लक्षद्वीप में INS जटायु बना नौसेना का नया बेस, PAK-चीन पर रहेगी पैनी नजर; हिंद महासागर क्षेत्र में परिचालन क्षमता भी बढ़ेगी
भारतीय नौसेना ने बुधवार को मिनिकाय द्वीप पर अपना नया बेस आईएनएस जटायु शुरू किया। यह रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण लक्षद्वीप द्वीपसूमह में नौसेना की परिचालन क्षमताओं को बढ़ाएगा। नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि यूनिट का नाम महाकाव्य रामायण के उस पौराणिक प्राणी (जटायु) के नाम पर रखा गया था जिसने सीता के अपहरण को रोकने की कोशिश की थी।
नौसेना प्रमुख ने क्या कुछ कहा?
इससे पहले 2012 में कवरत्ती में आईएनएस द्वीपरक्षक को पहले नौसेना अड्डे के रूप में स्थापित किया गया था। यहां यह भी बता दें कि मिनिकाय द्वीप उस समुद्री रास्ते पर स्थित है, जिसे विश्व का प्रमुख समुद्री राजमार्ग माना जाता है। आईएनएस जटायु के जलावतरण के बाद मिनिकाय में मौजूद जनों को संबोधित करते हुए नौसेना प्रमुख ने कहा,यूनिट का नाम महाकाव्य रामायण के उस पौराणिक प्राणी (जटायु) के नाम पर रखा गया था जिसने सीता के अपहरण को रोकने की कोशिश की थी।
#IndianNavy Commissions #INSJatayu at Minicoy, the southernmost island of Lakshadweep.
— SpokespersonNavy (@indiannavy) March 6, 2024
Another step towards Navy’s efforts to incrementally augment security infrastructure at the strategically important islands. pic.twitter.com/Bi3BkFia3K
'जटायु ने भगवान राम को दी सटीक जानकारी'
उन्होंने कहा कि मौजूदा बदलते भू-राजनीतिक घटनाक्रम के बीच निगरानी बढ़ाना बेहद जरूरी है। एक अधिकारी ने बताया कि आईएनएस जटायु की तैनाती से हमें क्षेत्र में विरोधियों की सैन्य और वाणिज्यिक गतिविधियों पर नजर रखने में मदद मिलेगी।यह भी पढ़ें: विशाखापट्टनम में भारत और मलेशिया की नौसेनाओं का समुद्री अभ्यास, कई मुद्दों पर होगी वार्तालक्षद्वीप और मिनिकाय द्वीपों पर नौसैनिक और हवाई सुविधाओं के उन्नयन से न केवल भारतीय समुद्री वाणिज्य सुरक्षित होगा, बल्कि बुनियादी ढांचे का उन्नयन भी होगा। इस कदम से केरल के पश्चिम में 400 किलोमीटर दूर स्थित द्वीप श्रृंखला में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यहां यह भी बता दें कि भारत ने पिछले दिनों ही मारीशस के अगालेगा द्वीप पर एक हवाई पट्टी और एक जेट्टी का उद्घाटन किया है।अंडमान में पूर्व में तैनात आईएनएस बाज और अब पश्चिम में आईएनएस जटायु हमारे आंख और कान के रूप में काम करेंगे।