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National Achievement Survey 2021: आठवीं दसवीं के मुकाबले तीसरी और पांचवीं के बच्चे गणित में ज्यादा तेज

नेशनल अचीवमेंट सर्वे 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता सहित बच्चों में सीखने की क्षमता को परखने के लिए देशभर में कराए गए सर्वेक्षण में दसवीं और आठवीं के बच्चों के मुकाबले तीसरी और पांचवीं के बच्चों में सीखने की क्षमता ज्यादा बेहतर पाई गई है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Thu, 26 May 2022 01:53 AM (IST)
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दसवीं और आठवीं के बच्चों के मुकाबले तीसरी और पांचवीं के बच्चों में सीखने की क्षमता बेहतर पाई गई है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता सहित बच्चों में सीखने की क्षमता को परखने के लिए देशभर में कराए गए सर्वेक्षण में दसवीं और आठवीं के बच्चों के मुकाबले तीसरी और पांचवीं के बच्चों में सीखने की क्षमता ज्यादा बेहतर पाई गई है। नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एनएएस) 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक, गणित जैसे विषय में भी तीसरी और पांचवीं के बच्चों का प्रदर्शन आठवीं और दसवीं की तुलना में काफी बेहतर रहा है। पांच सौ के कुल अंकों में तीसरी के बच्चों का राष्ट्रीय स्तर पर औसत अंक 306 तो पांचवीं के बच्चों का 284 अंक रहा है, जबकि, आठवीं के बच्चों का 255 और दसवीं के बच्चों का 220 ही रहा है।

विज्ञान को लेकर प्रदर्शन निराशाजनक

एनएएस-2021 की इस रिपोर्ट में देशभर के स्कूलों में बच्चों का प्रदर्शन भाषा में काफी बेहतर रहा है। तीसरी, पांचवीं और आठवीं के बच्चों का प्रदर्शन राष्ट्रीय स्तर पर 60 प्रतिशत से ज्यादा ही रहा है। हालांकि देश के बच्चों में विज्ञान को लेकर प्रदर्शन थोड़ा निराश करने वाला रहा है।

औसतन 206 अंक मिले

दसवीं कक्षा के स्तर पर विज्ञान विषय को लेकर कराई गई परीक्षा में राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें पांच सौ अंकों में से औसतन 206 अंक ही मिले। यानी 41 प्रतिशत ही अंक मिले।

एनएएस-2021 की रिपोर्ट जारी

शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को देशभर में कराए गए एनएएस-2021 की रिपोर्ट जारी की। इसे लेकर देशभर में तीसरी, पांचवीं, आठवीं और दसवीं के स्तर पर लर्निंग आउटकम का पता लगाने के लिए परीक्षा कराई गई थी। यह परीक्षा 12 नवंबर 2021 को देशभर में चुनिंदा विषयों को लेकर कराई गई थी। इसमें देशभर के 1.18 लाख स्कूल शामिल हुए थे।

2017 में भी हुआ था सर्वे

इनमें सरकारी, निजी और सहायता प्राप्त स्कूल शामिल थे। इस परीक्षा में 34 लाख छात्रों ने हिस्सा लिया था, जबकि इस पूरी प्रक्रिया में 5.26 लाख शिक्षक लगाए गए थे। स्कूली बच्चों के सीखने की क्षमता को जांचने के लिए शिक्षा मंत्रालय की ओर से प्रत्येक तीन साल में एक सर्वे कराया जाता है। इससे पहले इस तरह का सर्वे 2017 में हुआ था।

सभी स्तरों पर बेहतर प्रदर्शन

हालांकि इसे 2020 में होना था लेकिन कोरोना के चलते इसे टाल दिया गया था। रिपोर्ट में बेटियों ने लगभग सभी स्तर पर बाजी मारी है। रिपोर्ट के अनुसार बेटियों ने लगभग सभी स्तरों पर अपना प्रदर्शन बेहतर रखा है।

गणित में देशभर में पंजाब और राजस्थान के बच्चे सबसे तेज

नेशनल एचीवमेंट सर्वे 2021 का यह आकलन तीसरी, पांचवीं, आठवीं और दसवीं के स्तर पर ही कराया गया था। इनमें सभी स्तरों पर गणित में पंजाब और राजस्थान के बच्चों का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा है। जिनका स्कोर राष्ट्रीय औसत से भी काफी ज्यादा रहा है। अकेले दसवीं कक्षा की बात करें तो गणित में पांच सौ अंकों में से राष्ट्रीय औसत अंक 220 था, जबकि पंजाब के दसवीं के बच्चों को 273 और राजस्थान के दसवीं के बच्चों को 256 अंक मिले हैं। इसी तरह आठवीं, पांचवीं और तीसरी कक्षा में भी पंजाब और राजस्थान के बच्चों में गणित में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया।