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NEET UG 2024: सिर्फ बिहार-झारखंड में पेपर लीक, CBI ने सुप्रीम कोर्ट को सौंपी रिपोर्ट; जांच के घेरे में NTA

NEET UG CBI Investigation नीट यूजी परीक्षा में गड़बड़ियों को लेकर सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी है। एजेंसी ने जांच की गोपनियता बनाए रखने के लिए रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में कोर्ट को दी है। जानकारी के अनुसार रिपोर्ट में सीबीआई ने पेपर लीक की बात मानी है लेकिन इसे कुछ ही राज्यों तक सीमित बताया है। जानिए क्या कहती है सीबीआई की विस्तृत रिपोर्ट।

By Niloo Ranjan Edited By: Sachin Pandey Updated: Thu, 11 Jul 2024 08:03 PM (IST)
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CBI ने रिपोर्ट में अभी तक दर्ज केस और उनकी जांच में हुई प्रगति का विवरण दिया है।
नीलू रंजन, नई दिल्ली। नीट परीक्षा में हुई अनियमितताओं पर सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में सीलबंद लिफाफे में अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इस अति गोपनीय रिपोर्ट में सीबीआई ने अभी तक दर्ज सात केस और उनकी जांच में हुई प्रगति का विस्तृत विवरण दिया है।

इन मामलों की जांच के नाजुक मोड़ पर होने का हवाला देते हुए सीबीआई रिपोर्ट के बारे में विस्तृत जानकारी देने से बच रही है, लेकिन सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में नीट पेपर लीक को सिर्फ बिहार-झारखंड तक सीमित बताया है। महाराष्ट्र के लातूर, गुजरात के गोधरा और राजस्थान में कुल तीन स्थानों पर अलग-अलग तरह से गड़बड़ी के सुबूत मिले हैं, लेकिन इन जगहों पर पेपर लीक नहीं हुआ था।

बड़े पैमाने पर लीक के सबूत नहीं

सीबीआई के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार सुप्रीम कोर्ट को सौंपी रिपोर्ट में बताया गया है कि जांच के दौरान अभी तक नीट परीक्षा के बड़े पैमाने पर पेपर लीक होने के सबूत नहीं मिले हैं। इसके अनुसार झारखंड के हजारीबाग से लीक हुआ पेपर सीमित बच्चों तक पहुंचा है और उनकी पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही हजारीबाग में पेपर लीक करने वाले और पटना तक पहुंचाने वाले गिरोह की पहचान कर ली गई है और इसकी कडि़यों को जोड़ा जा रहा है।

पूरी साजिश में शामिल कुछ अन्य लोगों की पहचान की गई है, उनकी गिरफ्तारी की कोशिश भी जारी है। सूत्रों के अनुसार सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में सातों केस की जांच की प्रगति और परीक्षा की शुचिता पर उसके असर के बारे में जानकारी दी है। रिपोर्ट के अनुसार बिहार-झारखंड में जहां पेपर लीक कर परीक्षा के एक दिन पहले छात्रों को उत्तर रटाया गया था, वहीं गोधरा में परीक्षा देने वाले छात्रों को सिर्फ सही उत्तर लिखने और बाकी को खाली छोड़ने को कहा गया था, ताकि बाद में सही उत्तर भरा जा सके।

आरोपियों पर की जा रही कार्रवाई

इस गिरोह के सदस्यों और इसका लाभ लेने वाले छात्रों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। वहीं राजस्थान में तीन स्थानों पर असली छात्र की जगह किसी दूसरे के परीक्षा में बैठने का मामला सामने आया है और उनके खिलाफ तीन अलग-अलग केस दर्ज किये गए हैं। सबसे रोचक मामला लातूर का है। यहां छात्रों को सफलता की गारंटी दी गई, लेकिन उन्हें परीक्षा में सवालों का जवाब खुद देने को कहा गया।

इसके अलावा सीबीआई ने दिल्ली में नीट परीक्षा में धांधली को लेकर मास्टर एफआईआर दर्ज की है, जिसमें परीक्षा के लिए देश के विभिन्न भागों में परीक्षा केंद्र बनाने और उसमें गलत तरीके से कुछ लोगों को लाभ पहुंचाने के आरोपों की जांच की जा रही है। गोधरा के सेंटर में गुजरात के बाहर से कई छात्रों के परीक्षा में शामिल होने के सबूत मिले हैं।

सवालों के घेरे में एनटीए के कई अधिकारी

मास्टर एफआईआर में एनटीए के अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है, इनमें कुछ अधिकारियों के खिलाफ सबूत भी मिले हैं, जिनपर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। सीबीआई अभी तक सातों एफआईआर में कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।