NEET 2024: 'शिक्षा मंत्री ने खुद को छोड़कर बाकी सबको दोषी ठहरा दिया' राहुल गांधी और धर्मेंद्र प्रधान में तीखी बहस
नीट परीक्षा मामले में सोमवार को संसद में जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने सदन में शिक्षा मंत्री का इस्तीफा मांगा। अखिलेश यादव ने केंद्र पर निशाना साधा और कहा कि यह सरकार पेपर लीक का रिकॉर्ड बनाएगी। राहुल गांधी ने कहा कि करोड़ों लोगों का मानना है कि देश की परीक्षा प्रणाली धोखाधड़ी से भरी है। पैसे व ताकत के बल पर परीक्षा प्रभावित की जा सकती है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। एक और नीट-यूजी पेपर लीक मामले की जहां सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है, वहीं दूसरी ओर इस मामले पर सोमवार को लोकसभा में जमकर हंगामा देखने को मिला। विपक्ष ने शिक्षा मंत्री को इस मुद्दे पर न सिर्फ घेरा बल्कि सदन में ही उनके इस्तीफे की भी मांग की।
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लोकसभा में प्रश्नकाल शुरू हुआ, वैसे ही नीट परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर सवाल आया। इस दौरान विपक्ष ने पूछा कि सात साल में परीक्षाओं में 70 पेपर लीक की घटनाएं हुई है, इन्हें रोकने के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है।
पेपर लीक की एक भी घटना नहीं: शिक्षा मंत्री
विपक्ष के सवाल पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पेपर लीक की एक भी घटनाएं नहीं हुई है। इसके कोई सबूत नहीं है। इसके बाद तो हंगामा शुरू हो गया। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने नीट में लाखों छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ पर चिंता जाहिर करते हुए आरोप लगाया कि देश की समूची परीक्षा व्यवस्था धोखा बन गई है।
बच्चों के साथ न्याय नहीं होगा: अखिलेश
समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस मामले में सरकार से तीखे सवाल करते हुए कहा कि वर्तमान शिक्षा मंत्री के रहते बच्चों के साथ न्याय नहीं होगा। लोकसभा में कांग्रेस सांसद मणिक्कम टैगोर के नीट विवाद पर पूछे गए सवाल के दौरान शुरू हुआ हंगामा यही तक नहीं थमा, बल्कि राहुल गांधी और अखिलेश यादव के पूरक सवाल पर भी तीखे शब्दों के तीर चले।शिक्षा मंत्री ने सभी को दोषी ठहरा दिया: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा है कि 'शिक्षा मंत्री ने खुद को छोड़कर बाकी सबको दोषी ठहरा दिया। यह विषय सिर्फ नीट की गड़बड़ी तक नहीं बल्कि सभी परीक्षाओं की गड़बड़ी से जुड़ा है। देश में लाखों छात्र इस बात से बेहद चिंतित हैं कि क्या हो रहा है और उनका मानना है कि भारतीय परीक्षा प्रणाली धोखाधड़ी भरी है। लाखों लोग मानते हैं कि अगर आप अमीर हैं और आपके पास पैसा है, तो आप भारतीय परीक्षा प्रणाली को खरीद सकते हैं और यही भावना विपक्ष की भी है।