पत्नी की हत्या कर 10 पुरानी प्रेम कहानी का कर दिया था अंत, परिवार को भी मंजूर नहीं था रिश्ता
पुलिस को सन्नी इन्क्लेव स्थित केंद्रीय विहार के पास एक मकान से महिला ने फोन कर इस हत्या की जानकारी दी थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो एक महिला बाथरूम में खून में लथपथ पड़ी थी। उसकी पहचान भोपाल निवासी वर्षा चौहान के रूप में हुई थी।
By Arun kumar SinghEdited By: Updated: Sun, 07 Feb 2021 08:21 AM (IST)
भोपाल, राज्य ब्यूरो। मोहाली के खरड़ थाना क्षेत्र में पत्नी वर्षा की हत्या कर मारे गए वारिस के परिवार को भी यह रिश्ता मंजूर नहीं था। वर्षा का परिवार तो खिलाफ था ही। वारिस कमरूदीन ने चाकू से अपनी पत्नी वर्षा चौहान की हत्या कर 10 पुरानी प्रेम कहानी का अंत कर दिया था। बाद में वारिस की भी एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। वर्षा और वारिस दोनों ही भोपाल के रहने वाले थे।
बजरिया थाना क्षेत्र के कोच फैक्ट्री के पास रहने वाली 34 वर्षीय वर्षा चौहान के परिवार में उसकी मां, छोटा भाई और एक छोटी बहन है। पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं। वर्षा अपने तीन भाई और बहन में सबसे बड़ी थी। जबकि, वारिस के पिता जबलपुर कोर्ट में वकालत किया करते थे, वह भी अब इस दुनिया में नहीं हैं। मां पहले एक उर्दू स्कूल में शिक्षिका थी, छोटा भाई होम ट्यूटर है। दोनों ही परिवारों को उनका प्रेम करना और बाद में शादी करना पसंद नहीं आया था। दोनों ही परिवार ने उनकी शादी को अपनाया तक नहीं था। वारिस अपने पिता कमरूदीन के नाम को अपने सरनेम में लगाता था।
मोहाली की खरड़ थाना पुलिस को शुक्रवार सुबह हत्या की जानकारी लगी थी। पुलिस को सन्नी इन्क्लेव स्थित केंद्रीय विहार के पास एक मकान से महिला ने फोन कर इस हत्या की जानकारी दी थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो एक महिला बाथरूम में खून में लथपथ पड़ी थी। उसकी पहचान भोपाल निवासी वर्षा चौहान के रूप में हुई थी। हालांकि, पुलिस को उसके पास से उसके पुराने पते छोला मंदिर और न्यू निशातपुरा के दस्तावेज मिले थे जिससे परिवार से संपर्क करने में पुलिस को काफी समय लगा।
भाई को कारण नहीं पतावर्षा की मां आंगनबाड़ी में काम करती हैं। पिता निजी काम किया करते थे। वर्षा को परिवार का काफी सपोर्ट था। उसने एमबीए किया। उसके बाद आगे नौकरी भी की और पढ़ाई भी करती रही। हत्या के पीछे क्या कारण है, इसके बारे में फिलहाल तो मैं कुछ भी नहीं कह सकता हूं।
(जैसा कि मृतका वर्षा चौहान के भाई ने नईदुनिया को बताया)इंटरनेशनल कॉल सेंटर में करते थे काम
कॉलेज में वर्षा का साथ मिलने के बाद वारिस ने आगे पढ़ाई नहीं की और भोपाल छोड़कर बाहर नौकरी की तलाश में निकल गया था। इस दौरान दोनों को अच्छे पैकेज पर कॉल सेंटर में नौकरी भी मिल गई थी। भोपाल छोड़ने के बाद कुछ साल तक दोनों ने साथ में रहकर अपनी दोस्ती को आगे बढ़ाया और अपना कॅरियर बनाया फिर शादी कर ली। लॉकडाउन में नौकरी चली गई थीवारिस के परिवार के लोग इस हादसे के बाद काफी सदमे में हैं। परिजन इस मामले में ज्यादा बात करना ही नहीं करना चाहते हैं। करीबी रिश्तेदारों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण अधिकांश कॉलसेंटर बंद हो गए थे। इस दौरान वारिस और उसकी पत्नी की नौकरी भी चली गई थी।
युवती के बारे में पता चला तो परिवार ने नहीं रखा था संबंधबेटे की प्रेम कहानी के बारे में जब वारिस के परिवार को पता लगा तो उन्होंने भी बेटे से किनारा कर लिया था। वारिस कभी-कभार अपने करीबी रिश्तेदार को फोन कर हालचाल जाना लिया करता था। उसे अंग्रेजी में बात करने में महारत हासिल थी। दो माह पहले ही आया था मामा के बेटे की शादी में वारिस दो माह पहले ही अपने मामा के बेटे की शादी में भोपाल आया था। तब उससे मुलाकत हुई थी, तब उसने अपनी नौकरी चले जाने और जल्द ही विदेश जाने के बारे में भी बताया था। परिवार वालों ने यह शादी स्वीकार नहीं की थी।
(जैसा कि मृतक वारिस के रिश्ते के भाई ने नईदुनिया को बताया)