अब तक सिर्फ रेड्डी ही चुने गए निर्विरोध राष्ट्रपति
आजाद भारत के इतिहास में अब तक राष्ट्रपति के चुनाव में सिर्फ एक उम्मीदवार नीलम संजीव रेड्डी निर्विरोध चुना गया है। सन उन्नीस सौ सतहत्तर में नीलम संजीव रेड्डी निर्विरोध निर्वाचित हुए थे, जबकि केआर नारायणन को सर्वाधिक मत मिले थे जो नौ से भी अधिक मतों से चुनाव जीते थे। राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे इस प्रकार रहे।
By Edited By: Updated: Sun, 22 Jul 2012 03:38 PM (IST)
नई दिल्ली। आजाद भारत के इतिहास में अब तक राष्ट्रपति के चुनाव में सिर्फ एक उम्मीदवार नीलम संजीव रेड्डी निर्विरोध चुना गया है। सन उन्नीस सौ सतहत्तर में नीलम संजीव रेड्डी निर्विरोध निर्वाचित हुए थे, जबकि केआर नारायणन को सर्वाधिक मत मिले थे जो नौ से भी अधिक मतों से चुनाव जीते थे। राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे इस प्रकार रहे।
1952 में डा. राजेंद्र प्रसाद 13 मई को पदासीन हुए। पहले राष्ट्रपति को पाच लाख सात हजार चार सौ वोट मिले, जबकि केटी शाह को 92 हजार 827 वोट मिले। 1957 में डा. राजेंद्र प्रसाद 13 मई को दूसरी बार राष्ट्रपति बने। इन्हें 459698 वोट मिले। नागेंद्र नारायण दास व चौधरी हरी राम को क्रमश: 2000 व 2672 वोट मिले। 1960 में डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने 13 मई को पदभार ग्रहण किया। इनको 553067 वोट मिले। चौधरी हरी राम व यमुना प्रसाद त्रिशुलिया को क्रमश: 6341 और 3537 मत मिले।
1967 में डा. जाकिर हुसैन ने 13 मई को पदभार ग्रहण किया। कुल 17 उम्मीदवारों में से डा. जाकिर हुसैन को सर्वाधिक 471244 मत मिले। तीन मई 1969 को इनके आकस्मिक निधन के बाद संविधान के अनुच्छेद 65 [1] के तहत उप राष्ट्रपति वीवी गिरि को कार्यकारी राष्ट्रपति बनाया गया। इन्होंने 20 जुलाई 1969 को पद से इस्तीफा दिया। 1969 में वीवी गिरि 24 अगस्त को राष्ट्रपति बने। कुल 15 प्रत्याशियों में से गिरि को सर्वाधिक 401515 वोट जबकि डा. नीलम संजीव रेड्डी को 313548 मत मिले।
1974 में फखरूद्दीन अली अहमद ने 24 अगस्त को पदभार ग्रहण किया। उन्हें 765587 वोट जबकि त्रिदीब चौधरी को 189196 मत मिले। 1977 में नीलम संजीव रेड्डी राष्ट्रपति बने, इससे पहले 11 फरवरी को फखरूद्दीन की असामयिक मौत के बाद तत्कालीन उपराष्ट्रपति बीडी जट्टी को कार्यकारी राष्ट्रपति बनाया गया। राष्ट्रपति की मौत या इस्तीफे के बाद छह महीने के अंदर राष्ट्रपति चुनाव कराया जाता है। 37 उम्मीदवारों ने पर्चे दाखिल किए। जाच में रिटìनग अधिकारी ने रेड्डी के अलावा सभी 36 लोगों के पर्चे रद कर दिए। इस तरह रेड्डी निर्विरोध चुने गए। 1982 में ज्ञानी जैल सिंह 25 जुलाई को राष्ट्रपति बने। जैल सिंह को 754113 व एचआर खन्ना को 282685 मत मिले। 1987 में आर. वेंकटरमन 25 जुलाई को राष्ट्रपति बने। इन्हें 740148 मत मिले। 1992 में शकर दयाल शर्मा 25 जुलाई को राष्ट्रपति बने। चार प्रत्याशियों में डा. शर्मा को 675864 मत मिले। 1997 में केआर नारायणन ने 25 जुलाई को पदभार ग्रहण किया। दोनों उम्मीदवारों में से नारायणन व टीएन शेषन को क्रमश: 956290 व 50631 मत मिले। 2002 में डा. एपीजे अब्दुल कलाम 25 जुलाई को डा. कलाम राष्ट्रपति बने। कुल दो प्रत्याशियों में कलाम को 922884 वोट मिले। लेफ्ट समर्थित उम्मीदवार कैप्टन लक्ष्मी सहगल को 107366 मत मिले।मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर