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    बच्चों पर डाला पेट्रोल, पेपर स्प्रे कर तानी पिस्तौल... पुलिस ने बताया क्या था रोहित आर्या का प्लान

    Updated: Sat, 01 Nov 2025 03:59 PM (IST)

    मुंबई के पवई इलाके में रोहित आर्या ने RA स्टूडियो में बच्चों को बंधक बनाकर हंगामा किया। उसने स्टूडियो में पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की धमकी दी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए खिड़की से प्रवेश कर बच्चों को सुरक्षित बचाया और आरोपी को घायल कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की मांगें स्पष्ट नहीं थीं, लेकिन वह बच्चों को नुकसान पहुंचाने की धमकी दे रहा था।

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    RA स्टूडियो में बच्चों को बंधक बनाकर मचाया आतंक पुलिस ने किया विफल (फोटो सोर्स- सोशल मीडिया)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मुंबई के पवई इलाके में शुक्रवार दोपहर बड़ा हंगामा मच गया जब रोहित आर्या नाम के व्यक्ति ने RA स्टूडियों में चार बच्चों को बंधक बना लिया। आरोपी ने पूरे स्टूडियों में पेट्रोल और रबर का घोल छिड़ककर धमकी दी कि अगर उसकी मांगें नहीं मानी गई तो वह इस जगह को आग लगा देगा।

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    असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर अमोल वाघमारे के अनुसार, उन्हें करीब दोपहर 2 बजे सूचना मिली जब कुछ माता-पिता भागते हुए आए और बोले के उनके बच्चे फोन नहीं उठा रहे। इसी दौरान, किसी ने उन्हें व्हाट्सऐप पर एक वीडियो दिखाया जिसमें रोहित आर्या खद कह रहा था कि उसने बच्चों को बंधक बना रखा है और किसी ने हस्तक्षेप किया तो वह आग लगा देगा।

    रूम से आ रही थी पेट्रोल की गंध

    कुछ ही देर में API सोहेल सुबेदार और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सोनवणे की टीम मौके पर पहुंच गई। माहौल तनावपूर्ण था, बाहर से ही पेट्रोल की गंध आ रही थी और माता-पिता रो रहे थे। पुलिस ने फायर ब्रिगेड की मदद से पहली मंजिल के बाथरूम की खिड़की से प्रवेश किया, जहां बच्चे बंद थे।

    वाघमारे के साथ सब-इंस्पेक्टर राकेश नलवाडे, बड़े और शिंदे भी थे। वाघमारे ने बताया, "हमने बच्चों को रोने की आवाज सुनी। तभी रोहित आर्या अंदर आया और बच्चों से कुछ दूरी पर खड़ा होकर पेपर स्प्रे चलाया और अपनी कमर पर रखी पिस्तौल की ओर इशारा किया। जब उसने पिस्तौल हमारी तरफ तानी तो मैंनै आत्मरक्षा में गोली चलाई।"

    गोली लगने से घायल हुआ आर्या

    गोली लगने से आर्या घायल हुआ, जिसके बाद उसे जोगेश्वरी टॉमा केयर अस्पताल ले जाया गया। बच्चे सुरक्षित बाहर निकाले गए और उनके माता-पिता को सौंप दिए गए। FIR के मुताबिक, पुलिस के अंदर जाने से पहले रोहन आहर जो आर्या का सहायक था, वो खिड़की पर आया और बताया कि आर्या ने बच्चों को रस्सी से बंध रखा है और उनके मुंह पर टेप चिपकाई हुई है।

    आखिर क्या थी रोहित आर्या की मांग?

    बाद में पुलिस ने आर्या से मोबाइल पर बात करने की कोशिश की, लेकिन वह साफ-साफ अपनी मांगें नहीं बता रहा था। डीसीपी दत्ता नलवडे ने भी फोन पर उससे बात की, लेकिन आर्या बार-बार यही धमकी दे रहा था कि वह बच्चों को नुकसान पहुंचा सकता है या स्टूडियो को जला देगा।