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JEE NEET परीक्षाओं को लेकर सरकार पूरी तरह तैयार, शिक्षा मंत्री बोले- परीक्षाएं टली, तो छात्रों का साल खराब

परीक्षाओं को लेकर यह सरकार का यह उत्साह इसलिए भी बढ़ा हुआ है क्योंकि जेईई मेंस के लिए करीब 90 फीसद छात्रों ने अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिए है

By Tilak RajEdited By: Updated: Fri, 28 Aug 2020 06:09 AM (IST)
JEE NEET परीक्षाओं को लेकर सरकार पूरी तरह तैयार, शिक्षा मंत्री बोले- परीक्षाएं टली, तो छात्रों का साल खराब
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। जेईई मेंस और नीट की परीक्षाओं को लेकर एक तरफ जहां राजनीति गर्म है, वहीं सरकार भी इसे लेकर अब सख्त हो गई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि जो लोग परीक्षाएं टालने की बात कह रहे है, वह शायद यह नहीं समझ नहीं रहे हैं, कि यदि परीक्षाएं अब टली, तो छात्रों को एक पूरा साल बर्बाद हो जाएगा। छात्र ऐसा बिल्कुल भी नहीं चाहेंगे। परीक्षाओं को अब टालने का कोई सवाल नहीं है। परीक्षाएं समय पर ही होगी।

इसी बीच परीक्षाओं की तैयारी को लेकर शिक्षा मंत्रालय और एनटीए ने अलग-अलग स्तर पर समीक्षा भी की है। शिक्षा सचिव ने इसे लेकर सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को एक चिट्ठी भी लिखी है, जिसमें परीक्षाओं को लेकर अतिरिक्त सहयोग मुहैया कराने को कहा है। वैसे भी कुछेक राज्यों के विरोध को देखते हुए मंत्रालय इसे लेकर ज्यादा ही सतर्क है। यही वजह है कि उच्च स्तर पर अब इसे लेकर संपर्क किया गया है।

हालांकि, इन परीक्षाओं को लेकर इससे पहले कभी भी राज्यों से मदद की ऐसी जरूरत नहीं पड़ती थी, क्योंकि इन परीक्षाओं को लेकर एनटीए का अपना एक सेटअप है। जो परीक्षाओं के आयोजन का जिम्मा संभालता है।वहीं इस सब के बीच परीक्षाओं को लेकर हो रही राजनीति भी थम नहीं रही है। राहुल गांधी, ममता बनर्जी, उद्धव ठाकरे के बाद गुरुवार को इसे लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मुखर दिखे। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 'कोरोना और बाढ़ के चलते जब बस और ट्रेन सेवाएं बाधित है, तो बच्चे कैसे आएंगे। साथ ही संक्रमण का खतरा भी है। जान के बदले एग्जाम नहीं चलेगा।'

इससे पहले कांग्रेस शासित राज्य भी परीक्षाओं रद कराने की मांग कर चुके है। वहीं भाजपा महासचिव भूपेंद्र यादव ने इसे लेकर कांग्रेस को कड़ा जवाब दिया और कहा कि 'कांग्रेस चाहती है कि छात्रों का एक साल बर्बाद हो, इसलिए वह परीक्षाओं को लेकर राजनीति करने का मौका नहीं छोड रही है। जबकि 85 फीसद से ज्यादा छात्र उनके रूख से सहमत नहीं है। वह अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड कर चुके है। मोदी सरकार छात्रों के भविष्य को कांग्रेस की वजह से बर्बाद नहीं होने देगी।'

परीक्षाओं को लेकर यह सरकार का यह उत्साह इसलिए भी बढ़ा हुआ है, क्योंकि जेईई मेंस के लिए करीब 90 फीसद छात्रों ने अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड कर लिए है, जबकि अभी भी परीक्षाओं को चार दिन का समय बाकी है। वहीं एनटीए ने परीक्षा के अंतिम समय तक छात्रों के लिए प्रवेश पत्र को डाउन लोड करने का विकल्प खुला रखा है। एनटीए के मुताबिक, जेईई मेंस के लिए कुल 8.58 लाख छात्रों ने आवेदन किया है, जिसमें से 7.49 लाख छात्रों ने अपने प्रवेश पत्र डाउन लोड कर लिया है। वहीं, नीट में कुल 15.97 लाख छात्रों ने आवेदन किया है, जिसमें से अब तक करीब 12 लाख छात्रों ने प्रवेश पत्र डाउन लोड कर चुके है, जबकि अभी प्रवेश पत्र को जारी किए दो दिन ही हुए है।

बता दें कि जेईई मेंस की परीक्षा एक से छह सितंबर को है, जबकि नीट की परीक्षा 13 सितंबर को होनी है। इसके साथ ही जिस तरह से परीक्षाओं के समर्थन में देश भर के शिक्षाविद सामने आए है, उससे भी मंत्रालय का हौसला बढ़ा हुआ है। इन शिक्षाविदों में विश्वविद्यालयों के कुलपति और आइआइटी जैसे उच्च शिक्षण संस्थानों के डायरेक्टर और प्रोफेसर शामिल है। शिक्षाविदों ने पीएम मोदी को पत्र लिख कर कहा है कि परीक्षाएं जरूरी है। इन्हें टालना ठीक नहीं है। इससे छात्रों का एक साल खराब हो जाएगा। वैसे भी शैक्षणिक सत्र काफी लेट हो चुका है।