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नौसेना प्रमुख बनने के बाद पहली विदेश यात्रा पर गए दिनेश त्रिपाठी, द्विपक्षीय सैन्य सहयोग पर चर्चा के लिए बांग्लादेश पहुंचे

भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी की रविवार से पांच दिवसीय दौरे पर बांग्लादेश पहुंचे हैं। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य समुद्री क्षेत्र में द्विपक्षीय सैन्य सहयोग और नए रास्तों की प्रगति पर साथ मिलकर काम करना है। इस यात्रा के दौरान वे अपने बांग्लादेशी समकक्ष एडमिरल नजमूल हसन और अन्य सैन्य अधिकारियों के साथ आपसी सैन्य सहयोग पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Mon, 01 Jul 2024 06:00 AM (IST)
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नौसेना प्रमुख बनने के बाद पहली विदेश यात्र पर गए दिनेश त्रिपाठी
 पीटीआई, नई दिल्ली। भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी की रविवार से पांच दिवसीय दौरे पर बांग्लादेश पहुंचे हैं। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य समुद्री क्षेत्र में द्विपक्षीय सैन्य सहयोग और नए रास्तों की प्रगति पर साथ मिलकर काम करना है। गौरतलब है कि इससे पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत का दौरा किया था। उस दौरान दोनों देशों के बीच सैन्य और कूटनीतिक संबंधों में विस्तार पर चर्चा हुई थी।

भारतीय नौसेना प्रमुख बनने के बाद एडमिरल त्रिपाठी की यह पहली विदेश यात्रा है। इस यात्रा के दौरान वे अपने बांग्लादेशी समकक्ष एडमिरल नजमूल हसन और अन्य सैन्य अधिकारियों के साथ आपसी सैन्य सहयोग पर विस्तार से चर्चा करेंगे। एडमिरल त्रिपाठी अपनी यात्रा के दौरान चार जुलाई को बांग्लादेश नौसेना अकादमी की पा¨सग आउट परेड में भी हिस्सा लेंगे। इसके अलावा भारतीय नौसेना प्रमुख ढाका स्थित बांग्लादेश के नेशनल डिफेंस कालेज में अपना संबोधन देंगे।

भारतीय नौसेना द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि नौसेना प्रमुख के इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सैन्य संबंधों की प्रगति को लेकर चर्चा की जाएगी। भारत और बांग्लादेश के बीच नौसेना सहयोग पारंपरिक रूप से मजबूत रहा है। सेना से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि 'सागर' योजना के तहत बांग्लादेश, भारत का भागीदार रहा है।

उन्होंने बताया कि 'सागर' योजना के तहत दोनों देश भविष्य में आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे। इस दौरार सागर योजना की प्रगति पर भी चर्चा हो सकती है। वहीं, रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारतीय नौसेना जहाज 'रणवीर' समुद्री अभ्यासों में भाग लेने के लिए 29 जून को बांग्लादेश के चट्टोग्राम में पहुंच गया है।