पहले दिन आंध्र प्रदेश में तिरुपति के 2.4 लाख रियायती लड्डू बेचे गए, जानें क्या है उनकी कीमत
इस जिले में कोविड-19 का गंभीर प्रभाव देखते हुए यह फैसला लिया गया और निर्धारित स्टॉक पड़ोसी विजयवाड़ा भेज दिया गया।
By Dhyanendra SinghEdited By: Updated: Mon, 25 May 2020 11:55 PM (IST)
तिरुपति, प्रेट्र। देश के सबसे धनी भगवान वेंकटेश्वर मंदिर के 2.4 लाख 'तिरुपति लड्डू' हाथों हाथ बिक गए। आंध्र प्रदेश के 12 जिला मुख्यालयों पर सोमवार को रियायती दर पर पहले दिन लड्डू बेचे गए। यह जानकारी मंदिर के एक अधिकारी ने दी। हालांकि गुंटूर जिले को लड्डू की बिक्री से बाहर रखा गया है। इस जिले में कोविड-19 का गंभीर प्रभाव देखते हुए यह फैसला लिया गया और निर्धारित स्टॉक पड़ोसी विजयवाड़ा भेज दिया गया।
50 रुपये प्रति है लड्डूू की कीमत 25 रुपये में बेचे गएस्थानीय सरकारी तंत्र की मौजूदगी में सभी कोविड-19 दिशानिर्देश को ध्यान में रखा गया। टीटीडी विवाह भवनों और टीटीडी सूचना केंद्रों पर पवित्र प्रसादम के लिए श्रद्धालु कतार में खड़े थे। राज्य के जिलों में कुछ ही घंटों के दौरान लड्डू का पूरा स्टॉक बिक गया। लड्डू की कीमत 50 रुपये प्रति है, लेकिन कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान 25 रुपये प्रति बेचे गए हैं।
जल्द खोलें जाएगा तिरुपति बालाजी का मंदिर
वहीं, दूसरी ओर कोरोना वायरस महामारी संकट के बीच तिरुपति बालाजी मंदिर को खोलने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। इसके लिए राज्य सरकार ने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम्स ट्रस्ट को मंदिर को खोलने की अनुमति दे दी है। इस बारे में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानाम्स ट्रस्ट के चेयरमैन वाय.वी. सुब्बारेड्डी ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि तिरुपति बालाजी मंदिर क्षेत्र शुरू से ही ग्रीन जोन में रहा है। सुरक्षा और सेहत की दृष्टि से लॉकडाउन में मंदिर को बंद किया गया था। भगवान वेंकटश्वर हमारे पालन हार हैं और संकट की इस घड़ी में वही हम लोगों की रक्षा करेंगे।
इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब तिरुपति बालाजी मंदिर को बंद किया गया था। कोरोना वायरस महामारी के चलते मंदिर को 20 मार्च को बंद कर दिया गया था। इसके आगे उन्होंने कहा कि मंदिर को खोलने के बाद श्रद्धालुओं को आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी जाएगी। इसके लिए मास्क और दस्ताने अनिवार्य होंगे। साथ ही थर्मल स्क्रीनिंग से सबको गुजरना होगा। सामाजिक दूरी का पालन करना होगा।