काम की खबर: बैंक फ्रॉड होने पर तुरंत उठाएं ये कदम, वापस मिल जाएगी रकम; एक्सपर्ट से जानिए स्टेप बाय स्टेप
Safe Banking Tips हम सब जमकर ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं और डिजिटल पेमेंट भी। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि आपकी एक छोटी सी लापरवाही आपको लाखों का चूना लगा सकती है लेकिन अगर आप सतर्कता बरतें तो आप बैंक जमा अपना पैसा साइबर ठगों से बचा सकती हैं। जानिए बैंक अकाउंट में जमा धनराशि को साइबर फ्रॉड से कैसे बचाएं...
जागरण डिजिटल टीम, नई दिल्ली। घर पर बात करनी हो, पैसे भेजने हों या अपनों के लिए कोई गिफ्ट या जरूरत का सामान खरीदना हो, इस सबके लिए बाजार या बैंक नहीं जाना पड़ता। घर बैठे मोबाइल से ही सारे काम हो जाते हैं। ऑनलाइन बैंकिंग, डिजिटल पेमेंट और ऑनलाइन शॉपिंग ने जिंदगी को तो आसान बना दिया, लेकिन आपके बैंक अकाउंट में रखे पैसे पर साइबर फ्रॉड का खतरा मंडराने लगा है।
एक्सपर्ट्स से जानिए, किस-किस तरह से आपके साथ साइबर ठगी हो सकती है, कैसे इससे बचा जा सकता है और अगर आपके साथ साइबर फ्रॉड हो चुका है तो क्या करें ...
कैसे-कैसे होते हैं साइबर फ्रॉड?
दिल्ली के सरोजनी नगर स्थित पीएनबी बैंक की मैनेजर कल्पना सिंह बताती हैं कि ज्यादातर साइबर फ्रॉड यूपीआई, एटीएम कार्ड क्लोनिंग और मेल फिशिंग के जरिए होते हैं।यूपीआई फ्रॉड :- दो दिन पहले ही मेरे एक कस्टमर के पास एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को डिलीवरी बॉय बताया और कहा कि मुझे आपका एड्रेस नहीं मिल रहा है। मेरे इस नंबर पर एक रुपया ट्रांसफर कर दीजिए, उससे आपकी लोकेशन मुझे पता चल जाएगी। जैसे ही कस्टमर ने एक रुपया ट्रांसफर किया, उसके अकाउंट से 95 हजार रुपये कट गए।
एटीएम कार्ड क्लोनिंग :- साइबर ठग एटीएम, क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड की क्लोनिंग के लिए स्वाइप मशीन या एटीएम मशीन में स्कीमर लगा देते हैं। जैसे ही आप कार्ड कार्ड स्वाइप करते हैं या एटीएम से पैसे निकालने के लिए कार्ड डालते हैं, आपके कार्ड की सारी डिटेल इस मशीन में कॉपी हो जाती है।
इसके बाद साइबर ठग आपके कार्ड की सारी डिटेल से कंप्यूटर या अन्य टेक्नोलॉजी के जरिए खाली कार्ड में डालकर कार्ड क्लोन तैयार कर लेते हैं। आपका डेबिट/क्रेडिट कार्ड आपकी जेब में है, लेकिन ठग उस क्लोन कार्ड से पैसे निकाल लेते हैं। इस तरीके से लोगों के साथ लाखों की ठगी हो जाती है।
ईमेल स्कैम/ फिशिंग :- आपके बैंक से मेल से मिलता-जुलता एक मेल आएगा, जिसमें सब कुछ बिल्कुल वैसा नजर आएगा, जैसा कि आपके आधिकारिक बैंक का मेल होता है। बस वेबसाइट के लिंक में जरा सा अंतर होगा। आपसे यहां आपकी निजी जानकारी मांगी जा सकती है या फिर लिंक पर क्लिक कर पेयमेंट या ऑफर चेक करने के लिए कहा जा सकता है, लेकिन जैसे ही प्रॉसेस करेंगे तो आपके अकाउंट से पैसे कट जाएंगे।
बैंक फ्रॉड होने पर क्या करें?
साइबर लॉ एक्सपर्ट पवन दुग्गल और साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट दीपक कुमार द्विवेदी के मुताबिक, साइबर क्राइम को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने साल 2022 में साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 जारी किया था।किसी भी तरह का बैंक फ्रॉड होने पर रजिस्टर्ड फोन नंबर से तुरंत हेल्पलाइन 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराएं। अगर फ्रॉड होने के एक घंटे के भीतर 1930 पर शिकायत करा देते हैं तो आपके खाते से फ्रॉड कर निकाली गई धनराशि वापस मिल जाएगी।