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Bangladesh Floods: क्या बांग्लादेश में भारत के कारण आई बाढ़? विदेश मंत्रालय ने दिया दो टूक जवाब

विदेश मंत्रालय ने इस बात से इनकार किया है कि भारत के कारण बांग्लादेश में बाढ़ आई है। मंत्रालय ने इन बातों को अफवाह करार दिया है कि उसके इलाके में स्थित डैम को खोलने की वजह से बांग्लादेश में बाढ़ की स्थिति बनी है। MEA ने कहा कि दोनों देशों में बाढ़ एक साझा समस्या है। इससे दोनों तरफ की जनता को परेशानी झेलनी पड़ती है।

By Jagran News Edited By: Sonu Gupta Updated: Fri, 23 Aug 2024 12:34 AM (IST)
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हमारी वजह से नहीं आई है बांग्लादेश में बाढ़ : भारत।
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। बांग्लादेश में भारत विरोधी भावनाओं को भड़काने में कुछ ताकतें पूरा जोर लगा चुकी हैं। पहले पूर्व पीएम शेख हसीना (Sheikh Hasina) को भारत में मिले शरण को लेकर तो अब वहां आई बाढ़ के पीछे भारत की भूमिका बताने और सीमा पर भारतीय सैन्य बलों की तरफ से गोलीबारी करने तक की लगातार अफवाहें वहां के इंटरनेट मीडिया व दूसरे माध्यमों से फैलाने की कोशिश की जा रही है।

विदेश मंत्रालय ने अफवाहों का किया खंडन

गुरुवार को ढाका में भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने जब अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस से मुलाकात की तो यह अफवाह फैला दी गई कि भारतीय उच्चायुक्त को समन किया गया है। भारतीय विदेश मंत्रालय को दो बार इन अफवाहों का खंडन करने के लिए आगे आने पड़ा। विदेश मंत्रालय ने इन बातों को अफवाह करार दिया है कि उसके इलाके में स्थित डैम को खोलने की वजह से बांग्लादेश में बाढ़ की स्थिति बनी है।

दोनों देशों में बाढ़ साझा समस्याः MEA

बांग्लादेश के कुछ मीडिया में यह सूचना दी गई है कि त्रिपुरा के गुमती नदी में बने दुम्बुर डैम को भारत ने खोल दिया है, जिससे उसके पूर्वी इलाके में बाढ़ आई है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि यह तथ्यात्मक तौर पर गलत है। दोनों देशों में बाढ़ एक साझा समस्या है। इससे दोनों तरफ की जनता को परेशानी झेलनी पड़ती है और इससे निजात पाने के लिए आपसी सहयोग से काम करना होगा।

बांग्लादेश में क्यों आई बाढ़?

मौजूदा बाढ़ की स्थिति के बारे में विदेश मंत्रालय ने कहा है कि गुमती नदी के आसपास के इलाके में पिछले कुछ दिनों के दौरान बहुत तेज बारिश हुई है। बांग्लादेश में बाढ़ इसलिए आई है कि गुमती नदी पर बने डैम के नीचे के इलाके में स्थित जलसंग्रह वाले जगहों पर बहुत ज्यादा पानी संग्रहीत हो गया है।

भारत व बांग्लादेश 51 नदियों को साझा करते हैं

भारत इस पूरे इलाके में नदी जल स्तर की निगरानी भी करता है और 21 अगस्त के बाद जिस तेजी से बारिश हुई है उसकी सूचना भी लगातार बांग्लादेश को दी जा रही है। 21 अगस्त को शाम तीन बजे भी बांग्लादेश को सूचना दी गई है। भारत व बांग्लादेश 51 नदियों को साझा करते हैं। द्विपक्षीय संबंधों में नदियों के जल-बंटवारे की बड़ी अहमियत है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस बारे में बांग्लादेश के साथ हर मुद्दे को साझा विमर्श व प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से समाधान करने को वह तैयार है।

भारतीय उच्चायुक्त वर्मा ने की यूनुस से मुलाकात

इस बीच, गुरुवार को भारतीय उच्चायुक्त वर्मा ने यूनुस से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े तमाम आयामों पर बात की है। तीन दिन पहले वर्मा ने अंतरिम सरकार में विदेश मामलों में नए सलाहकार से भी मुलाकात की थी। वर्मा ने एक्स पर लिखा है कि भारत बांग्लादेश के साथ शांति, सुरक्षा व विकास के लिए काम करने को लेकर प्रतिबद्ध है। 

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