संसद के विशेष सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, विपक्षी दलों ने उठाई महिला आरक्षण विधेयक पारित करने की मांग
संसद के विशेष सत्र से पहले संसद पुस्तकालय भवन में सर्वदलीय बैठक हुई। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और विपक्षी दलों के कई नेता शामिल हुए। मालूम हो कि संसद का विशेष सत्र कल से शुरू होने वाला है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सभी विपक्षी दलों ने इस संसद सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पारित करने की मांग की है।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sun, 17 Sep 2023 06:41 PM (IST)
नई दिल्ली, एएनआई। संसद के विशेष सत्र (Special Session Of Parliament) से पहले संसद पुस्तकालय भवन में रविवार को सर्वदलीय बैठक हुई। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला सहित कई विपक्षी पार्टियों के नेता शामिल हुए। मालूम हो कि संसद का विशेष सत्र कल से शुरू होने वाला है।
महिला आरक्षण विधेयक पारित करने की मांग
सर्वदलीय बैठक के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सभी विपक्षी दलों ने इस संसद सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पारित करने की मांग की है। वहीं, इस बैठक में शामिल भाजपा सहयोगी और राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि हम सरकार से इस संसद सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पारित करने की अपील करते हैं। उन्होंने कहा, "19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर संसद नए भवन में स्थानांतरित हो जाएगी।"
#WATCH | Delhi: All-party meeting underway at the Parliament library building, ahead of the special session of Parliament that will begin tomorrow pic.twitter.com/Sn66dXZ3yo
— ANI (@ANI) September 17, 2023
18 से 22 सितंबर तक चलेगा संसद का विशेष सत्र
इससे पहले बुधवार को केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा था कि 18 से 22 सितंबर तक आयोजित होने वाले संसद के विशेष सत्र से एक दिन पहले 17 सितंबर को सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई गई है। उन्होंने कहा था कि इस बैठक के लिए सभी नेताओं को निमंत्रण ईमेल के माध्यम से भेजा गया है।यह भी पढ़ेंः CWC Meet: संंसद के विशेष सत्र से पहले कांग्रेस की पीएम से खास मांग, कहा- महिला आरक्षण बिल पास करे मोदी सरकार
75 वर्ष की संसदीय यात्रा पर होगी चर्चा
मालूम हो कि संसद के विशेष सत्र के दौरान संसद की 75 साल की यात्रा पर चर्चा होगी। संसदीय बुलेटिन में बुधवार को कहा गया था कि पांच दिवसीय बैठक के पहले दिन संसद में 'संविधान सभा से शुरू होने वाली 75 वर्षों की संसदीय यात्रा पर चर्चा की जाएगी, जिसमें उपलब्धियां, अनुभव, यादें और सीख शामिल है। मालूम हो कि संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर, 1946 को हुई थी।यह भी पढ़ेंः अपने आचरण से निराश करते जनप्रतिनिधि, क्या संसद के विशेष सत्र में प्रस्तुत होगा कोई अनुकरणीय उदाहरण?
नए संसद भवन में उपराष्ट्रपति ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज
इससे पहले रविवार को उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने संसद के विशेष सत्र की शुरुआत से एक दिन पहले नए संसद भवन में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। सोमवार से शुरू होने वाले विशेष सत्र में संसदीय कार्यवाही पुराने से बगल के नए भवन में स्थानांतरित हो जाएगी। मालूम हो कि उपराष्ट्रपति धनखड़ ने नए संसद भवन के 'गज द्वार' के ऊपर झंडा फहराया। वहीं, इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद थे।