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    'अगर वो कहते तो...', मुंबई बंधक कांड में पूर्व शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने बताया क्यों नहीं की रोहित आर्या से बात?

    Updated: Tue, 04 Nov 2025 06:51 PM (IST)

    मुंबई के आरए स्टूडियो में बच्चों को बंधक बनाने के मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस के अनुसार, पूर्व शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने रोहित आर्या से बात करने से इनकार कर दिया, जिसने बकाया राशि के कारण बच्चों को बंधक बनाया था। केसरकर का कहना है कि वह आश्वासन देने की स्थिति में नहीं थे। पुलिस जल्द ही केसरकर का बयान दर्ज करेगी। आर्या ने दावा किया था कि शिक्षा विभाग पर उनकी कंपनी का 2 करोड़ से अधिक बकाया है।

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    केसरकर ने आर्या से बात करने से इनकार किया

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मुंबई के आरए स्टूडियो में 17 बच्चों को बंधक बनाने वाली घटना में नया अपडेट सामने आया है। पुलिस ने बताया है कि इस मामले में वे पूर्व शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर से बात करने के लिए कहते रहे लेकिन उन्होंने रोहित आर्या से बात करने से इनकार कर दिया।

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    आर्या ने बच्चों को इसीलिए बंधक बनाया था क्योंकि शिक्षा विभाग के लिए उसके काम का पैसा बकाया  था, और वह केसरकर से बात करना चाहते थे क्योंकि वह विभाग के प्रमुख थे।

    केसरकर ने आर्या से बात करने से इनकार किया

    मुंबई पुलिस ने कहा कि उन्होंने केसरकर को फोन किया और उनसे आर्या से बात करने का अनुरोध किया, लेकिन पूर्व मंत्री ने इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वह आर्या से बात नहीं करना चाहते थे क्योंकि वह आश्वासन देने की स्थिति में नहीं थे, और अगर उन्हें पता होता कि इससे किसी भी तरह से मदद मिलेगी तो वे ऐसा करते। अब इस मामले में दीपक केसरकर को अपना बयान दर्ज कराने के लिए जल्द ही बुलाया जा सकता है।

    17 बच्चों समेत 19 को बनाया था बंधक 

    30 अक्टूबर को पवई में आरए स्टूडियो में 19 लोगों को बंधक बनाने वाले रोहित आर्या ने दावा किया था कि उनकी कंपनी का शहरी स्वच्छता और सफाई अभियान के लिए 2 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। हालांकि शिक्षा विभाग ने दावे का खंडन किया है।

    अधिकारियों ने कहा कि आर्या ने बार-बार उन्हें केसरकर से मिलाने के लिए कहा ताकि वह बकाया पैसे के बारे में उनसे बात कर सकें। एक अधिकारी ने कहा, "हमने केसरकर को फोन किया और पूछा कि क्या वह आर्य से बात करेंगे, लेकिन उन्होंने कहा नहीं।"

    पूर्व मंत्री ने बताया क्यों किया बात करने से इनकार?

    जब पूर्व मंत्री  से पूछा गया कि उन्होंने इनकार क्यों किया, तो उन्होंने कहा कि उन्होंने पुलिस से आर्य को वर्तमान स्कूल शिक्षा मंत्री या अधिकारियों से बात करने के लिए कहा था जो उन्हें आवश्यक आश्वासन दे सकें। केसरकर ने कहा, किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि आर्या पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा जाएगा।

    पूर्व मंत्री ने दावा किया कि पुलिस ने उन्हें केवल एक बार फोन किया था। उन्होंने कहा कि उन्हें आर्या से बात करने में कोई दिक्कत नहीं थी और अगर पुलिस ने उनसे कहा होता कि वह सिर्फ बातचीत करना चाहते हैं, तो वह सहमत हो गए होते। केसरकर ने दोहराया कि वह मदद करना चाहते थे, और ना कहने का एकमात्र कारण यह था कि उन्हें लगा कि आर्य आश्वासन चाहते थे और वह ऐसा करने की स्थिति में नहीं थे।