Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Monsoon 2024: बादलों ने बुझाई धरती की प्यास! अब महज कुल मानसूनी बारिश में इतनी रह गई कमी

दक्षिण भारत में अब तक मानसून के दौरान अतिरिक्त बारिश (13 प्रतिशत) दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने बताया कि देश के 24 प्रतिशत उपमंडल क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा हुई। 45 प्रतिशत में सामान्य वर्षा हुई तथा 31 प्रतिशत में कम वर्षा हुई। एक जून को चार महीने का मानसूनी सीजन शुरू होने के बाद से देश में अब तक 190.6 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है।

By Agency Edited By: Abhinav Atrey Updated: Fri, 05 Jul 2024 12:00 AM (IST)
Hero Image
30 जून तक देश में मानसूनी बारिश में दर्ज की गई थी 11 प्रतिशत की कमी। (फाइल फोटो)

पीटीआई, नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश के कारण देश में कुल मानसूनी बारिश में कमी 11 प्रतिशत (30 जून तक) से घटकर बृहस्पतिवार को केवल तीन प्रतिशत रह गई है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि उत्तर पश्चिम भारत में वर्षा की कमी 33 प्रतिशत से घटकर वीरवार को 14 प्रतिशत, मध्य भारत में 14 प्रतिशत से घटकर आठ प्रतिशत तथा पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में 13 प्रतिशत से घटकर दो प्रतिशत रह गई है।

दक्षिण भारत में अब तक मानसून के दौरान अतिरिक्त बारिश (13 प्रतिशत) दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने बताया कि देश के 24 प्रतिशत उपमंडल क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा हुई। 45 प्रतिशत में सामान्य वर्षा हुई तथा 31 प्रतिशत में कम वर्षा हुई। एक जून को चार महीने का मानसूनी सीजन शुरू होने के बाद से देश में अब तक 190.6 मिलीमीटर (मिमी) बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य बारिश 196.9 मिमी होती है। जून में 11 प्रतिशत कम बारिश हुई थी। देश में जून में केवल 147.2 मिमी वर्षा हुई थी जबकि सामान्यत: 165.3 मिमी वर्षा होती है।

असम में बाढ़ से मरने वाली की संख्या 56 हुई

उधर, असम में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 56 हो गई है। बाढ़ से 29 जिलों के साढ़े 16 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। प्रदेश में अधिकांश प्रमुख नदियों में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चल रहा है। असम के प्रसिद्ध काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में अब तक 17 जानवरों की डूबने से मौत हो चुकी है, जबकि 72 अन्य को बाढ़ के पानी से बचाया गया है। मरने वाले जानवरों में 16 हाग हिरण शामिल हैं।

असम में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है- सीएम सरमा

इस बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन सब कुछ अगले कुछ दिनों के दौरान मौसम की स्थिति पर निर्भर करता है। प्रभावित लोगों को राहत प्रदान की जा रही है और क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे की मरम्मत के साथ-साथ बाढ़ पीडि़तों के पुनर्वास के लिए योजनाएं तैयार की जा रही हैं।

अरुणाचल में भी बाढ़ से नुकसान

उधर, अरुणाचल में भी बाढ़ से नुकसान हुआ है। भूस्खलन होने से कम से कम सात जिलों में संचार व्यवस्था ठप हो गई है। भूस्खलन से प्रभावित जिलों में सियांग, पूर्वी सियांग, ऊपरी सियांग, पश्चिमी सियांग, शि योमी, लेपराडा और ऊपरी सुबनसिरी शामिल हैं।

ये भी पढ़ें: CBI ने भारतीय न्याय संहिता के तहत दर्ज किया पहला केस, तिहाड़ जेल से जुड़ा है पूरा मामला