Move to Jagran APP

कतर में भारतीय नौसेना के 8 पूर्व कर्मियों को मिली मौत की सजा पर विदेश मंत्रालय ने दिया अपडेट, कहा- घटना में शामिल...

कतर द्वारा आठ पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारियों को मौत की सजा सुनाए जाने के मामले पर भारत सरकार ने एक बार फिर से जानकारी दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि यह मामला अब अपीलीय कोर्ट में है। इस सिलसिले में अबतक कतर की अपील कोर्ट में तीन बार सुनवाई हो चुकी है।

By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Thu, 21 Dec 2023 05:32 PM (IST)
Hero Image
सभी आठों नौसैनिक उस घटना में शामिल नहीं थे- विदेश मंत्रालय (फाइल फोटो)
एएनआई, नई दिल्ली। कतर द्वारा आठ पूर्व भारतीय नौसेना अधिकारियों को मौत की सजा सुनाए जाने के मामले पर भारत सरकार ने एक बार फिर से जानकारी दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि यह मामला अब अपीलीय कोर्ट में है। इस सिलसिले में अबतक कतर की अपील कोर्ट में तीन बार सुनवाई हो चुकी है।

बागची ने आगे कहा, "इस बीच कतर की राजधानी दोहा में हमारे राजदूत को 3 दिसंबर को सभी आठ नौसेना कर्मियों से मिलने के लिए कॉन्सुलर एक्सेस मिला।" उन्होंने कहा कि इसके अलावा, मैं आपको कुछ नहीं बता सकता। हमें इस बात के कोई संकेत नहीं मिले हैं कि किन लोगों को माफ किया गया था और कितने भारतीय वहां थे। साथ ही हमें इसके भी संकेत नहीं मिले हैं कि ये सभी आठों नौसैनिक उस घटना में शामिल थे।"

इजरायल के लिए जासूसी करने का लगा है आरोप

बता दें कि कतर ने सभी नौसेना कर्मियों पर इजरायल के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया है। वहीं, कतर की इंटेलिजेंस एजेंसी के स्टेट सिक्योरिटी ब्यूरो ने नौसेना के आठों पूर्व अफसरों को 30 अगस्त 2022 को गिरफ्तार किया था।

ये हैं आठों नौसेना अधिकारियों के नाम

कतर में जिन आठ पूर्व नौसैनिकों को मौत की सजा सुनाई गई है उनके नाम- कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कमांडर सुग्नाकर पकाला, कमांडर पूर्णेन्दु तिवारी, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल और सेलर रागेश.

ये भी पढ़ें: Telecommunications Bill 2023: राज्यसभा में दूरसंचार बिल पास, राष्ट्रपति की अनुमति के बाद बन जाएगा कानून