देश में ट्रेनों के पटरी से उतरने के एक नहीं कई हैं कारण, पुराने हादसों से भी सबक नहीं सीखा रेलवे
Train Accidents भारत की आजादी के बाद देश में कई रेल हादसे देखने को मिले हैं लेकिन ओडिशा के बालेश्वर में जो रेल हादसा हुआ है उसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। तीन ट्रेनों की भीषण टक्कर में सैकड़ों लोगों की जान चली गई।
By Mohd FaisalEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sun, 04 Jun 2023 04:16 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भारत का रेल नेटवर्क दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। इसकी कुल लंबाई 65,000 किलोमीटर है। हालांकि, करीब 150 साल पुराने रेल नेटवर्क पर कई ऐसे हादसे देखने को मिले हैं, जिसे देख हर कोई स्तब्ध रह गया।
बीते शुक्रवार ओडिशा के बालेश्वर में हुए भीषण रेल हादसे में अबतक 288 लोगों की जान चली गई है, जबकि एक हजार से अधिक लोग इस भीषण ट्रेन दुर्घटना में घायल हुए हैं। इस रेल दुर्घटना को देश का तीसरा सबसे बड़ा हादसा बताया जा रहा है।
जांच में सामने आया है कि पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस को मेन लाइन का सिग्नल दिया गया था, लेकिन इसे वापस ले लिया गया। ऐसे में इस हादसे के बाद ये जानना जरूरी बनता है कि आखिर ट्रेनें पटरी से अचानक कैसे उतर जाती है, जो इतने भीषण हादसे का रूप ले लेती हैं।
क्यों पटरी से उतर जाती है ट्रेनें?
- भारत की आजादी के बाद देश में कई रेल हादसे देखने को मिले हैं, लेकिन ओडिशा के बालेश्वर में जो रेल हादसा हुआ है, उसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया।
- तीन ट्रेनों की भीषण टक्कर में सैकड़ों लोगों की जान चली गई।
- बता दें कि पटरियों से ट्रेन के उतरने का मुख्य कारण मैकेनिकल फाल्ट या रेलवे ट्रैक पर लगने वाले उपकरण का खराब होना होता है।
- ये हादसे उस वक्त होते हैं, जब पटरियों पर दरार पड़ जाती है। साथ ही ट्रेन के डिब्बे को बांधे रखने वाला उपकरण ढीला हो जाता है।
- इसके अलावा एक्सेल यानी ट्रेन की बोगी जिस पर रखी होती है, उसका टूटना भी हादसे की एक वजह बनता है।
- इन पटरियों पर लगातार ट्रेनों के चलने की वजह से पटरियों में बड़ा बदलाव आता है, इस वजह से भी ट्रेन डीरेल होती है।