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अयोध्‍या संपूर्ण परिचय: क्‍या आप भी रामलला के दर्शन के लिए जाने वाले हैं अयोध्‍या तो यह खबर आपके काम की है, इसे बिना पढ़े न जाएं

Ayodhya Ram Mandir darshan all details Ramlala darshan timing accomodation nearby places to visit आप भी अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करने का प्लान बना रहे हैं तो दैनिक जागरण की अयोध्‍या संपूर्ण परिचय में आपको पूरी जानकारी मिलेगी। इसमें अयोध्या पहुंचने से लेकर ठहरने रामलला के दर्शन-आरती करने से लेकर शहर और आसपास के सभी तीर्थ स्थल घूमने तक में मदद करने वाली सूचना दी गई है।

By Deepti Mishra Edited By: Deepti Mishra Updated: Sun, 28 Jan 2024 09:44 PM (IST)
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अयोध्‍या पहुंचने से लेकर ठहरने, रामलला के दर्शन-आरती करने से लेकर शहर और आसपास के सभी तीर्थस्‍थलों की जानकारी।
 डिजिटल डेस्‍क, नई दिल्‍ली। क्‍या आप राम की नगरी अयोध्‍या जाने की योजना बना रहे हैं? अगर हां, तो दैनिक जागरण की 'अयोध्‍या संपूर्ण परिचय' में आपको मिलेगी वहां की पूरी जानकारी। इस बुकलेट में आपके उपयोग की सभी सूचनाएं एकसाथ दी गई हैं। अयोध्‍या पहुंचने, ठहरने, रामलला के दर्शन-आरती करने, शहर और आसपास के सभी तीर्थस्‍थल घूमने में भी इससे आपको सहायता मिलेगी।

अयोध्या कहां हैं?

अयोध्या उत्तर प्रदेश का एक जिला है, जो सरयू नदी के तट पर बसा है। यह राज्य की राजधानी लखनऊ से करीब 130 किलोमीटर और देश की राजधानी दिल्ली से 668 किलोमीटर दूर है। अयोध्या चार जिलों बस्ती, गोंडा, सुल्तानपुर और बाराबंकी से घिरा हुआ है।

रामलला के दर्शन

राम मंदिर कब खुलता है?

सुबह-  7.00 बजे से 11.30 बजे तक

दोपहर- 2.00 से शाम 7.00 बजे तक (समय में परिवर्तन संभव)

राम मंदिर में दर्शन कैसे होंगे?

परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार से राम मंदिर की दूरी लगभग 200 मीटर है। यहां से मंदिर तक पहुंचने के लिए वृद्धजनों और दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की सुविधा उपलब्ध है। आपको सिंह द्वार होते हुए 32 सीढ़ियां चढ़कर राम मंदिर में प्रवेश मिलेगा। इसके बाद आप पांच मंडप पार करके गर्भगृह तक पहुंचेंगे, जहां 30 फीट की दूरी से आप रामलला के दर्शन कर सकेंगे।

रामलला की आरती का समय क्या है?

  • मंगला आरती- सुबह 4.30 बजे
  • शृंगार आरती- सुबह 6.30 से 7.00 बजे
  • भोग आरती- 11.30 बजे
  • मध्याह्न आरती- दोपहर 2.00 बजे
  • संध्या आरती- शाम 6.30 बजे (समय में परिवर्तन संभव)
रामलला (बालक राम) के VIP दर्शन और मंगला व शृंगार आरती के लिए श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट ने अभी किसी व्‍यवस्‍था की घोषणा नहीं की है। रामभक्‍त शृंगार, भोग और संध्या आरती में शामिल हो सकते हैं।

भगवान राम दिन में ढाई घंटे (दोपहर 12 से 2:30 बजे तक) विश्राम करेंगे। इस दौरान गर्भगृह के कपाट बंद रहेंगे।

आरती में कैसे शामिल हो सकते हैं?

ऑफलाइन पास की व्‍यवस्‍था: आरती में शामिल होने के लिए ट्रस्‍ट नियम तय कर रहा है। अभी ट्रस्‍ट की ओर से पास दिया जाता है। यह पास अभी ऑफलाइन श्रीराम जन्मभूमि कैंप ऑफिस से मिलता है। इसके लिए आईडी प्रूफ देना अनिवार्य है।

ऑनलाइन व्यवस्था: www.srjbtkshetra.org पर जाकर ऑनलाइन पास के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। हालांकि अभी यह व्यवस्था चालू नहीं हुई है। जल्‍द ऑनलाइन पास लेने की व्यवस्था भी शुरू होने की संभावना है। इसके बाद आप ऑनलाइन पास ले सकेंगे।

वीआईपी दर्शन की क्‍या व्‍यवस्‍था है?

रामलला के दर्शन के लिए वीआईपी दर्शन की कोई आधिकारिक व्यवस्था, टिकट या शुल्क नहीं है। श्रीराम जन्‍मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्‍ट अभी व्यवस्थाएं तय कर रहा है।

मंदिर में प्रसाद कहां और क्‍या मिलेगा?

राम मंदिर में भक्तों को 'इलायची दाने' का प्रसाद मिलेगा। यह चीनी और इलायची को मिलाकर बनाया जाता है। मंदिर परिसर में ही भक्तों के लिए नि:शुल्क प्रसाद की व्यवस्था है। भक्‍तों को प्रसाद बांटने के लिए मशीनें लगाई गई हैं। ये मशीनें परिसर में दर्शनार्थियों की वापसी के रास्ते पर स्थापित हैं। अभी शुल्क के साथ प्रसाद की कोई व्यवस्था नहीं है।

चढ़ावे के लिए प्रसाद ले जा सकते हैं?

भक्त भी विशेष अनुमति से शाकाहारी, शुद्ध मिठाई और मेवे आदि का भोग लगवा सकते हैं। सुरक्षा कारणों से रामलला के मंदिर में भगवान को अर्पित करने के लिए नारियल, फूल माला, शृंगार अथवा अन्‍य सामान भक्‍त नहीं ले जा सकते हैं।

मंदिर के अंदर क्‍या ले जा सकते हैं?

रामलला दर्शन के समय आप अंदर केवल रुपये और चश्‍मा जैसी कुछ जरूरी चीजें ही ले सकते हैं। बाकी सामान रखने के लिए दर्शन मार्ग पर लॉकर की सुविधा की गई है।

अयोध्‍या कैसे पहुंचें?

अयोध्या पहुंचने के लिए सड़क, वायु एवं रेल मार्ग की व्यवस्था है।

हवाई मार्ग: अयोध्या का हवाई अड्डा महर्षि वाल्‍मीकि इंटरनेशनल एयरपोर्ट अयोध्या धाम, मंदिर से 10 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके अलावा अयोध्या से नजदीकी हवाई अड्डों के नाम एवं दूरी इस प्रकार हैं:

  • गोरखपुर एयरपोर्ट ( अयोध्या से 118 किलोमीटर)
  • लखनऊ एयरपोर्ट (अयोध्या से 125 किलोमीटर)
  • प्रयागराज एयरपोर्ट (अयोध्या से 172 किलोमीटर)
  • वाराणसी एयरपोर्ट (अयोध्या से 224 किलोमीटर)

अयोध्‍या के लिए उपलब्ध विमान सेवाएं

कई एयरलाइन दिल्‍ली-मुंबई और बेंगलुरु समेत देश के कई शहरों से सीधे अयोध्‍या के लिए फ्लाइट्स का संचालन कर रही हैं। यहां देखिए...

स्‍पाइसजेट और एयर इंडिया दिल्‍ली-मुंबई समेत देश के कई शहरों से सीधे अयोध्‍या के लिए फ्लाइट्स का संचालन करेंगी। यहां देखिए फरवरी से शुरू होने वाली विमान सेवाएं...

रेल मार्ग से ऐसे पहुंचें अयोध्या

देश के बड़े शहरों से अयोध्‍या पहुंचने वाली कुछ प्रमुख ट्रेनें और उनका समय ...

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प्राण प्रतिष्‍ठा स्‍पेशल ट्रेन

रेलवे ने देश के विभिन्‍न हिस्‍सों को अयोध्‍या से जोड़ने वाली 1,000 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाईं हैं। ये ट्रेनें 19 जनवरी से 100 दिनों तक चलाने की योजना है। इन ट्रेनों के बारे में आप अपने शहरों से पता कर सकते हैं। रेलवे की दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे, कोलकाता, नागपुर, लखनऊ, जम्मू और कश्मीर सहित अन्य शहरों से भी ट्रेन चलाने की योजना है।

सड़क मार्ग

रामनगरी अयोध्या जाने के लिए लगभग सभी बड़े शहरों से सड़क मार्ग से कनेक्टिविटी है। अयोध्या धाम आप अपने वाहनों से भी जा सकते हैं और सरकारी व निजी बसों से भी। दिल्ली से अयोध्या के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की UPSRTC की बस सेवा भी उपलब्ध है।

उत्तर प्रदेश के शहरों से दूरी व यात्रा का समय

उत्तर प्रदेश के इन प्रमुख पर्यटन शहरों से भी अयोध्या के लिए टैक्सी और बसें आसानी से उपलब्ध हैं... 

अपने वाहन से अयोध्‍या जाने पर…

यदि आप अपने वाहन से अयोध्या जा रहे हैं तो मंदिर से पहले हनुमानगढ़ी और कनक भवन का मार्ग संकरा होने के कारण येलो जोन से होते हुए जाना होगा। शेष पूरे अयोध्‍या में आपको कहीं भी कोई दिक्‍कत नहीं आएगी। रामनगरी के सभी प्रवेश मार्गों पर वाहन पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। इसके अलावा, शहर में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए टैक्‍सी की व्‍यवस्‍था भी है।

अयोध्‍या में कहां रुक सकते हैं?

अयोध्‍या धाम में रामलला मंदिर के पास पांच किलोमीटर के दायरे में रुकने के लिए बहुत सारे होटल व होमस्‍टे हैं। इसके साथ ही अयोध्‍या में ठहरने-रुकने की व्यवस्था लगातार बढ़ रही है। पढ़िए राम मंदिर के आसपास ठहरने के मौजूद चुनिंदा स्‍थानों के बारे में... 

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पांच से सात किलोमीटर के दायरे में ये होटल भी हैं

अयोध्‍या धाम में पंचशील होटल, शान-ए-अवध होटल, कृष्णा होटल, तारा जी रिजॉर्ट भी है। इनका किराया एक हजार से लेकर 10 हजार तक है। यह सभी राम मंदिर से 5 से 7 किलोमीटर दूरी पर हैं।

क्‍या अयोध्‍या में शाकाहारी भोजन मिलेगा?

लगभग पूरी अयोध्या शाकाहारी है। यहां कई होटलों और रेस्‍तरां में बिना प्याज और लहसुन से बना खाना भी मिलता है। जो लोग लहसुन-प्‍याज नहीं खाते हैं, वे लोग जानकी महल और जैन धर्मशाला में भोजन कर सकते हैं, यहां बिना प्याज और लहसुन का भोजन मिलता है।

अयोध्‍या में प्रमुख दर्शनीय स्थल कौन-कौन से हैं?

अयोध्‍या में रामलला के दर्शन करने के साथ ही भगवान राम से जुड़े और भी कई स्थान हैं। इन स्थानों पर भगवान राम के चिह्न मौजूद हैं।

ये सभी तीर्थ स्‍थान राम मंदिर के आसपास ही हैं...

1- हनुमानगढ़ी- राम मंदिर से दूरी 500 मीटर

महत्व- रामलला के दर्शन करने से पहले हनुमान मंदिर के दर्शन करने की परंपरा रही है। मंदिर में जो मूर्ति है, उसमें हनुमान जी मां अंजनी की गोद में हैं।

खुलने का समय- सुबह 4.00 बजे से रात 10.00 बजे तक

2- छोटी देवकाली- राम मंदिर से दूरी एक किमी

महत्व- यह मां सीता की कुलदेवी का मंदिर है। इसकी मान्यता है कि उन्‍होंने यहां माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित की थी और वे यहां पूजा करने आती थीं।

खुलने का समय - सुबह से रात तक।

3- कनक भवन- राम मंदिर से दूरी एक किमी

महत्व- रानी कैकेयी ने राम और सीता को यह भवन उपहार में दिया था। यह उनका व्यक्तिगत महल था। साल 1885 में ओरछा रियासत की महारानी

वृषभानु कुंवरि जूदेवी ने वर्तमान भवन का निर्माण करवाया था। मंदिर के मुख्य गर्भगृह में श्रीराम और माता सीता की प्रतिमा स्थापित है।

खुलने का समय - सुबह 9.00 बजे से दोपहर 11. 30 बजे तक और शाम 4.30 से रात 9.30 तक।

4- सीता रसोई- राम मंदिर से दूरी एक किमी

महत्व - राम जन्म भूमि के उत्तर-पश्चिमी किनारे पर स्थित सीता की रसोई एक प्राचीन रसोई है। मां सीता इसका उपयोग किया करती थीं।

खुलने का समय - सुबह से रात तक।

5- सरयू तट- राम मंदिर से दूरी दो किमी

महत्व - अयोध्या में 14 प्राचीन घाट हैं। हर घाट से जुड़ी कुछ प्राचीन मान्यताएं हैं। पर्व के समय इन घाटों पर भक्त पवित्र स्नान करने जुटते हैं।

6- सरयू पर शाम की आरती

भगवान राम की नगरी अयोध्या में सरयू तट पर शाम की आरती 6 से 7 बजे के बीच में होती है।

7- नागेश्वरनाथ महादेव दर्शन 2 किमी दूर

महत्व- भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर राम की पैड़ी पर स्थित है। इसकी मान्यता है कि इसका निर्माण श्रीराम के छोटे पुत्र कुश ने करवाया था।

8- मणिराम दास छावनी- राम मंदिर से एक किमी दूर

महत्व- इस मंदिर में आमने-सामने दो हवेलियां हैं। यहां के वाल्मीकि जी भवन की दो मंजिला की दीवारों पर संपूर्ण वाल्मीकि रामायण अंकित है।

9- रामलला सदन- राम मंदिर से एक किमी दूर

महत्व- अयोध्या में यह पहला ऐसा मंदिर है, जिसे द्रविड़ शैली में बनाया गया है। यह भगवान श्रीराम के कुलदेवता भगवान विष्णु के स्वरूप भगवान रंगनाथन का मंदिर है।

10- दशरथ महल- राम मंदिर से 700 मीटर दूर

महत्व- राजा दशरथ ने यह महल बनवाया था। हालांकि बाद में इसका कई बार जीर्णोद्धार हुआ। यहां भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और भरत की मूर्तियां हैं।

11- रंग महल- राम मंदिर से एक किमी दूर

महत्व- इस मंदिर के संत खुद को सीताजी की सखी मानते हैं। मान्यता है कि विवाह के बाद इस मंदिर में माता सीता की मुंह दिखाई की रस्म हुई थी।

अयोध्‍या के पास के चार तीर्थ

स्‍थान महत्‍व अयोध्‍या से दूरी
भरत कुंड श्रीराम की चरण पादुका रखकर भरत ने 14 साल यहीं से शासन किया था। 16 किमी
गुप्तारघाट श्रीराम ने यहीं जल समाधि ली थी। वे यहीं से साकेतधाम गए थे। 10 किमी
मखभूमि श्रीराम के जन्म के लिए राजा दशरथ ने यहीं पर यज्ञ किया था। 20 किमी
सूर्यकुंड यहां भगवान सूर्य का मंदिर और कुंड है। 3 किमी

कितने दिनों में घूम सकते हैं पूरी अयोध्‍या?

अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए कम से कम पूरे एक दिन का समय रखें। अयोध्या के स्थानों को अच्‍छे से देखने के लिए कम से कम तीन दिन का प्लान बनाएं।

अयोध्‍या के प्रमुख उत्‍सव कौन-कौन से हैं?

  • रामनवमी और दीपावली दोनों पर खास उत्सव का माहौल होता है। इन दिनों यहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।
  • चैत्र, कार्तिक और सावन में यहां बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने पहुंचते हैं।
  • सावन झूला मेला (जुलाई-अगस्त) यहां देखने लायक होता है।
  • अक्टूबर-नवंबर में 14 कोसी परिक्रमा के साथ यहां कार्तिक मेला लगता है।
  • हर माह पूर्णिमा पर सरयू स्नान के दौरान यहां उत्सव का माहौल रहता है।

आपके काम की बातें...

  • मौसम और पर्व के लिहाज से अयोध्या जाने का सबसे अच्छा समय मार्च,अप्रैल, मई, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर माह हैं।
  • रामलला के मंदिर में निजी सामान (फोन, वॉलेट, चार्जर, पेन, नोटबुक) नहीं ले जा सकते हैं। परिसर में लॉकर की निशुल्क व्यवस्था की गई है।
  • राम मंदिर में दर्शन के दौरान कम से कम पांच चौकियां हैं, जहां आपको सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ सकता है।
  • रामलला के मंदिर में बुजुर्गों और दिव्यांग भक्तजनों के लिए व्हील चेयर और लिफ्ट की व्यवस्था नि:शुल्क उपलब्ध है।
  • अयोध्या में पूरे शहर के लिए ई-बसें शुरू की जा रही हैं। इसके अलावा गोल्फ कोर्ट भी उपलब्ध रहेगी, जिसका किराया प्रति व्यक्ति 50 रुपए रहेगा।
  • राम मंदिर के ठीक बाहर अमावा पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट की राम रसोई है। राम रसोई में रामलला के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को आधार कार्ड दिखाने से निशुल्क भोजन मिलता है।
  • अगर किसी को चिकित्सा सहायता की जरूरत पड़ती है तो राम मंदिर का चिकित्सा शिविर है। इसके अलावा नजदीक ही श्रीराम अस्पताल भी है।
हेल्‍प लाइन: सहायता के लिए रामजन्म भूमि थाना एसएचओ से 9454403310 पर और रामजन्म भूमि हेल्प डेस्क- 05278 292000 पर संपर्क कर सकते हैं।

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