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ISRO जापान के साथ मिलकर करेगा चांद फतह, पांचवें मिशन LUPEX को मिली अंतरिक्ष आयोग की मंजूरी

Chandrayaan 5 LUPEX mission इसरो के महत्वाकांक्षी लूनर पोलर एक्सप्लोरेशन मिशन या लूपेक्स को राष्ट्रीय अंतरिक्ष आयोग की मंजूरी मिल गई है। अब जल्द ही इसे केंद्रीय कैबिनेट के समक्ष रखा जाएगा जहां से मंजूरी के बाद मिशन का रास्ता साफ हो जाएगा। अब तक के 4 चंद्रयान मिशन के विपरीत इसरो इसे जापानी अंतरिक्ष एजेंसी जाक्सा के साथ मिलकर पूरा करेगा। जानिए क्या है इस मिशन की खासियत।

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Tue, 08 Oct 2024 03:20 PM (IST)
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जापानी एजेंसी,जाक्सा के साथ मिलकर इसरो इस स्पेस मिशन को पूरा करेगा। (File Image)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अपने पिछलों मिशनों में चांद फतह कर चुका इसरो अब चंद्रमा पर और बड़े स्केल पर मिशन की तैयारी में है। इसी दिशा में इसरो के महत्वाकांक्षी लूपेक्स मिशन को राष्ट्रीय अंतरिक्ष आयोग की मंजूरी मिल चुकी है। लूनर पोलर एक्सप्लोरेशन मिशन या लूपेक्स को इसरो जापानी अंतरिक्ष एजेंसी, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) के साथ पूरा करेगा।

गौरतलब है कि यह इसरो का पांचवां चंद्रमा मिशन होगा। चंद्रयान 3 की सफलता के बाद अब इसरो चंद्रयान 4 की तैयारियों में लगा हुआ है। इस बीच पांचवें मिशन की भी मंजूरी मिल गई है। अब इस मिशन को कैबिनेट से मंजूरी दी जानी है। इसके बाद मिशन का रास्ता साफ हो जाएगा।

चंद्रयान मिशन की सीरीज पर काम कर रहा इसरो

इसरो का कहना है कि वह चंद्रयान मिशन की एक पूरी सीरीज बनाना चाहता है, जिससे ऐसी क्षमता विकसित की जा सके कि भविष्य में इंसानों को सफलतापूर्वक चांद पर ले जाया और वापस लाया जा सके। बात करें लूपेक्स मिशन के तो इसके तहत इसरो लैंडर का विकास करेगा, जबकि जापान की एजेंसी जाक्सा रोवर बनाएगी।

यह रोवर अपने साथ इसरो और जाक्सा के उपकरणों के साथ-साथ नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के उपकरण भी साथ लेकर जाएगा। मिशन के माध्यम से चंद्रमा पर स्थायी गतिविधियों के लिए आधार बनाने के उद्देश्य से ध्रुवीय इलाके की खोज की संभावना का भी पता लगाया जाएगा। साथ ही चांद की सतह पर जल संसाधन की मौजूदगी को लेकर भी जानकारी हासिल की जाएगी।