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Defence Expo 2022: डिफेंस एक्सपो में कुल 1.53 लाख करोड़ के सहमति पत्रों पर दस्तखत, टूटे पिछले सभी रिकार्ड

डिफेंस एक्सपो के अंतिम दिन गुजरात के गांधीनगर में 451 सहमति पत्रों पर दस्तखत किए गए जिनमें 1.53 लाख करोड़ रुपये के करार किए गए हैं। रक्षा सचिव अजय कुमार ने गुरुवार को बताया कि डिफेंस एक्सपो के 12वें संस्करण में पिछले व्यापारिक सौदों को सभी रिकार्ड टूट गए हैं।

By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Fri, 21 Oct 2022 03:53 AM (IST)
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डिफेंस एक्सपो में 1.53 लाख करोड़ के सहमति पत्रों पर दस्तखत
गांधीनगर, प्रेट्र: तीन दिवसीय डिफेंस एक्सपो के अंतिम दिन गुजरात के गांधीनगर में 451 सहमति पत्रों पर दस्तखत किए गए जिनमें 1.53 लाख करोड़ रुपये के करार किए गए हैं। रक्षा सचिव अजय कुमार ने गुरुवार को बताया कि डिफेंस एक्सपो के 12वें संस्करण में पिछले व्यापारिक सौदों को सभी रिकार्ड टूट गए हैं। यह अब तक का सबसे कामयाब डिफेंस एक्सपो रहा है। दसों हजार बिजनेस विजिटर आए।

451 एमओयू पर हुए हस्ताक्षर

उन्होंने बताया कि लखनऊ में 2020 में आयोजित पिछले डिफेंस एक्सपो में 201 सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए थे। लेकिन इस बार 451 सहमति पत्र और समझौतों पर दस्तखत किए गए हैं। इनका मूल्य 1,53,000 करोड़ रुपये का है। यह सहमति पत्र और समझौते उद्योग और उद्योग, उद्योग व राज्य सरकारों और उद्योग और केंद्र सरकार के बीच किए गए हैं। इस कार्यक्रम में राज्यपाल आचार्य देवव्रत और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे।

रक्षा उद्योग दीर्घकालिक स्थिरता के लिए एक प्रमुख स्तंभ

कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने निर्यात को घरेलू रक्षा उद्योग की दीर्घकालिक स्थिरता के लिए एक प्रमुख स्तंभ बताया है। गुरुवार को उन्‍होंने कहा कि सरकार ने 2025 तक पांच अरब अमेरिकी डालर का रक्षा निर्यात हासिल करने का लक्ष्य रखा है। गांधीनगर में 12वें डिफेंस एक्सपो में एक कार्यक्रम में उन्होंने यह भी कहा कि सरकार 2025 तक रक्षा उत्पादन में कुल 22 अरब अमेरिकी डालर के कारोबार पर नजर गड़ाए हुए है। रक्षा मंत्री ने कहा कि डिफेंस एक्सपो-2022 आत्मनिर्भर भारत की ताकत का प्रतीक है। राष्ट्र गौरव, राष्ट्र शक्ति और राष्ट्र के संकल्प के रूप में इस डिफेंस एक्सपो को देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगले 25 वर्षों में भारत दुनिया के रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में उभरेगा। राजनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की डायनेमिक लीडरशिप में भारत के रक्षा क्षेत्र को पूरी ताकत मिली है।