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क्‍या आपके पास भी आया है गृह मंत्रालय से ई-मेल? रजिस्‍ट्रेशन या पेमेंट करने से पहले पढ़िए ये एडवाइजरी

देश में बहुत सारे लोगों के पास विदेशी अंशदान नियमन अधिनियम (एफसीआरए) के तहत केंद्रीय गृह मंत्रालय अधिकारियों के नाम पर ई-मेल आ रहे हैं। इन ई-मेल पर एफसीआरए सेवाओं के नाम पर संगठनों या गैर सरकारी संगठनों से रकम मांगी जा रही है। अगर आपका पास भी ऐसा कोई ई-मेल आया है तो सतर्क हो जाएं। यहां पढ़िए क्‍या है ई-मेल की सच्‍चाई...

By Jagran News Edited By: Deepti Mishra Updated: Wed, 28 Aug 2024 07:25 PM (IST)
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FCRA के नाम पर आ रहे ई-मेलों को लेकर गृह मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी। प्रतीकात्‍मक फोटो
एएनआई, नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विदेशी अंशदान नियमन अधिनियम (एफसीआरए) के तहत अपने अधिकारियों के नाम पर जारी किए गए फर्जी ई-मेलों व दस्तावेजों के खिलाफ जनता के लिए एडवाइजरी जारी की है।

गृह मंत्रालय यह एडवाइजरी तब जारी की है, जब मंत्रालय के अधिकारियों की ओर से एफसीआरए सेवाओं के नाम पर फर्जी ई-मेलों के जरिये संगठनों या गैर सरकारी संगठनों से रकम मांगने की शिकायतें आईं।

सावधान! ई-मेल फर्जी हो सकता है

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपनी एडवाइजरी में कहा कि FCRA के अधिकारियों के नाम का इस्तेमाल करते हुए फर्जी लोगो, आधिकारिक ई-मेलों पर फर्जी पतों से सावधान रहिए। एफसीआरए के नाम पर लोगों, संगठनों और गैर सरकारी संगठनों से निजी जानकारियां या भुगतान करने को कहने वालों को कोई जवाब नहीं देना चाहिए।

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आधिकारिक पोर्टल पर भुगतान कर प्राप्त करें सेवाएं

मंत्रालय का कहना है कि एफसीआरए, 2010 के तहत पंजीकरण, नवीकरण, कोई मंजूरी आदि के लिए किसी भी तरह का भुगतान मेल पर आए लिंक के जरिए न करें, बल्कि इन सेवाओं के लिए आप एफसीआरए के आधिकारिक पोर्टल पर जाकर भुगतान करके आप संबंधित सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं।

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