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NEET-UG Paper Leak: नीट-यूजी पेपर गड़बड़ी के पांच और मामलों की जांच करेगी CBI, इन राज्यों में दर्ज की गई FIR

शिक्षा मंत्रालय ने पेपर लीक के दावों की जांच के लिए छात्रों द्वारा देशव्यापी विरोध प्रदर्शन और अदालतों में याचिकाएं दायर किए जाने के बाद जांच शनिवार को सीबीआई को सौंप दी थी। मंत्रालय की शिकायत पर सीबीआई ने रविवार को आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत पहली एफआइआर दर्ज की थी। मामले की जांच के लिए सीबीआई ने विशेष टीमें गठित की हैं।

By Jagran News Edited By: Siddharth Chaurasiya Published: Mon, 24 Jun 2024 10:30 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jun 2024 10:30 PM (IST)
शिक्षा मंत्रालय ने नीट-यूजी पेपर लीक के दावों की जांच शनिवार को सीबीआई को सौंप दी थी।

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। NEET-UG Paper Leak: सीबीआई ने मेडिकल कोर्सों में प्रवेश के लिए आयोजित नीट-यूजी पेपर लीक की जांच का जिम्मा मिलने के बाद सोमवार को इस संबंध में पांच और नए मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली। नीट में कथित गड़बड़ी के इन मामलों की जांच अलग-अलग गुजरात, राजस्थान और बिहार की पुलिस कर रही थीं।

शिक्षा मंत्रालय ने पेपर लीक के दावों की जांच के लिए छात्रों द्वारा देशव्यापी विरोध प्रदर्शन और अदालतों में याचिकाएं दायर किए जाने के बाद जांच शनिवार को सीबीआई को सौंप दी थी। मंत्रालय की शिकायत पर सीबीआई ने रविवार को आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत पहली एफआइआर दर्ज की थी। मामले की जांच के लिए सीबीआई ने विशेष टीमें गठित की हैं।

सीबीआई के पास अब कुल छह मामले

अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने गुजरात और बिहार से एक-एक और राजस्थान से तीन मामलों को अपनी एफआइआर के तौर पर फिर से दर्ज किया है। इन नए मामलों को अपने हाथ में लेने के बाद सीबीआई अब नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं से संबंधित कुल छह मामलों की जांच कर रही है।

इसके अलावा, महाराष्ट्र के लातूर से भी एक और मामला सीबीआई के अपने हाथ लें लेने की संभावना है। अधिकारियों ने बताया कि बिहार के मामले को छोड़कर अन्य चार केस स्थानीय अधिकारियों, निरीक्षकों और उम्मीदवारों द्वारा नकल और धोखाधड़ी की अलग-अलग घटनाएं प्रतीत होती हैं। इस बीच, सोमवार को सीबीआई की दो सदस्यीय जांच टीम पटना में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के कार्यालय पहुंची और ईओयू द्वारा 39 दिनों की एवं पटना पुलिस की 11 दिनों की जांच रिपोर्ट अपने कब्जे में ली।

मामले में 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया

लगभग 300 पेज की जांच रिपोर्ट में नीट-यूजी पेपर लीक मामले से जुड़े आरोपितों के साथ ही पेपर लीक के तरीके, पैसे के लेनदेन, आरोपितों के पुराने रिकॉर्ड व आपराधिक इतिहास का पूरा ब्योरा दर्ज है। रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद सीबीआई आगे की जांच में जुटेगी। नीट-यूजी पेपर मामले में ईओयू ने अपनी जांच के आधार पर अब तक आधिकारिक तौर पर 18 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें 13 को पटना से जबकि पांच को देवघर से गिरफ्तार किया गया है।

बता दें कि देशभर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए)की ओर से पांच मई को यह परीक्षा देशभर में 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और इसमें लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था। सीबीआई नीट-यूजी पेपर लीक में साजिश, धोखाधड़ी, उम्मीदवारों, संस्थानों और बिचौलियों द्वारा सबूतों को नष्ट करना, अनियमितताओं का पता लगाने के साथ ही एनटीए से जुड़े लोगों की भूमिका की भी जांच करेगी।

गुजरात के गोधरा पहुंची सीबीआई टीम

नीट में कथित अनियमितताओं की जांच के लिए सीबीआई टीम सोमवार को गुजरात के पंचमहल जिले में स्थित गोधरा शहर पहुंची। गोधरा पुलिस ने 27 उम्मीदवारों से 10-10 लाख रुपये लेकर नीट-यूजी उत्तीर्ण कराने में उनकी मदद करने के आरोप में आठ मई को आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और आपराधिक विश्वासघात सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया था।

पंचमहल के पुलिस अधीक्षक हिमांशु सोलंकी ने कहा कि मामले की जांच के लिए हम उन्हें हरसंभव सहयोग देंगे। गुजरात पुलिस ने नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं के मामले में अब तक गोधरा के एक स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षक सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।


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