रक्षा मंत्रालय का कहना है कि खुफिया निर्देशित मिसाइल विध्वंसक प्रोजेक्ट 15बी के दूसरे जहाज को नौसेना को सौंप दिया गया है। मझगांव डाक शिपबिर्ल्डस ने इसे तैयार किया है। प्रोजेक्ट 15बी के तहत चार जहाजों के करार को 28 जनवरी 2011 को मंजूरी दी गई थी।
By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Thu, 24 Nov 2022 10:59 PM (IST)
नई दिल्ली, प्रेट्र: रक्षा मंत्रालय का कहना है कि खुफिया निर्देशित मिसाइल विध्वंसक प्रोजेक्ट 15बी के दूसरे जहाज को नौसेना को सौंप दिया गया है। मझगांव डाक शिपबिर्ल्डस ने इसे तैयार किया है। प्रोजेक्ट 15बी के तहत चार जहाजों के करार को 28 जनवरी, 2011 को मंजूरी दी गई थी। यह युद्धपोत 163 मीटर लंबा, 17 मीटर चौड़ा और 7400 टन भार वहन कर सकता है।
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तीस नाट की गति से तैरने में सक्षम
अस्त्र-शस्त्र से लैस होकर यह जहाज अधिकतम तीस नाट की गति से तैर सकता है। घातक हथियारों से लैस यह पोत मूव और फ्लोट दोनों ही श्रेणी में आता है। अत्यधिक घातक प्रोजेक्ट में करीब 75 फीसद आयुधों में मध्यम रेंज सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (बेल, बेंगलुरु), ब्रह्मोस सतह से सतह मार करने वाली मिसाइल (एयरोस्पेस, दिल्ली), घातक तारपीडो ट्यूब लांचर (लार्सन एंड टुब्रो, मुंबई), एंटी सबमरीन इंडीजीनियस राकेट लांचर (लार्सन एंड टुब्रो, मुंबई) और 76एमएम सुपर रैपिड गन माउंट (भेल, हरिद्वार) शामिल हैं।
मझगांव डाक शिपबिर्ल्डस लिमिटेड द्वारा निर्मित जहाज
मंत्रालय ने बयान जारी करके बताया कि मझगांव डाक शिपबिर्ल्डस लिमिटेड (एमडीएल) में निर्मित खुफिया निर्देशित मिसाइल विध्वंसक प्रोजेक्ट 15बी के दूसरे जहाज वाय 12705 (मोर्मूगाओ) को गुरुवार को भारतीय नौसेना के सुपुर्द कर दिया गया है। यह प्रोजेक्ट पिछले दशक के कोलकाता क्लास (प्रोजेक्ट 15ए) का अगला स्तर है। इस परियोजना के प्रमुख जहाज आइएनएस विशाखापत्तनम को भारतीय नौसेना में पिछले साल 21 नवंबर, 2021 को ही शामिल कर लिया गया था। भारतीय नौसेना के इनहाउस संगठन ने वारशिप डिजाइन ब्यूरो के डिजाइन किए चार पोतों को देश के चार कोनों विशाखापत्तनम, मोर्मूगाओ, इंफाल और सूरत में तैनात किया गया है। मोर्मूगाओ के पोत का आधार जून, 2015 में तैयार किया गया और जहाज को 17 सितंबर, 2016 लांच किया गया।