Meghalaya: राज्यपाल के हिंदी में दिए भाषण पर वीपीपी विधायकों ने जताई नाराजगी, सदन से किया वॉकआउट
Meghalaya मेघालय विधानसभा को राज्यपाल फागू चौहान ने हिंदी में संबोधित किया जिसको लेकर विपक्षी वीपीपी के विधायकों ने नाराजगी जताई। उनके भाषण के दौरान ही वीपीपी के कुछ विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया और कहा कि सदन में उन्हें अपमानित महसूस हुआ।
By AgencyEdited By: Shalini KumariUpdated: Mon, 20 Mar 2023 02:04 PM (IST)
शिलॉन्ग, पीटीआई। मेघालय में विपक्षी वॉयस ऑफ द पीपल पार्टी (वीपीपी) के विधायकों ने सोमवार को राज्यपाल फागू चौहान के सदन को हिंदी में संबोधित करने के विरोध में बहिर्गमन किया। विधानसभा अध्यक्ष थॉमस ए संगमा और मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा के हस्तक्षेप करने और यह समझाने के बावजूद कि राज्यपाल के लिए अंग्रेजी पढ़ना थोड़ा मुश्किल है, वीपीपी अध्यक्ष अर्देंट बसाइवमोइत और पार्टी के तीन अन्य विधायकों ने बहिर्गमन किया।
अंग्रेजी मेघालय विधानसभा की आधिकारिक भाषा
अर्देंट ने विधानसभा में कहा, "हिंदी भाषी राज्यपालों को हमारे पास भेजा जा रहा है, हम समझ नहीं पा रहे हैं कि वे क्या बोलते हैं, इसलिए हम सदन से बहिर्गमन करेंगे।" बाहर निकलते हुए उन्होंने कहा, "हम इस कार्यवाही का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं और जो लोग अपमानित महसूस नहीं करते हैं, वे सदन में बैठ सकते हैं। हम इसका हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं।" विपक्षी विधायकों ने कहा कि अंग्रेजी मेघालय विधानसभा की आधिकारिक भाषा है।
सदन में लिखित भाषण प्रसारित
हस्तक्षेप करने वाले मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने कहा, "नियमानुसार लिखित भाषण सदन में प्रसारित किया गया है। एक व्यक्ति जिसकी कुछ सीमाएं हैं और वह अंग्रेजी नहीं पढ़ सकता है, इसलिए एक लिखित भाषण प्रसारित किया गया है। इस तरह के अपमान को देखकर दुख होता है।"स्पीकर ने राज्यपाल को दी थी अनुमति
स्पीकर ने राज्यपाल को हिंदी में संबोधित करने की अनुमति दी थी। उन्होंने कहा, "मैं सभी सदस्यों से अनुरोध करता हूं कि कृपया सदन की मर्यादा बनाए रखें और जब राज्यपाल अभिभाषण पढ़ रहे हों तो चिल्लाएं नहीं।"