु के हेब्बल में एक्यूआई 263 दर्ज किया गया। सिटी ब्यूटीफुल के नाम से दुनिया में विख्यात चंडीगढ़ में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के पार पहुंच चुका है। उत्तर भारत के अधिकांश शहर इन दिनों दूषित हवा की चपेट में हैं।

घुट रहा लाहौर का दम!

दूषित हवा से पाकिस्तान के लाहौर का दम घुट रहा है। एक्यूएअर के मुताबक लाहौर दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर है। यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 1165 तक पहुंच चुका है। शुक्रवार यानी 8 नवंबर को लाहौर का वायु गुणवत्ता सूचंकाक खतरनाक स्तर पर बना रहा। एक्यूएअर ने लाहौर में एक्यूआई 557 दर्ज किया है। पिछले रविवार को लाहौर के बाहरी क्षेत्र में एक्यूआई 1900 तक पहुंच चुका है।

सांस की समस्या की वजह से करीब 900 लोगों को अस्पताल में भी भर्ती कराया गया। सरकार लोगों से घरों पर रहने की अपील कर रही है। बांग्लादेश की राजधानी ढाका भी अक्सर धुंध के आगोश में रहती है। यहां प्रदूषण की मुख्य वजह औद्योगिक उत्सर्जन, तेजी से शहरीकरण और जीवाश्म ईंधन पर अत्यधिक निर्भरता है।

ग्रीन लॉकडाउन में लाहौर

  • लाहौर में सरकार ने एक हफ्ते तक सभी प्राथमिक स्कूलों को बंद कर दिया है।
  • लाहौर में सभी लोगों को फेस मास्क पहनना भी अनिवार्य किया गया है।
  • ग्रीन लॉकडाउन लगाया गया है, 50 फीसदी कर्मचारी घर से काम करेंगे।
  • मोटर से चलने वाले रिक्शा पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है।
  • विवाह हॉल को रात 10 बजे के बाद बंद करने का आदेश दिया गया है।
  • लाहौर के कुछ इलाकों में निर्माण कार्य पर रोक लगाई गई है।
  • धुआं छोड़ने वाले वाहन मालिकों पर जुर्माना लगाने का आदेश।
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