देश में HIV को लेकर अच्छी खबर, 2010 के बाद नए मामलों में आई 44 फीसदी की गिरावट
देश में एचआईवी के नए मामलों में कमी दर्ज की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि साल 2010 के बाद भारत में एचआईवी के मामलों में 44 फीसदी की कमी आई है। उन्होंने बताया कि भारत ने नए वार्षिक एचआईवी संक्रमण में वैश्विक कमी दर को पीछे छोड़ दिया है। अनुप्रिया पटेल ने संयुक्त राष्ट्र में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ऐसा कहा।
पीटीआई, नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि भारत में वर्ष 2010 के बाद से नए वार्षिक एचआईवी संक्रमण में 44 प्रतिशत तक की कमी आई है। भारत ने नए वार्षिक एचआईवी संक्रमण में वैश्विक कमी दर को पीछे छोड़ दिया है, क्योंकि वैश्विक स्तर पर इसमें महज 39 प्रतिशत की ही कमी हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने संयुक्त राष्ट्र में एक उच्च स्तरीय कार्यक्रम में भाषण के दौरान यह जानकारी दी। इसका विषय ''पुनरुत्थान बहुपक्षवाद: एड्स को एक साथ समाप्त करने के लिए पुन: प्रतिबद्धता'' था, जिसे यूएनएड्स, ग्लोबल फंड और पीईपीएफएआर द्वारा आयोजित किया गया।
अनुप्रिया पटेल की यह घोषणा एचआईवी/एड्स महामारी को रोकने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, जो देश के भीतर सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयासों में एक आशाजनक प्रवृत्ति को दर्शाती है। पटेल ने 2030 तक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा बन चुके एचआईवी/एड्स को खत्म करने के संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य के प्रति भारत की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
उन्होंने नवीनतम 'भारत एचआईवी अनुमान 2023' रिपोर्ट का हवाला देते हुए इस दिशा में भारत द्वारा की गई महत्वपूर्ण प्रगति को रेखांकित किया। रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत में वर्तमान में 25 लाख से अधिक लोग एचआईवी से पीड़ित हैं। हालांकि, ठोस प्रयासों के माध्यम से वयस्कों में एचआईवी का प्रसार 0.2 प्रतिशत पर बना हुआ है और अनुमानित वार्षिक नए एचआईवी संक्रमण लगभग 66,400 हैं। यह एचआईवी/एड्स चुनौती के लिए एक मजबूत राष्ट्रीय प्रतिक्रिया को दर्शाता है।''