Meta को पहली छमाही में भारत से मिले 91,000 खातों पर कार्रवाई के अनुरोध, नंबर एक पर अभी भी है अमेरिका
सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी मेटा को इस साल के पहली छमाही के दौरान भारत से 91000 उपयोगकर्ताओं और खातों के खिलाफ कार्रवाई के लिए करीब 55500 का अब तक का सार्वाधिक अनुरोध मिले हैं। अमेरिका स्थित एक फर्म ने बुधवार को यह जानकारी दी है।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Wed, 23 Nov 2022 08:38 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआइ। सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी मेटा को इस साल के पहली छमाही के दौरान भारत से 91,000 उपयोगकर्ताओं और खातों के खिलाफ कार्रवाई के लिए करीब 55,500 का अब तक का सबसे अधिक अनुरोध मिले हैं। अमेरिका स्थित एक फर्म ने बुधवार को यह जानकारी दी है। मेटा द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इसको 51,602 खातों पर कानूनी कार्रवाई करने के लिए अनुरोध प्राप्त हुए, जिसमें से 3,895 खातों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की अनुरोध की गई थी। मेटा ने कहा कि भारत से लगभग 12,800 खातों को संरक्षित करने का भी अनुरोध मिले हैं।
अमेरिका से मिले हैं सबसे अधिक अनुरोध
मेटा ने अपनी पारदर्शिता रिपोर्ट (Transparency Report) में कहा कि सोशल मीडिया खातों पर कार्रवाई के लिए अमेरिका से सबसे अधिक अनुरोध किए गए। इस मामले में अमेरिका अभी भी पूरी दुनिया में नंबर एक पर बना हुआ है। भारत सोशल मीडिया खातों पर कार्रवाई के लिए की जाने वाली अनुरोध के मामले में सूची में अभी भी दूसरे नंबर पर है। मेटा द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अमेरिका से 1.26 लाख से अधिक सोशल मीडिया खातों पर कार्रवाई के लिए 69,363 अनुरोध मिले हैं।
भारत से किए जाने वाले अनुरोधों में हुई 22 प्रतिशत की बढ़ोतरी
मेटा द्वारा बाताए गाए आंकड़ों के अनुसार भारत से 51,602 सोशल मीडिया खातों पर कार्रवाई के लिए अनुरोध प्राप्त किए गए, जबकि 3,895 खातों के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध मिले। मेटा ने बताया कि भारत से आने वाले अनुरोधों में साल-दर-साल 22 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मेटा द्वारा जारी की गई Transparency Report में कहा गया है कि भारत से किए गए कुल अनुरोधों का 66.59 प्रतिशत के लिए डेटा तैयार किया गया है।किसी भी संरक्षित रिकार्ड का नहीं किया जाएगा खुलासा
मेटा ने कहा कि जब हमें किसी भी सोशल मीडिया खाते से संबंधित संरक्षण अनुरोध मिलता है तो सबसे पहले हम संबंधित खातों की जानकारी का एक स्थायी स्नैपशाट सुरक्षित रखेंगे। हालांकि इस मामले में जब तक हमें किसी भी प्रकार की कोई वैध कानूनी प्रक्रिया प्राप्त नहीं होगी, तब तक हम किसी भी संरक्षित रिकार्ड का खुलासा नहीं करेंगे।
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