मणिपुर में क्या थमेगी हिंसा? दिल्ली में आज होगी बड़ी बैठक; पहली बार वार्ता करेंगे मैतेयी-कुकी और नगा नेता
मणिपुर में पिछले एक साल से जारी हिंसा के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आज यानी मंगलवार को बड़ी बैठक बुलाई है। बैठक में मणिपुर के तीनों समुदाय के विधायक हिस्सा लेंगे। पिछले एक साल से जारी हिंसा में अभी तक 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। बड़ी संख्या में लोग घायल हैं। दिल्ली में होने वाली बैठक पर सभी की निगाहें टिकीं हैं।
पीटीआई, इंफाल। एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत गृह मंत्रालय ने मणिपुर में लंबे समय से चल रहे जातीय संघर्ष का समाधान खोजने और शांति बहाल करने के लिए मंगलवार को नई दिल्ली में मैतेयी, कुकी और नगा समुदायों के विधायकों की बैठक बुलाई है। राज्य में एक वर्ष से जारी हिंसा को बंद करने के लिए पहली बार इस तरह की बैठक बुलाई गई है।
बैठक में तीन नगा विधायक लेंगे हिस्सा
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली बैठक में तीन नगा विधायक शामिल होंगे, जबकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मैतेयी और कुकी समुदायों के कितने विधायक इसमें भाग लेंगे। यह बातचीत संघर्षरत समुदायों के बीच संवाद शुरू करने और संकट का समाधान निकालने के केंद्र के प्रयासों का हिस्सा है।
हिंसा में अब तक 200 की मौत
मणिपुर में मई 2023 में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। नगा समुदाय की ओर से तीन विधायक अवांगबोउ न्यूमाई, एल. दीको और राम मुइवा बैठक में शामिल होंगे। मुइवा अभी एक निजी मामले को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में मौजूद हैं। ये तीनों विधायक राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा के सहयोगी नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के सदस्य हैं।
गृह मंत्रालय ने भेजा न्योता
कुछ मैतेयी विधायक नई दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं, जिनमें से सभी भाजपा के सदस्य हैं। इंफाल में स्थानीय मीडिया ने बताया कि वार्ता में भाग लेने वाले सभी नगा, कुकी और मैतेयी विधायकों को गृह मंत्रालय द्वारा पत्र और टेलीफोन के माध्यम से व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित किया गया है।शांति के तरीकों पर करेंगे विचार: न्यूमाई
अवांगबोउ न्यूमाई ने इंफाल हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि हमें कुछ चीजों पर चर्चा करने के लिए दिल्ली आने के लिए कहा गया है। मुझे अभी सटीक एजेंडा नहीं पता है। हम शांति लाने के सभी तरीकों पर विचार कर रहे हैं। एल. दिको ने कहा कि जब तक सभी समुदाय और लोग शामिल नहीं होंगे, मणिपुर में शांति लाना मुश्किल है।
गृह मंत्रालय की पहल एक बहुत अच्छा संकेत है और मुझे इससे उम्मीद है। मैं बैठक में भाग लेना चाहूंगा और देखना चाहूंगा कि हम इस पहल के साथ कितनी दूर तक जा सकते हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मेघचंद्र ने कहा कि समाधान तक पहुंचने की कोई भी पहल अच्छी बात है, लेकिन विपक्षी पार्टी को आमंत्रित नहीं किया गया है।