दक्षिण भारत के राज्यों में उबल रही दूध की राजनीति; आखिर कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में क्यों हो रहा 'मिल्क वॉर'
Milk War In South States Aavin vs Amul vs Nandini vs Milma दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में दूध को लेकर विरोध चल रहा है। तमिलनाडु केरल और कर्नाटक में राज्य के ब्रांड और अंतर्राज्यीय ब्रांडों को लेकर विवाद चल रहा है। दुग्ध सहकारी समितियों द्वारा क्रॉस-मार्केटिंग के बीच राज्य सरकार ने इन कंपनियों को चेतावनी दी है और मामला केंद्र सरकार तक पहुंच गया था।
By Shalini KumariEdited By: Shalini KumariUpdated: Sun, 25 Jun 2023 05:23 PM (IST)
नई दिल्ली, शालिनी कुमारी। अक्सर दो राज्यों को पानी और सीमा के मुद्दों पर लड़ते हुए देखा गया है, लेकिन अब दक्षिण के राज्यों में दूध को लेकर घमासान मचा हुआ है। दक्षिण भारत के राज्य कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में दूध पर जंग छिड़ गया है।
इन राज्यों के बीच दूध को लेकर जंग तब छिड़ी, जब दूसरे ब्रांड ने स्थानीय ब्रांड की जगह लेना शुरू कर दिया। यह मामला राजनीतिक गलियारों में भी गूंजने लगा। तीन राज्यों में 'मिल्क वॉर' काफी बढ़ गया। कर्नाटक में अमूल बनाम नंदिनी, तमिलनाडु में आविन बनाम अमूल और केरल में नंदिनी बनाम केरल के दूध ब्रांड मिल्मा के बीच जंग छिड़ा हुआ है।
गुजरात, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक के दुग्ध सहकारी समितियों द्वारा क्रॉस-मार्केटिंग के बीच राज्य सरकार ने इन कंपनियों को चेतावनी दी है। इतना ही नहीं, अब किसानों से दूध खरीद, बिक्री और वितरण को लेकर भी राज्यों में विवाद छिड़ गया है।
केरल: राज्य का ब्रांड मिल्मा बनाम कर्नाटक का ब्रांड नंदिनी
सबसे ताजा विवाद केरल में मिल्मा दूध बनाम नंदिनी दूध पर शुरू हुआ है। यहां कर्नाटक के दूध ब्रांड नंदिनी का विरोध किया जा रहा है। यह मामला केन्द्र सरकार तक पहुंच गया है। दरअसल, केरल के पशुपालन मंत्री ने राज्य में कर्नाटक के दूध ब्रांड नंदिनी की एंट्री को लेकर चिंता जताते हुए, इसका कड़ा विरोध किया है। उन्होंने नंदिनी की बिक्री को लेकर केंद्र सरकार के नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड (एनडीबी) से अपील की है कि वो इसमें हस्तक्षेप करते हुए इसे सुलझाए।
दोनों राज्यों की सहमति से बेचा जाता है ब्रांड
केरल के पशुपालन मंत्री चिनचुरानी ने कहा कि कर्नाटक मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन, जो कर्नाटक के नंदिनी दूध और उसके ब्रांड की बिक्री करता है तथा केरल मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन, जो केरल के मिल्मा ब्रांड के दूध और दूध के उत्पादों की बिक्री करता है, वो दोनों ही सरकार द्वारा संचालित होती है।ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि यदि एक राज्य का ब्रांड किसी दूसरे राज्य में अपना ब्रांड बेचना चाह रहा है, तो इसके लिए दोनों राज्यों की मंजूरी जरूरी होती है। हालांकि, अब तक इस मामले में कर्नाटक मिल्क फेडरेशन की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है।