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दुश्मन की अब खैर नहीं, Indian Navy में शामिल हुआ MH-60R सीहॉक हेलीकॉप्टर; हेलफायर मिसाइलों से है लैस

भारतीय नौसेना ने अमेरिका से मिले बहुउद्देशीय हेलीकॉप्टर MH 60R सीहाक की पहली स्क्वाड्रन को अपने बेड़े में शामिल किया। ये हेलीकॉप्टर अत्याधुनिक हथियारों सेंसरों और अन्य सुविधाओं से युक्त हैं। इनके बेड़े में शामिल होने से नौसेना की माकर क्षमता में काफी इजाफा होगा। बता दें कि भारत ने फरवरी 2020 में अमेरिका से एमएच-60 आर हेलीकॉप्टर खरीदने का अनुबंध किया था।

By Agency Edited By: Mohd Faisal Updated: Thu, 07 Mar 2024 04:16 AM (IST)
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दुश्मन की अब खैर नहीं, Indian Navy में शामिल हुआ MH-60R सीहॉक हेलीकॉप्टर; हेलफायर मिसाइलों से है लैस (फाइल फोटो)

पीटीआई, नई दिल्ली। Seahawk Helicopter: भारतीय नौसेना ने अमेरिका से मिले बहुउद्देशीय हेलीकॉप्टर MH 60R सीहाक की पहली स्क्वाड्रन को बुधवार को अपने बेड़े में शामिल किया। इन्हें कोच्चि में नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार की मौजूदगी में आयोजित समारोह में आइएनएस गरुड़ पर तैनात किया गया।

नौसेना की माकर क्षमता में होगा इजाफा

ये हेलीकॉप्टर अत्याधुनिक हथियारों, सेंसरों और अन्य सुविधाओं से युक्त हैं। इनके बेड़े में शामिल होने से नौसेना की माकर क्षमता में काफी इजाफा होगा। इन सीहाक हेलीकॉप्टरों के बेड़े में शामिल होने को नौसेना के आधुनिकीकरण की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।

भारत ने 2020 में अमेरिका से किया था अनुबंध

बता दें कि भारत ने फरवरी 2020 में अमेरिका से एमएच-60 आर हेलीकॉप्टर खरीदने का अनुबंध किया था। इसके तहत 2.6 अरब डॉलर की लागत से 24 एमएच 60 आर सीहाक हेलीकॉप्टर खरीदे जाने हैं। अमेरिका से खरीदे गए ये हेलीकॉप्टर नौसेना द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे ब्रिटेन में बने सी किंग हेलीकॉप्टर का स्थान लेंगे।

आधुनिक मिसाइलों से लैस है हेलीकॉप्टर

इन अत्याधिक हेलीकॉप्टर में कई मोड वाले रडार, हेलफायर मिसाइलें, नाइट विजन इक्विपमेंट, एमके 54 टारपीडो और राकेट लगे हैं, जो दुश्मन की सबमरीन को पलक झपकते ही नष्ट करने की दक्षता रखते हैं। ये हेलीकॉप्टर सबमरीन और सतह यानी दोनों जगह जंग से निपटने, तलाश और बचाव कार्य, चिकित्सीय आपात-स्थिति में सहायता देने में सक्षम हैं।

हिंद प्रशांत क्षेत्र में सीहक हेलीकॉप्टर की तैनाती भारतीय नौसेना को मजबूती देगी। संभावित खतरों को दूर करेगी और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र में एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करेगी।

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