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NEET परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए बड़ी खबर, फिर से एग्जाम होने पर किया जा रहा विचार? कब होगा फैसला

नीट परीक्षा से बिगड़ रही साख को बचाने शिक्षा मंत्रालय सभी विकल्पों पर विचार कर रहा है। फिलहाल जो जानकारी सामने आयी है उसके अनुसार मंत्रालय ने छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए उन सभी विकल्पों पर गौर करने को कहा है कि जिसमें फिर से परीक्षा कराने जैसे विकल्प भी शामिल है। हालांकि अभी इस पर किसी तरह का कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

By Jagran News Edited By: Nidhi Avinash Updated: Tue, 18 Jun 2024 11:45 PM (IST)
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NEET परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए बड़ी खबर (Image: ANI)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। मेडिकल में दाखिले से जुड़ी परीक्षा नीट-यूजी में गड़बड़ियो के लग रहे नए-नए आरोपों और सुप्रीम कोर्ट की मंगलवार को आई तल्ख टिप्पणी के बाद शिक्षा मंत्रालय पूरी तरह से हरकत में दिखा। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने खुद इस मुद्दे पर आला अधिकारियों के साथ लंबी बैठक की। जिसमें नीट से जुड़े विवाद के सभी पहलुओं पर गंभीरता से चर्चा हुई है।

फिलहाल जो जानकारी सामने आयी है उसके अनुसार मंत्रालय ने छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए उन सभी विकल्पों पर गौर करने को कहा है कि जिसमें फिर से परीक्षा कराने जैसे विकल्प भी शामिल है। हालांकि, अभी इस पर किसी तरह का कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

NTA के रवैये से नाराज केंद्रीय मंत्री प्रधान

मंत्रालय से जुड़े सूत्रों की मानें तो केंद्रीय मंत्री प्रधान इस दौरान नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के रवैए को लेकर भारी नाराज है। उनका मानना था कि एनटीए को परीक्षा को लेकर जिस तरह से पारदर्शिता रखना चाहिए था और गड़बडि़यों के सामने आने पर आगे बढ़कर काम करना था जो उनसे नहीं किया।

एनटीए के आला अधिकारियों पर गाज गिरना तय

माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट में आठ जुलाई को नीट मामले की प्रस्तावित सुनवाई के बाद इस मामले में एनटीए के आला अधिकारियों पर गाज गिरना तय है। जिसमें एनटीए डीजी पर भी इस मामले में बड़ी कार्रवाई हो सकती है। शिक्षा मंत्री प्रधान लगातार एनटीए को लेकर सख्त रुख अपनाए हुए और कह रहे हैं कि यदि इनमें एनटीए की गड़बड़ी मिली तो उसे भी जवाबदेह बनाएंगे और जो भी इसमें शामिल होगा, उसे छोड़ेंगे नहीं।

परीक्षा केंद्रों के छात्रों की फिर से परीक्षा कराना जाए

मंत्रालय से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक नीट-यूजी परीक्षा में शामिल छात्रों की ओर से धांधली को लेकर उठाए जा रहे सवालों और छात्रों के हितों को देखते हुए जिन विकल्पों को लेकर मंथन शुरू किया जा रहा है, उनमें पूरी परीक्षा को फिर से कराने के साथ ग्रेस मा‌र्क्स पाए 1563 छात्रों की तरह ऐसे उन छात्रों को भी फिर से परीक्षा का विकल्प देना,जिन्हें परीक्षा को किसी तरह संदेह है। इसके साथ जिन और विकल्पों पर मंथन किया गया, उनमें उन सभी परीक्षा केंद्रों के छात्रों की फिर से परीक्षा कराना जाए, जहां गड़बड़ियां मिली है।

कौन-सा विकल्प छात्रों के ज्यादा हित में रहेगा?

सूत्रों की मानें तो मंत्रालय ने इस सभी विकल्पों को लेकर अधिकारियों से फीडबैक ली है कि कौन-सा विकल्प छात्रों के ज्यादा हित में रहेगा। हालांकि अभी किसी तरह का अंतिम फैसला नहीं लिया गया है। लेकिन जो संकेत दिए जा रहे है, उसके तहत इन पर जल्द ही कोई निर्णय लिया जा सकता है। मंत्रालय का मानना है कि इस मुद्दे के ज्यादा लंबा खिंचने से उसकी साख खराब हो रही है।

गौरतलब है कि एनटीए ने हाल ही में ग्रेस मा‌र्क्स वापस लेने के बाद ग्रेस मा‌र्क्स पाए सभी 1563 छात्रों को फिर से परीक्षा का विकल्प दिया है। जो 23 जून को प्रस्तावित है, जबकि रिजल्ट 30 जून को आएगा। हालांकि जिस तरह से परीक्षा में शामिल बाकी छात्रों के विकल्प पर फिर से चर्चा हुई है, उससे इस परीक्षा को लेकर संदेह के बादल उठने लगे है।

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