Move to Jagran APP

Sikkim Flood: छह दिन बाद हवाई मार्ग से निकाले गए सिक्किम में फंसे 444 पर्यटक, 34 शव बरामद; 113 लोग अब भी लापता

तीस्ता नदी में आई बाढ़ की वजह से उत्तरी सिक्किम के पर्यटन केंद्रों में फंसे पर्यटकों को आखिरकार छह दिन बाद हेलीकाप्टर के सहारे निकालने का अभियान शुरू हो गया। भारतीय वायु सेना के चिनूक और एमआइ-17 हेलीकाप्टरों ने लोगों को निकालने का काम किया। बता दें इस बाढ़ के कारण अभी तक राज्य में 34 लोगों की मौत हो चुकी है।

By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Mon, 09 Oct 2023 11:16 PM (IST)
Hero Image
बाढ़ के कारण सिक्किम में 34 लोगों की मौत हो चुकी हैं जबकि 113 लोग अभी भी लापता है।
जागरण संवाददाता, गंगटोक। तीस्ता नदी में आई बाढ़ की वजह से उत्तरी सिक्किम के पर्यटन केंद्रों में फंसे पर्यटकों को आखिरकार छह दिन बाद हेलीकाप्टर के सहारे निकालने का अभियान शुरू हो गया। पहले दिन सोमवार को कुल 444 पर्यटकों को विभिन्न हेलीपैड पर उतारा गया।

113 लोग अब भी लापता

सड़क मार्ग से उन्हें सिलीगुड़ी भेजने की तैयारी है। मंगलवार तक वे सिलीगुड़ी पहुंचेंगे। इनमें कुछ विदेशी पर्यटक भी हैं। उधर, लाचुंग से पैदल ही 300 लोग मंगन की ओर निकल दिए हैं। बांस से बने पुल के सहारे उन्हें पार कराया गया है। चार जिलों में तीन अक्टूबर की रात आई आपदा के बाद सिक्किम में अभी तक 34 लोगों के शव मिले हैं। 113 लोग अब भी लापता हैं।

इस बीच अंतर मंत्रालयी केंद्रीय टीम गंगटोक पहुंच गई है। चीफ ऑफ आर्मी स्टॉफ जनरल मनोज पांडेय भी सिक्किम दौरे पर पहुंचे हैं। उन्होंने सोमवार को मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामांग के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की।

चिनूक और एमआइ-17 हेलीकाप्टरों ने लोगों को बचाया

भारतीय वायु सेना के चिनूक और एमआइ-17 हेलीकाप्टरों ने पूर्वी सिक्किम के पाक्योंग हवाई अड्डे से उड़ान भरी। ये कई दिनों से मौसम ठीक होने का इंतजार कर रहे थे। बारिश और पहाडि़यों के निचले हिस्से में बादल छाए होने की वजह से उड़ान भर पाना संभव नहीं हो पा रहा था। मौसम सुधरते ही हेलीकाप्टर उड़े।

पर्यटकों को लाचुंग और लाचेन हैलिपैड से गंगटोक जिले के लिबिंग हेलीपैड, पाक्योंग ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा और मंगन के रिंगहिम हेलीपैड पर उतारा गया। मंगन के जिलाधिकारी एचके छेत्री ने कहा कि मंगलवार को भी हवाई अभियान चलेगा। उस इलाके में तीन हजार पर्यटक विभिन्न होटलों एवं रिसोर्ट में फंसे थे। वे सुरक्षित थे, लेकिन सड़क मार्ग कट जाने की वजह से लौट नहीं पा रहे थे।

उधर, केंद्रीय अंतर मंत्रालयी टीम भी सिक्किम पहुंच गई है। टीम के अधिकारियों ने राज्य के मुख्य सचिव वीबी पाठक के साथ बैठक की।सैनिकों का मनोबल बढ़ाने जनरल मनोज पांडेय पहुंचे सिक्किम इस बीच जनरल मनोज पांडे सोमवार को सिक्किम पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तामांग के साथ बैठक की। राहत एवं बचाव कार्यों में सेना की भूमिका और जरूरत को लेकर चर्चा की। जनरल पांडेय सैनिकों से भी मिलेंगे। इस आपदा में बरदांग सेना छावनी से 22 सैनिक लापता हो गए थे, जिनमें नौ के शव मिले हैं।

लोगों को निकालने में तेजी लाएं

सोमवार को केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति ने भी आपदा के बाद की स्थितियों की समीक्षा की। राज्य के मुख्य सचिव वीबी पाठक समेत आलाधिकारी वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में जुड़े। गौबा ने राहत और बचाव कार्यों के बारे में जानकारी ली।

केंद्रीय सचिव ने कहा फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकालाने में जल्दबाजी ही अभी प्राथमिकता है। उन्होंने बाढ़ में बह गए पुलों और सड़कों के पुनर्निर्माण पर जोर दिया। तत्काल संपर्क बहाल करने के लिए बेली ब्रिज निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए।

ये भी पढ़ें: सिक्किम बाढ़ में ओडिशा के 8 लोग अब भी लापता, वादियों में घूमने गए बच्‍चों से नहीं हो पा रहा संपर्क