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मणिपुर के गांव में उग्रवादियों ने ड्रोन से गिराए थे बम, पांच घरों को जलाया; हमले के बाद सुरक्षा बलों ने दिया करारा जवाब

उग्रवादियों ने मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले के एक गांव में ड्रोन से बम गिराए थे। पुलिस ने सोमवार को बताया कि उग्रवादियों ने रविवार को पहाड़ी इलाकों से कोत्रुक और कडांगबांद के घाटी क्षेत्रों की ओर अंधाधुंध गोलीबारी की थी। मणिपुर पुलिस ने दावा किया कि उग्रवादियों ने हमले में राकेट से चलने वाले ग्रेनेड और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। उग्रवादी बाहरी इलाके तक पहुंच गए थे।

By Agency Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Tue, 03 Sep 2024 12:35 AM (IST)
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मणिपुर के गांव में उग्रवादियों ने ड्रोन से गिराए थे बम (file photo)

पीटीआई, इंफाल : उग्रवादियों ने मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले के एक गांव में ड्रोन से बम गिराए थे। पुलिस ने सोमवार को बताया कि उग्रवादियों ने रविवार को पहाड़ी इलाकों से कोत्रुक और कडांगबांद के घाटी क्षेत्रों की ओर अंधाधुंध गोलीबारी की थी। मणिपुर पुलिस ने दावा किया कि उग्रवादियों ने हमले में राकेट से चलने वाले ग्रेनेड और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया। उग्रवादी कौत्रुक गांव के बाहरी इलाके तक पहुंच गए थे।

उग्रवादियों ने पांच खाली पड़े घरों को जला दिया। उग्रवादियों की इस घटना के बाद सुरक्षा बलों ने उग्रवादियों को खदेड़ दिया। रविवार को हुए उग्रवादियों ने इस हमले में एक महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए थे। मणिपुर सरकार ने राज्य पुलिस को इंफाल पश्चिम जिले से सटे इलाकों में तलाशी अभियान चलाने का आदेश दिया है।इस बीच राज्य के भाजपा विधायक राजकुमार इमोह ने कहा कि मणिपुर में लगभग 60 हजार केंद्रीय बलों की मौजूदगी के बावजूद शांति नहीं आ रही है।

इन समूहों के साथ एसओओ समझौते रद करने का आग्रह

इसलिए केंद्रीय बलों को राज्य से वापस लिया जाए। गौरतलब है कि इमोह राज्य के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के दामाद हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में इमोसिंह ने कहा कि राज्य सुरक्षा कर्मियों को कार्यभार संभालने दिया जाना चाहिए। उन्होंने इस बात को माना कि राज्य सरकार और जनता के साथ सहयोग की कमी के कारण हाल में असम राइफल्स की कुछ इकाइयों को वापस बुलाने की कार्रवाई की गयी। इमोसिंह ने केंद्र सरकार से उन उग्रवादी और विद्रोही समूहों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का भी आह्वान किया, जिन्होंने आपरेशन सस्पेंशन (एसओओ) समझौते के नियमों का उल्लंघन किया है। उन्होंने शाह से इन समूहों के साथ एसओओ समझौते रद करने का आग्रह किया।

उग्रवादी हमलों में ड्रोन के इस्तेमाल पर केंद्र सरकार का हमला

कांग्रेस ने मणिपुर में ड्रोन हमलों पर केंद्र की 'चुप्पी' पर उठाए सवाल कांग्रेस ने उग्रवादी हमलों में ड्रोन के इस्तेमाल को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने पूछा, इस मामले में केंद्र केंद्र सरकार चुप क्यों है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता इबोबी ¨सह ने कहा कि अगर ड्रोन की मदद से बम गिराए जाते हैं, तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल है। उन्होंने कहा, लोगों की जान और संपत्ति की रक्षा कौन करेगा?

केंद्र सरकार इस तरह के कृत्यों पर चुप क्यों है? राज्य में लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार कहां है? कोत्रुक में हुए ताजा घटनाक्रम से पता चलता है कि यूक्रेन और इजरायल युद्ध में इस्तेमाल की जाने वाली आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल अब मणिपुर में किया जा रहा है। उन्होंने कहा, यह अब राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल है। क्या राजभवन और मुख्यमंत्री का बंगला ड्रोन हमलों से सुरक्षित है? अगर ये दोनों परिसर सुरक्षित नहीं हैं, तो बाकी लोगों का क्या होगा? गृह विभाग की ओर से बयान में कहा गया, राज्य सरकार को ड्रोन, बम और अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल कर निहत्थे ग्रामीणों पर हमले की घटना के बारे में पता चला है।