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नमामि गंगे ने जल संरक्षण के लिए 49 विश्वविद्यालयों के साथ किया समझौता, केंद्रीय जल शक्ति ने बताया उद्देश्य

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने कहा कि सक्रिय सार्वजनिक भागीदारी प्राप्त करने के अलावा यह आयोजन ज्ञान आधारित अल्पकालिक कार्यक्रम प्रशिक्षण सत्र बनाने और जल क्षेत्र पर अधिक शोध को प्रोत्साहन देने की दिशा में भी ऐतिहासिक होगा।

By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Thu, 13 Apr 2023 09:33 PM (IST)
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नदी के पुनर्जीवन की दिशा में युवाओं को प्रेरित करने के लिए उठाया गया कदम

नई दिल्ली, एएनआई। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को नमामि गंगे यूनिवर्सिटी कनेक्ट कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान जल संरक्षण और विशेष रूप से नदी पुनर्जीवन पर युवाओं के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए 49 विश्वविद्यालयों के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

नदियों के एक स्थायी इकोसिस्टम को तैयार करने के लिए उठाया गया कदम

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने कहा कि समझौता ज्ञापन का उद्देश्य हमारी नदियों के एक स्थायी इकोसिस्टम को तैयार करने के लिए विद्यार्थी समुदाय को जन आंदोलन में सबसे आगे लाना है। सक्रिय सार्वजनिक भागीदारी प्राप्त करने के अलावा, यह आयोजन ज्ञान आधारित अल्पकालिक कार्यक्रम, प्रशिक्षण सत्र बनाने और जल क्षेत्र पर अधिक शोध को प्रोत्साहन देने की दिशा में भी ऐतिहासिक होगा।

राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन

शेखावत ने कहा कि नदियों के कायाकल्प के साथ गंगा नदी की स्वच्छता और शुद्धता सुनिश्चित करना नमामि गंगे मिशन का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि पानी जीवन को बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) पहल के माध्यम से कई उच्च शिक्षण संस्थानों ने नदी के कायाकल्प और जल संरक्षण के लिए अपना समर्थन देने और युवा पीढ़ी के लिए एक स्थायी इकोसिस्टम तैयार करने के प्रति जागरूक भागीदार बनने के लिए मंच तैयार करने को कहा है। इस कार्यक्रम का विषय युवा मस्तिष्क का प्रज्ज्वलन, नदियों का कायाकल्प था।