Lok Sabha Election: अटल के नेतृत्व में फिर राजग सरकार, भाजपा ने जीतीं थी 182 सीटें; सोनिया गांधी 1998 में बनीं थी कांग्रेस की अध्यक्ष
Lok Sabha Election 1999 का आम चुनाव कारगिल युद्ध के कुछ महीने बाद ही हुआ। इस चुनाव में भाजपा ने सबसे अधिक 182 सीटें जीतीं। अटल बिहारी वाजपेयी की अगुआई में राष्ट्रीय जनतांत्रितक गठबंधन (राजग) ने सरकार बनाई। तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने अटल बिहारी वाजपेयी ने कुशलता के साथ गठबंधन सरकार चलाई और पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा किया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 1999 का आम चुनाव कारगिल युद्ध के कुछ महीने बाद ही हुआ। इस चुनाव में भाजपा ने सबसे अधिक 182 सीटें जीतीं। अटल बिहारी वाजपेयी की अगुआई में राष्ट्रीय जनतांत्रितक गठबंधन (राजग) ने सरकार बनाई। तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने अटल बिहारी वाजपेयी ने कुशलता के साथ गठबंधन सरकार चलाई और पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा किया।
किसको-कितनी सीटे
पार्टी | सीटें |
भाजपा | 182 |
कांग्रेस | 114 |
सीपीएम | 33 |
टीडीपी | 29 |
सपा | 26 |
बसपा | 14 |
कारगिल की जीत का असर
कारगिल युद्ध में पाकिस्तान की सेना की संलिप्तता सामने आई। पाकिस्तान पूरे विश्व में बेनकाब हुआ। चुनाव पर कारगिल युद्ध में विजय का असर भी पड़ा। जनता ने प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कुशल नेतृत्व में एक बार फिर से भरोसा जताया।
स्वदेशी बनाम विदेशी
लोकसभा चुनाव में भाजपा ने देश में पैदा हुए अटल बिहारी वाजपेयी (स्वदेशी) और विदेश में पैदा हुई सोनिया गांधी (विदेशी) को अपने प्रचार अभियान का हिस्सा बनाया। सोनिया गांधी 1998 में कांग्रेस की अध्यक्ष बनीं थीं।यह भी पढ़ें- पीएम मोदी आज सेमीकंडक्टर परियोजनाओं की रखेंगे आधारशिला, युवाओं से कार्यक्रम में शामिल होने का किया आग्रह
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