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Microsoft Server Down: आउटेज की वजह से कैसे थम गई दुनिया? कब तक बहाल होंगी सेवाएं; 10 Points में समझें सबकुछ

Microsoft Outage माइक्रोसॉफ्ट सर्वर में आई समस्या की वजह से दुनियाभर में विमान सेवाओं से लेकर दूसरी इमरजेंसी सर्विस प्रभावित हो गई हैं। आउटेज की वजह से माइक्रोसॉफ्ट के ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले कम्प्यूटर ऑटोमेटिकली रिस्टार्ट हो रहे हैं। आइए पढ़ें कि आउटेज की वजह से अब तक दुनियाभर के लोगों को क्या-क्या परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Sat, 20 Jul 2024 09:27 AM (IST)
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माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर डाउन होने की वजह से दुनियाभर में पड़ा असर।(फोटो सोर्स: जागरण)

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट सर्वर में आई समस्या की वजह से दुनियाभर की कई बड़ी कंपनियों का कामकाज बुरी तरीके से प्रभावित हुआ। विमान सेवाएं, फाइनेशियल कंपनियां, एयरलाइन्स, बैंक और दूसरी इमरजेंसी सर्विस के कम्प्यूटर सिस्टम बंद हो गए।

दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बंगलुरु समेत विभिन्न शहरों में सैकड़ों उड़ानें बाधित होने से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं शेयर बाजार से जुड़ी ब्रोकर एजेंसियों का कामकाज भी प्रभावित हुआ जिसकी वजह से शेयर कारोबार में दिक्कतें पैदा हुईं।

Microsoft सर्वर में क्यों आई दिक्कत?

इस आउटेज के चलते माइक्रोसॉफ्ट के ऑपरेटिंग सिस्टम (Microsoft outage) पर चलने वाले कम्प्यूटर ऑटोमेटिकली रिस्टार्ट हो रहे हैं। इस समस्या को आमतौर पर ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ के नाम से जाना जाता है, जो ऑपरेटिंग सिस्टम में किसी बग के चलते देखने को मिलती है। टेक एक्सपर्ट्स की मानें तो अभी ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ प्रोब्लम 'क्राउडस्ट्राइक' अपडेट के चलते आई है।

क्राउडस्ट्राइक एक साइबर सिक्योरिटी प्लेटफॉर्म है, जो कंपनियों को क्लाउड सर्वर सिक्योरिटी सॉल्यूशन देता है। ग्लोबल साइबर सिक्योरिटी फर्म क्राउडस्ट्राइक हाल ही में अपडेट लेकर आया है, जिसे बाद से ही यूजर्स को विभिन्न Microsoft 365 ऐप समेंत दूसरी सेवाओं का इस्तेमाल करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

भारत पर क्या पड़ा आउटेज का असर?

आउटेज से सबसे ज्यादा इंडिगो एयरलाइन की लगभग 200 उड़ानें प्रभावित हुईं। एयरलाइन कंपनियों ने बताया कि बुकिंग, चेकिंग, बोर्डिंग पास जारी करने का काम प्रभावित हुआ। स्पाइसजेट, अकासा एयर, विस्तारा जैसी एयरलाइनों को भी तकनीकी स्तर पर चुनौतियों का सामना करना पड़ा, इससे कामकाज प्रभावित हुआ और सारा कामकाज मैनुअल तरीके से करना पड़ा।

हाथ से लिखे बोर्डिंग पास किए गए जारी 

हैदराबाद एयरपोर्ट पर इंडिगो स्टाफ ने तत्काल फ्लाइट्स के लिए हाथ से लिखे बोर्डिंग पास जारी किए हैं। वहीं, भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर यात्रियों को हाथ से लिखे हुए बोर्डिंग पास जारी किए गए। रिजर्व बैंक ने एक बयान जारी कर बताया कि माइक्रोसाफ्ट सेवाओं में बड़े स्तर पर गड़बड़ी ने सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़े तमाम सेक्टरों पर असर डाला है।

मीडिया संस्थानों पर पड़ा असर

आउटेज की वजह से ऑस्ट्रेलिया में समाचार आउटलेट एबीसी और स्काई न्यूज का लाइव टेलीकास्ट बंद हो गया।

Microsoft के सीईओ ने आउटेज पर क्या कहा?

कंपनी के सीईओ सत्या नडेला ने कहा कि क्राउडस्ट्राइक ने एक अपडेट जारी किया था, जिसने दुनियाभर में आईटी सिस्टम को प्रभावित करना शुरू कर दिया।

उन्होंने आगे कहा कि वैश्विक स्तर पर आए इस परेशानी से हम बखूबी अवगत हैं और ग्राहकों को उनके सिस्टम को सुरक्षित रूप से ऑनलाइन वापस लाने के लिए क्राउडस्ट्राइक को टेक्निकल सपोर्ट मुहैया करा रहे हैं।

एलन मस्क ने ली चुटकी

एक तरफ जहां आउटेज की वजह से दुनियाभर में कामकाज ठप हो गया। वहीं, इस घटना पर सोशल मीडिया हैंडल एक्स के मालिक और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने चुटकी ली। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल पर एक मीम शेयर करते हुए लिखा,"बाकी सब बंद है, यह ऐप (X) अभी भी काम करता है। इसके अलावा उन्होंने एक पुराने ट्वीट को भी रिट्वीट किया है। इसमें उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट की तुलना मैक्रोहार्ड से की है।

माइक्रोसॉफ्ट के यूजर्स की बढ़ी सिरदर्दी

आउटेज की वजह से माइक्रोसॉफ्ट के यूजर्स सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। यूजर्स को  OneDrive और OneNote पर फाइलों को एक्सेस करने में परेशानी हुई। वहीं, यूजर्स को Outlook के जरिए ईमेल एक्सेस में भी परेशानी का सामना करना पड़ा। Xbox ऐप के इस्तेमाल से लेकर Microsoft Purview और Viva Engage को यूज करने में यूजर्स को परेशानी आई।

कब तक बहाल होंगी सेवाएं?

माइक्रोसॉफ्ट ने जानकारी दी कि कंपनी को समस्या की जानकारी है और वह इसे युद्ध स्तर पर सुलझाने में लगी हुई। माइक्रोसॉफ्ट ने समस्या का सॉल्यूशन निकालने के लिए कई टीमों को लगा रखा है। अच्छी बात यह है कि कंपनी ने समस्या की वजह पता लगा ली है और कुछ सेवाओं को इसने वापस बहाल भी कर दिया है। 

दुनियाभर की एयरलाइंस सेवाओं पर पड़ा असर

अमेरिका में यूनाइटेड, अमेरिकन, डेल्टा एवं एलिजाइंट जैसी प्रमुख एयरलाइनों समेत विभिन्न एयरलाइनों की 1,100 से ज्यादा उड़ानें रद कर दी गईं और 1,700 से ज्यादा विलंबित हुईं। ब्रिटेन में एयरलाइनों के साथ-साथ रेल सेवाएं भी प्रभावित हुईं। जर्मनी में ब्रांडेनबर्ग एयरपोर्ट पर चेकइन में कठिनाई की वजह से कई घंटों तक उड़ानों को रोकना पड़ा।

ज्यूरिख एयरपोर्ट पर विमानों की लैडिंग स्थगित करनी पड़ी और हंगरी, इटली, आस्ट्रेलिया, हांगकांग, थाईलैंड व तुर्किये में भी उड़ानें बाधित हुईं। आस्ट्रेलिया में इस आउटेज का काफी असर दिखाई दिखा।

भारत सरकार ने क्या कहा?

इलेक्ट्रानिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया,"उनका मंत्रालय (एमईआइटीवाइ) लगातार माइक्रोसाफ्ट के साथ संपर्क में है। साथ ही सीईआरटी-इन भी सिस्को (वैश्विक प्रौद्योगिकी कंपनी) के साथ समन्वय स्थापित कर रहा है ताकि बेहद महत्वपूर्ण निकायों को सुरक्षित किया जा सके। गड़बड़ी पहचानी जा चुकी है और इसका समाधान निकाला जा रहा है। सभी प्रभावित कंपनियां अपने सिस्टम को अपग्रेड कर रही हैं और कई मामलों में सिस्टम में सुधार किया जा चुका है।"

वैष्णव ने स्पष्ट किया कि भारत के नेशनल इंफारमेटिक्स सिस्टम (एनआइसी) पर कोई असर नहीं पड़ा।

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