हैदराबाद में दिखा भाईचारा! मुस्लिम परिवार के घर आए गणपति बप्पा, स्थापित की भगवान गणेश की मूर्ति
तेलंगाना के हैदराबाद में हिंदू-मुस्लिम का अद्भुत भाईचारा देखने को मिला। गणेश चतुर्थी के उत्सव में मुस्लिम शख्स ने अपने घर में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की। यह सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे को दर्शाता है। दोस्तों के समूह ने रोशनी और फूल-मालाओं से सजाए गए पंडाल में पूजा की। शुक्रवार कोमुंबई के प्रसिद्ध लालबागचा राजा मंडल को गणेश चतुर्थी उत्सव के दो दिनों में एक करोड़ का दान मिला।
By Nidhi AvinashEdited By: Nidhi AvinashUpdated: Sat, 23 Sep 2023 10:31 AM (IST)
हैदराबाद (तेलंगाना), ANI। तेलंगाना के हैदराबाद में दो समुदायों के बीच एक अद्भुत भाईचारा देखने को मिला। यहां मुस्लिम समुदाय के एक व्यक्ति ने अपने हिंदू दोस्तों के साथ मिलकर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की। यह वाकई में एक सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे को दर्शाता है।
दोस्तों के समूह ने रोशनी और फूल-मालाओं से सजाए गए पंडाल में स्थापित गणपति प्रतिमा की पूजा भी की। समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए हैदराबाद के राम नगर के निवासी मोहम्मद सिद्दीकी ने कहा, 'हम पिछले 18 वर्षों से रामनगर में धार्मिक रूप से भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित कर रहे हैं। क्षेत्र के मुस्लिम, सिख और ईसाई समुदाय के सभी लोग उत्सव में भाग लेते हैं।'
हिंदू-मुस्लिम के बीच का भाईचारा
मोहम्मद ने आगे कहा, 'हम त्योहार बहुत धूमधाम और खुशी के साथ मनाते हैं। मेरे हिंदू दोस्त भी मेरे साथ रमजान समारोह में हिस्सा लेते हैं, वे गली में इफ्तार का आयोजन करते हैं और दान भी देते हैं।'सिद्दीकी के एक दोस्त साई ने ANI से कहा, 'हम बचपन से दोस्त हैं और इसलिए हम सभी समारोहों में एक साथ हिस्सा लेते हैं। हम 18 साल से हर साल गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते आ रहे हैं। हम बहुत ही भव्य तरीके से विसर्जन करते हैं। 9 दिनों तक हर दिन आनंदन और पूजा के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित की जाती हैं।'
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सिद्दीकी हमारा भाई है...
एक अन्य मित्र रामू ने कहा, 'सिद्दीकी हमारा भाई है और जब हम बच्चे थे तब से वह हमारे साथ यहां गणेश प्रतिमा स्थापित करता आ रहा है। हम आगमन से लेकर विसर्जन तक उसके साथ खड़े हैं। हम इफ्तार देकर और क्षेत्र में जश्न मनाकर भी रमजान मनाते हैं। हम रमजान में उनके घर पर शीर भी खाते हैं। 'हम बिना किसी सांप्रदायिक भावना के एक-दूसरे के साथ रहते हैं।'