परिवार का किला ढहा: हरियाणा के तीन 'लाल' कुनबे से 15 सदस्य लड़े चुनाव, सिर्फ चार पहुंच पाए विधानसभा
Haryana Assembly Elections 2024 Results हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने 48 सीटों पर जीत दर्ज कर हैट्रिक लगाई है। वहीं आमने-सामने की लड़ाई में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में मतदाताओं ने परिवारवाद को नकार दिया है। सियासी खानदानों के लड़ाकों को मुंह की खानी पड़ी। इस चुनाव में हरियाणा के तीन लाल के परिवार के 15 सदस्य मैदान में उतरे लेकिन...
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने प्रचंड बहुमत के साथ हैट्रिक लगाई है। लोकसभा के बाद आमने-सामने की लड़ाई में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। जहां भाजपा ने 48 सीटों जीत दर्ज की है वहीं कांग्रेस 37 तो इनेलो दो सीटों पर सिमट गईं। जजपा और आप का खाता भी नहीं खुला।
हरियाणा विधानसभा के रण में कई परिवारों के नेता भी आमने-सामने उतरे थे। चौधरी देवीलाल परिवार के सबसे ज्यादा नौ सदस्य चुनावी मैदान में थे। रानियां में अर्जुन चौटाला ने दादा रणजीत चौटाला को हराया। तोशाम में भाजपा की श्रुति चौधरी ने कांग्रेस प्रत्याशी चचेरे भाई अनिरुद्ध को मात दी। यहां जानिए हरियाणा चुनाव में परिवारवाद का क्या हुआ...
देवीलाल परिवार: 10 सदस्य लड़े, सिर्फ दो जीते
1. अभय चौटाला
पूर्व डिप्टी पीएम देवीलाल के पौत्र अभय चौटाला इस चुनाव में इनेलो के टिकट पर ऐलनाबाद विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में थे। हार गए।2. चौधरी रणजीत सिंह
पूर्व डिप्टी पीएम देवीलाल के बेटे और ओपी चौटाला के भाई चौधरी रणजीत सिंह रनियां सीट से निर्दलीय चुनाव लड़े। 7513 वोटों से हार गए।
3. अर्जुन चौटाला
पूर्व डिप्टी पीएम देवीलाल के पौत्र और अभय चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला इनेलो के टिकट पर रनियां से चुनाव लड़े। इस सीट से उन्होंने अपने दादा रणजीत सिंह को हराया।4. आदित्य चौटाला
देवीलाल के पौत्र आदित्य इनेलो की टिकट पर डबवाली विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे। आदित्य ने जजपा के टिकट से चुनावी मैदान में ताल ठोकने वाले अपने भतीजे दिग्विजय सिंह चौटाला को 20813 वोटों से हरा दिया।
5. अमित सिहाग
चौटाला कुनबे से आने वाले डॉ. केवी सिंह के बेटे अमित सिहाग भी कांग्रेस के टिकट पर डबवाली सीट से चुनावी मैदान में उतरे, लेकिन आदित्य चौटाला ने उन्हें 620 वोटों से मात दे दी।6. दुष्यंत चौटाला
पूर्व डिप्टी पीएम देवीलाल के परपोते और पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी जजपा के टिकट पर उचाना सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन वह 41 हजार से ज्यादा वोटों से हार गए। वह पांचवें स्थान पर रहे।7. सुनैना चौटाला
रवि चौटाला की पत्नी सुनैना चौटाला फतेहाबाद सीट से इनेलो के टिकट पर चुनावी जंग में उतरी थीं। सुनैना 76491 वोटों से हार गईं।8. कुणाल कर्ण सिंह
ओपी चौटाला के दोहते (नाती) कुणाल कर्णी सिंह इनेलो के टिकट पर टोहाना विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में थे, लेकिन 78749 वोटों से हार गए। इस चुनाव में सबसे ज्यादा देवीलाल चौटाला परिवार के सदस्य चुनाव में मैदान में उतरे। इनमें से सिर्फ दो - डबवाली सीट से आदित्य देवीलाल और रानियां सीट से अर्जुन चौटाला ही जीते।यह भी पढ़ें- Haryana Election Result: 'ऐसा बयान आज तक के इतिहास में नहीं सुना', चुनाव आयोग ने खरगे को लिखी चिट्ठी में ऐसा क्यों कहा?बंसीलाल परिवार: 3 सदस्य लड़े, सिर्फ श्रुति जीतीं
1. श्रुति चौधरी
पूर्व सीएम बंसीलाल परिवार से भाजपा के टिकट पर तोशाम विधानसभा सीट से श्रुति चौधरी जीती हैं। दादा सीएम रहे, मां-पापा मंत्री और अब बेटी विधायक बनी है। मां वर्तमान में भाजपा से राज्यसभा सदस्य हैं।2. अनिरुद्ध चौधरी
पूर्व सीएम बंसीलाल के पोते अनिरुद्ध चौधरी तोशाम विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े, लेकिन चचेरी बहन श्रुति से हार गए।3. सोमवीर सांगवान
पूर्व सीएम बंसीलाल के दामाद सोमवीर सांगवान को कांग्रेस पार्टी ने बाढड़ा से टिकट दिया था, लेकिन 7585 वोटों से हार गए। हार के पीछे कारण का सीट बदलना बताया जा रहा है।यह भी पढ़ें- Haryana Election 2024: कैसे कामयाब हुई बीजेपी, क्यों जीतते-जीतते हार गई कांग्रेस, यहां पढ़ें सबकुछभजनलाल परिवार: सिर्फ चंद्रमोहन जीते