सभी मेडिकल कॉलेजों को बनाना होगा तंबाकू निषेध केंद्र, नेशनल मेडिकल कमीशन ने दिए निर्देश
तंबाकू के प्रतिकूल प्रभावों से निपटने और सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन ने देशभर के मेडिकल कॉलेजों को निर्देश दिया कि उन्हें तंबाकू उन्मूलन केंद्र स्थापित करना होगा। सर्कुलर में प्रत्येक मेडिकल कॉलेज से जुड़े सभी अस्पतालों को तंबाकू मुक्ति केंद्र की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। ये केंद्र तंबाकू मुक्ति के साथ-साथ नशा मुक्ति केंद्र के रूप में भी काम करेंगे।
पीटीआई, नई दिल्ली। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने देशभर के मेडिकल कॉलेजों को तंबाकू उन्मूलन केंद्र स्थापित करने का निर्देश दिया है। तंबाकू के प्रतिकूल प्रभावों से निपटने और सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए एनएमसी ने यह निर्देश दिया है।
शुक्रवार को जारी एनएमसी के सर्कुलर में कहा गया है कि इस पहल का उद्देश्य तंबाकू की लत छुड़वाने के लिए विशेष सेवाओं को एकीकृत करके स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है। सर्कुलर में प्रत्येक मेडिकल कॉलेज से जुड़े सभी अस्पतालों को तंबाकू मुक्ति केंद्र की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।
नशा मुक्ति केंद्र का भी करेंगे काम
यह मनोचिकित्सा विभाग और/या अन्य विभागों द्वारा संचालित विशेष क्लीनिक हो सकता है। ये केंद्र तंबाकू मुक्ति के साथ-साथ नशा मुक्ति केंद्र के रूप में भी काम करेंगे। अध्ययनों से पता चला है कि भारत में तंबाकू उपयोगकर्ताओं की संख्या विश्व में दूसरे स्थान पर है।हर साल 12 लाख लोगों की जाती है जान
कम से कम 12 लाख लोग हर साल तंबाकू जनित बीमारियों से मर जाते हैं। भारत में लगभग 27 प्रतिशत कैंसर तंबाकू के कारण होते हैं। तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से एक लाख 82 हजार करोड़ रुपये खर्च होते हैं।