आर्थिक महाशक्ति बनने की राह पर भारत, अगले कुछ वर्षों में सात फीसदी की रफ्तार से बढ़ेगी अर्थव्यवस्था
2025 तक भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2027 तक भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। अकेला भारत 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था की ग्रोथ में 15 फीसदी का योगदान करेगा। भारत ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के मामले में पिछले नौ वर्षों के दौरान पांच बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को पीछे छोड़ा है जो काफी बड़ी बात है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क: भारत दुनिया की बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आइएमएफ) का अनुमान है कि 2025 तक भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2027 तक भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। अकेला भारत 2023 में वैश्विक अर्थव्यवस्था की ग्रोथ में 15 फीसदी का योगदान करेगा।
भारत में निवेश की दर 33 प्रतिशत, राजकोषीय घाटा कम होना और कुल जनसंख्या में युवाओं का बड़ा हिस्सा, ऐसी चीजें हैं जो भारतीय अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने में योगदान दे रही हैं। मौजूदा समय में भारत की अर्थव्यवस्था 3.8 ट्रिलियन डॉलर की है और अगले कुछ वर्षों तक यह सात फीसदी की दर की रफ्तार से बढ़ सकती है।
2014 के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था ने पकड़ ली तेज रफ्तार
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय अर्थव्यवस्था ने तेज रफ्तार पकड़ ली है, 2014 के बाद से अब तक भारत की अर्थव्यवस्था ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। वर्ष 2022 में भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। अब तो भरपूर संभावना व्यक्त की जा रही है कि वर्ष 2030 के पूर्व भारत अमेरिका और चीन के बाद विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
आर्थिक क्षेत्र में भारत के विकास की कहानी को केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक और वित्तीय क्षेत्र में लगातार किए जा रहे सुधारों की सफल कहानी भी कहा जा सकता है। वैश्विक स्तर पर, विशेष रूप से आर्थिक क्षेत्र में, भारत के बढ़ते महत्व के चलते विभिन्न देश और वैश्विक संस्थान भारत की आवाज को अब गंभीरता से लेने लगे हैं।
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जापान-जर्मनी-अमेरिका जैसे देशों के मुकाबले खड़ा भारत
बड़ी बात यह है कि भारत ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के मामले में पिछले नौ वर्षों के दौरान पांच बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को पीछे छोड़ा है। वैश्विक स्तर पर जहां सकल घरेलू उत्पाद तीन से 3.5 प्रतिशत के बीच बढ़ रहा है। वहीं भारत में यह सात प्रतिशत से अधिक की गति से आगे बढ़ रहा है और यह आर्थिक विकास दर आगे आने वाले लंबे समय तक बने रहने की भरपूर संभावना। आज भारत की ही आर्थिक ताकत जो जापान, जर्मनी, अमेरिका, फ्रांस, इटली, ब्रिटेन आदि जैसे देशों के मुकाबले खड़ा है।
जापान को पीछे छोड़कर विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा भारत
अनुमान है कि 2030 तक भारत जापान को पीछे छोड़कर विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। तब भारत की जीडीपी मौजूदा 2.7 ट्रिलियन (लाख करोड़) डालर से बढ़कर 8.4 ट्रिलियन डालर हो जाएगी। भारत में एक बड़े मध्यम वर्ग के कारण उपभोग वस्तुओं की मांग 2020 की तुलना में 2030 तक दोगुनी हो जाएगी। इससे बाजार का आकार भी 1.5 ट्रिलियन से बढ़कर तीन ट्रिलियन डालर तक हो जाएगा। भारत का बढ़ता उपभोक्ता बाजार निवेशकों के आकर्षण का केंद्र है।