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दिल्ली की खूनी बहू की कहानी: कोरोना लॉकडाउन में हुई दोस्ती, होटल में चला प्यार और रची हत्या की साजिश

Monika and Ashish Delhi Murderer शादी के चार साल होने के बाद मोनिका की शादी-शुदा जिंदगी अकेलेपन में गुजरने लगी। पति और सास-ससुर होने के बावजूद वह अपनी बोरिंग जिंदगी में कुछ नया ढूंढ रही थी। साल बीतते गए और कोरोना महामारी के कारण देशभर में लॉकडाउन लग गया।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Wed, 12 Apr 2023 11:20 AM (IST)
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दिल्ली की खूनी बहू की कहानी: कोरोना लॉकडाउन में हुई दोस्ती, होटल में चला प्यार और रची हत्या की साजिश
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Monika and Ashish Delhi Murderer: दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजूएशन करने के बाद मोनिका कॉल सेंटर में काम किया करती थी। 22 साल की उम्र में वर्ष 2016 में मोनिका की शादी उत्तर-पूर्वी दिल्ली के गोकुलपुरी स्थित भागीरथी विहार के निवासी रवि से हुई, एक बेटा भी हुआ।

शादी के चार साल होने के बाद मोनिका की शादी-शुदा जिंदगी अकेलेपन में गुजरने लगी। अच्छा कमाने वाला पति और सास-ससुर होने के बावजूद वह अपनी बोरिंग जिंदगी में कुछ नया ढूंढ रही थी। साल बीतते गए और कोरोना महामारी के कारण देशभर में लॉकडाउन लग गया। अगस्त, 2020 अपने घर-गृहस्थी में व्यस्त होने के बीच मोनिका का स्मार्टफोन सहारा बना और वहां उसकी दोस्ती आशीष से हुई।

फेसबुक से मोनिका को मिला उसका प्यार

अगस्त 2020 यह वो साल है, जब मोनिका की दोस्ती फेसबुक के जरिए आशीष से होती है। बात करते-करते मोनिका की आशीष से अच्छी दोस्ती हो जाती है और बाद में यह दोस्ती प्यार में तब्दील हो जाती है। भले ही मोनिका शादी-शुदा थी, लेकिन उसे अब इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। वो आशीष के प्यार में पूरी तरह से डूब चुकी थी। दोनों के बीच अशलील बातें भी होने लगी, जिससे यह प्यार और भी गहराता गया। 14 फरवरी, 2021 वैलेंटाइन डे के मौके पर मोनिका पहली बार आशीष से होटल में मिली। इसके बाद गाजियाबाद के होटल में मोनिका और आशीष के हफ्ते में कई बार चक्कर लगने लगे।

आशीष की मां से गर्लफ्रेंड बनकर मिलती थी मोनिका

मोनिका भूल गई थी की वो एक शादी-शुदा महिला है, जिसका एक बच्चा, पति और सास-ससुर है। प्यार में पागल मोनिका गर्लफ्रेंड के तौर पर आशीष की मां से मिलती थी। पिछले साल आशीष की मां को शक हुआ की मोनिका शादी-शुदा है और एक बच्चे की मां भी है। आशीष की मां ने दोनों के रिश्ते को तोड़ने की कोशिश भी की,लेकिन दोनों ने जिंदगी भर साथ रहने की कसम खा ली थी।

पति के हाथ लगा फोन और मोनिका की खुल गई पोल

कहते है ना पाप का घड़ा एक दिन भर ही जाता है। ऐसा ही कुछ मोनिका के साथ हुआ। एक दिन उसके पति ने उसके आशिक से हुई सारी अश्लील बातचीत फोन पर पढ़ ली। जिसके बाद मोनिका के पति और सास-ससुर ने उसका फोन अपने पास रख लिया और उसका घर से निकलना बंद कर दिया। मोनिका के हर एक हरकत पर नजर रखी जाने लगी। वह कहां जाती और किससे मिलती, यह सब पता लगाया जाने लगा। मोनिका को स्मार्टफोन की जगह नॉर्मल फोन दे दिया गया था। मोनिका की आशीष से चैट तो कम होने लगी लेकिन फोन पर बात करना और मिलना लगातार होने जारी रहा।

जब ससुरवालों ने घर बेचने का किया फैसला

मोनिका की हरकतों से परेशान होकर ससुर राधे श्याम वर्मा और सास वीना ने घर बेच कर द्वारका में शिफ्ट होने का फैसला किया। इस बात से मोनिका घबरा गई थी और वो अपने प्यार को पाने के लिए किसी भी हद तक गुजरने के लिए तैयार हो गई थी। भागीरथी विहार से द्वारका में नया घर खरीदने के लिए उन्हें एडवांस में 5 लाख रुपये मिल गए थे। घर की डील 12 फरवरी को तय की गई थी। इसके बाद ही मोनिका ने अपना जाल बिछाना शुरू कर दिया था।

12 फरवरी के बाद मोनिका अपने आशिक के साथ मिलकर सास-ससुर और पति की हत्या का प्लान बनाने लगी। जांच अधिकारियों ने दावा किया है कि मोनिका दिसंबर, 2022 से ही अपने सास-ससुर और पति को मारने का प्लान कर रही थी और इसके लिए उसने अपने आशिक से भी बात की थी।

ऐसे उतारा सास-ससुर को मौत के घाट

प्रॉपर्टी और अपना प्यार के लिए मोनिका ने अपने सास-ससुर से छुटकारा पाने के लिए प्लान तैयार किया। 9 अप्रैल को मोनिका ने अपने पति और सास को सामान लाने के लिए बाहर भेजा और इसी मौके का फायदा उठाकर मोनिका ने आशीष और उसके दोस्त को घर की छत पर छिपा दिया। रात के 10 बजकर 30 मिनट पर सभी सोने के लिए गए। ठीक रात 1 बजकर 15 मिनट पर आशीष का कॉल मोनिका को आता है। इसमें वह कहता है कि वो सास-ससुर को मारने के लिए छत से नीचे आ रहा है। 2 बजकर 12 मिनट पर आशीष फिर से मोनिका को कॉल करता है और बताता है कि उसने बुजुर्ग दपंत्ति को मार डाला है। 10 अप्रैल की सुबह दंपत्ति की लाश मिलती है और पुलिस जांच में जुट जाती है।

  • मोनिका दो सिम कार्ड का करती थी इस्तेमाल, जिसमें से एक से वो आशीष से बात करती थी।
  • वारदात वाली जगह पर आशीष की बाइक को सीसीटीवी फुटेज में देखा गया था।
  • पड़ोसियों ने बताया कि मोनिका के उसके सास-ससुर से नहीं थे अच्छे रिश्ते।

'मुझे कोई पछतावा नहीं है'

पुलिस से हुई पूछताछ में मोनिका ने बताया कि उसका पति और सास-ससुर उसकी जिंदगी अपने कंट्रोल में करना चाहते थे। उसने कहा, मुझे ऐसा लगता था, जैसे में जेल में बंद हूं। वह मेरी हर एक हरकतों पर नजर रखने लगे थे। मेरी आवाज छीनना चाहते थे। मूझे कोई पछतावा नहीं है। मोनिका के पति रवि ने पुलिस को बताया कि उसकी सास वीना उस पर सबसे ज्यादा नजर रखती थी। इसकी वजह से घर में रोजाना लड़ाई-झगड़े होते थे। जिला पुलिस उपायुक्त डॉ. जाय टिर्की ने इस बात की पुष्टि की है।