Madhya Pradesh: हिंदू महासभा कार्यालय के अंदर चली 'गोडसे की ज्ञान शाला', बाहर पुलिस रही तैनात
हिंदू महासभा के डॉ. जयवीर भारद्वाज ने बताया कि गोडसे ज्ञान शाला के आयोजन का उद्देश्य देश के बलिदानियों का इतिहास व उनके वीरतापूर्ण बलिदान को याद करना है। ज्ञान शाला में गोडसे के अंतिम बयान को सुनाया गया।
By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Sun, 10 Jan 2021 10:36 PM (IST)
ग्वालियर, जेएनएन। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में दौलतगंज स्थित अखिल भारतीय हिंदू महासभा कार्यालय में रविवार को 'गोडसे की ज्ञान शाला' का आयोजन किया गया। कार्यक्रम कार्यालय के अंदर चल रहा था, बाहर पुलिस तैनात थी। ज्ञान शाला के दौरान महासभा के कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान विरोधी नारे भी लगाए। आयोजन को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज कराई है।
पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने कहा है कि इस प्रकार के आयोजन पर रोक लगाना चाहिए। अखिल भारत हिंदू महासभा नाथूराम गोडसे की पुण्यतिथि व जन्मदिन पर आयोजन करती रही है। रविवार को भी ऐसा ही आयोजन हुआ। दोपहर एक बजे महासभा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने गोडसे के चित्र के सामने दीप प्रज्वलन कर आरती उतारी। कार्यक्रम स्थल पर लगे बैनर पर श्यामाप्रसाद मुखर्जी, वीर सावरकर, गुर तेग बहादुर, गुर गोविंद सिंह, अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह, फतेह सिंह, महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी, मदन मोहन मालवीय, लाला लाजपत राय के चित्र थे।
ज्ञान शाला में गोडसे के अंतिम बयान को सुनाया गया
हिंदू महासभा के डॉ. जयवीर भारद्वाज ने बताया कि गोडसे ज्ञान शाला के आयोजन का उद्देश्य देश के बलिदानियों का इतिहास व उनके वीरतापूर्ण बलिदान को याद करना है। ज्ञान शाला में गोडसे के अंतिम बयान को सुनाया गया। आयोजन पूर्ण होने तक पुलिस कार्यालय के बाहर खड़ी रही। इस दौरान 'उठो जवानो फूंको खंब, चलो कराची, फेंको बम' जैसे नारे भी लगाए गए।
कांग्रेस की आपत्ति, ऐसे आयोजनों पर रोक लगे पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता डॉ. गोविंद का कहना है कि गोडसे की ज्ञान शाला जैसे आयोजनों पर रोक लगना चाहिए। सरकार को आयोजकों पर कार्रवाई करना चाहिए। कार्रवाई नहीं होती है तो यह माना जाना चाहिए कि आयोजकों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है।वहीं, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता केके मिश्रा ने 'गोडसे की ज्ञान शाला' का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है कि आज ग्वालियर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की विधिवत पूजा-अर्चना, आरती की गई। इसके बाद उनकी ज्ञान शाला संपप्न हुई। कार्यक्रम स्थल पर बाकायदा श्यामा प्रसाद मुखर्जी, डॉ. केशव बलीराम हेडगेवार की तस्वीरें लगी थीं। प्रदेश सरकार, संघ कबीले व भाजपा की यह नूरा कुश्ती क्या है?
ग्वालियर के सीएसपी आत्माराम शर्मा ने बताया कि एहतियात के तौर पर हिंदू महासभा कार्यालय के बाहर पुलिस तैनात की गई थी। कार्यक्रम को लेकर किसी ने कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई है।