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देशभर में हिंदुओं, मंदिरों पर हमले और युवतियों की हत्या के 300 से अधिक मामले, विहिप ने रिपोर्ट जारी कर जताई चिंता

जनवरी 2023 से इस वर्ष छठ पूजा तक देश भर में हिंदुओं पर हमले की 300 से अधिक घटनाएं हुई हैं। इनमें हिंदू युवतियों की हत्या के 40 मंदिरों पर हमले के 131 हिंदू त्योहारों व धार्मिक यात्राओं पर हमले की 84 तथा हिंदू समुदाय या लोगों पर हमले की 58 घटनाएं हुई हैं।विहिप के अनुसार हिंदुओं के प्रति हिंसा के वास्तविक आंकड़े इससे 90 प्रतिशत अधिक हो सकते हैं।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Wed, 13 Nov 2024 05:50 AM (IST)
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रिपोर्ट में जनवरी 2023 से इस वर्ष छठ पूजा तक की घटनाओं के आंकड़े
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने एक रिपोर्ट जारी कर दावा किया है कि जनवरी 2023 से इस वर्ष छठ पूजा तक देश भर में हिंदुओं पर हमले की 300 से अधिक घटनाएं हुई हैं। इनमें हिंदू युवतियों की हत्या के 40, मंदिरों पर हमले के 131, हिंदू त्योहारों व धार्मिक यात्राओं पर हमले की 84 तथा हिंदू समुदाय या लोगों पर हमले की 58 घटनाएं हुई हैं।

विहिप के अनुसार, हिंदुओं के प्रति हिंसा के वास्तविक आंकड़े इससे 90 प्रतिशत अधिक हो सकते हैं, क्योंकि अधिकतर ऐसे धार्मिक आधारित हिंसा के मामले मीडिया के सामने नहीं आते। वे सार्वजनिक नहीं होते और उन पर कानूनी कार्रवाई नहीं होती है।

एक कार्यक्रम में चार भाग में 41 पेज की रिपोर्ट जारी करते विहिप के संयुक्त महामंत्री डा. सुरेंद्र जैन ने कहा कि यह मीडिया रिपोर्ट आधारित डेटा है, जो देश भर की मीडिया रिपोर्ट में प्रकाश में आए हैं और जिसे पुलिस द्वारा दर्ज किया गया है। इस तरह की कुल 313 हिंसक घटनाएं है।

उन्होंने बताया कि इस रिपोर्ट में उन हिंसक घटनाओं को ही शामिल किया गया है, जिसमें अपराधी मुस्लिम समुदाय से संबंध रखते थे। इसके पहले विहिप ने वर्ष 2022 में लव जिहाद व हिंदुओं पर उन्मादी भीड़ हिंसा के 400 मामलों की सूची जारी की थी। समग्र हमलों की रिपोर्ट जारी करने का उसका यह पहला प्रयास है।

डा. जैन ने कहा कि इससे स्पष्ट है कि बांग्लादेश, कनाडा अथवा अन्य देश में ही नहीं, बल्कि भारत में भी हिंदू समुदाय धर्म आधारित हिंसा का शिकार है। विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल के अनुसार, आंकड़े तीन टीमों ने 15 दिन में तैयार किया है।

इसमें घटनाओं का राज्यवार व तिथिवार ब्योरा है। रिपोर्ट के अनुसार, हिंदू युवतियों की हत्या के कुल 40 मामलों में 15 मामले अकेले उत्तर प्रदेश में सामने आए हैं, जबकि मंदिरों पर हमले के कुल 131 मामलों में 51 घटनाएं उत्तर प्रदेश की हैं।