Monsoon 2023: सुस्त है मानसून की रफ्तार, केरल में 3-4 दिनों बाद देगा दस्तक! IMD ने जताया था चार जून का अनुमान
मौसम विभाग ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि दक्षिण अरब सागर के ऊपर पछुआ हवाओं में वृद्धि के साथ ही स्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। पछुआ हवाओं की गहराई भी धीरे-धीरे बढ़ रही है।
By AgencyEdited By: Anurag GuptaUpdated: Sun, 04 Jun 2023 09:44 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआई। दक्षिण-पश्चिम मानसून रविवार को भी केरल नहीं पहुंचा। मौसम विभाग का अनुमान है कि इसके आगमन में अभी तीन-चार दिनों की और देरी हो सकती है। मई के मध्य में विभाग ने मानसून के चार जून को केरल पहुंचने का अनुमान व्यक्त किया था। सामान्य तौर पर यह एक जून को केरल पहुंच जाता है।
मौसम विभाग ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा,
बयान के मुताबिक, दक्षिणपूर्व अरब सागर के ऊपर बादल भी बढ़ रहे हैं। उम्मीद है कि केरल में मानसून की शुरुआत के लिए अनुकूल स्थितियों में अगले तीन-चार दिनों में और सुधार होगा। इसकी लगातार निगरानी की जा रही है और सोमवार को इसकी अपडेट जानकारी दी जाएगी।'दक्षिण अरब सागर के ऊपर पछुआ हवाओं में वृद्धि के साथ ही स्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। पछुआ हवाओं की गहराई भी धीरे-धीरे बढ़ रही है और चार जून को पछुआ हवाओं की गहराई औसत समुद्र तल से 2.1 किलोमीटर तक पहुंच गई है।
विज्ञानियों का कहना है कि इस देरी की वजह से देश में खरीफ की बोआई और कुल बारिश पर असर पड़ने की संभावना नहीं है।
विगत वर्षों में कब पहुंचा था मानसून?
- 2022 में 29 मई को केरल पहुंचा था
- 2021 में तीन जून
- 2020 में एक जून
- 2019 में आठ जून
- 2018 में 29 मई
गुजरात में छह जून तक बारिश
गुजरात के कई इलाकों में रविवार को बारिश हुई। मौसम विभाग ने चक्रवात की वजह से राज्य के कई क्षेत्रों, दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और पड़ोसी क्षेत्रों में छह जून की सुबह तक हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।विभाग ने गुजरात के सभी जिलों में शुक्रवार तक 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान भी जताया है। साथ ही मछुआरों को उत्तर गुजरात के तट से लगे समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है।