अग्निवीर योजना की समीक्षा के पक्ष में आई JDU, पार्टी महासचिव KC त्यागी ने दिया बड़ा बयान; तो क्या...
केंद्र में सरकार गठन से पहले जदयू ने देश के दो बड़े विषयों पर अपना रुख स्पष्ट किया है। वह सेना में भर्ती वाली अग्निवीर योजना की समीक्षा और समान नागरिक संहिता पर सभी राज्यों से बातचीत के पक्ष में है। जदयू की अपेक्षा राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित गणना कराने की भी है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि अग्निवीर योजना का काफी विरोध हुआ।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्र में सरकार गठन से पहले जदयू ने देश के दो बड़े विषयों पर अपना रुख स्पष्ट किया है। वह सेना में भर्ती वाली अग्निवीर योजना की समीक्षा और समान नागरिक संहिता पर सभी राज्यों से बातचीत के पक्ष में है। जदयू की अपेक्षा राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित गणना कराने की भी है।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि अग्निवीर योजना का काफी विरोध हुआ। लोकसभा चुनाव में भी इसका असर देखा गया है। इसलिए इसपर फिर से विचार करने की जरूरत है। त्यागी का यह बयान भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बाद आया है। राजनाथ ने भी चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा में अग्निवीर योजना को लेकर ऐसा ही बयान दिया था।
अग्निवीरों का भविष्य सुरक्षित करना सरकार का दायित्व
उन्होंने कहा था कि अग्निवीरों का भविष्य सुरक्षित करना सरकार का दायित्व है। फिर भी यदि जरूरत पड़ी तो हम इसमें बदलाव के लिए भी तैयार हैं। केसी त्यागी ने कहा कि मैं यह नहीं कह रहा कि इस योजना को खत्म कर देना चाहिए, लेकिन चुनाव के दौरान कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने अग्निवीर योजना को बड़ा मुद्दा बनाया था।'अग्निवीर योजना को कूड़े में फेंक देंगे'
कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि केंद्र में अगर उनकी सरकार बनी तो अग्निवीर योजना को कूड़े में फेंक देंगे। चुनाव के नतीजे बताते हैं कि जिन राज्यों में अग्निवीर योजना के तहत ज्यादा भर्तियां हुई हैं, उनमें कई में पहले की तुलना में भाजपा की सीटें कम आई हैं। हरियाणा में पार्टी की सीट आधी रह गई है। पंजाब और राजस्थान के परिणाम भी अच्छे नहीं रहे।