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खुशखबरी: एक लाख अतिरिक्त यात्रियों के लिए नए कोच लगभग तैयार, नवंबर के अंत तक ट्रेनों में हो जाएंगे फिट

इसी महीने के अंत तक रेलवे एक हजार नए कोच को अलग-अलग ट्रेनों में लगा देगा। तैयार हो रहे डब्बों को देश के अलग अलग हिस्सों से चलने वाली 370 ट्रेनों में लगाया जाएगा। रेलवे की तैयारी अगले दो साल में 10 हजार नए नॉन एसी कोच देश भर की विभिन्न रूट पर चलने वाली ट्रेनों में लगाने की है। इससे लगभग आठ लाख रेल यात्री प्रतिदिन यात्रा कर सकेंगे।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Wed, 20 Nov 2024 06:00 AM (IST)
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नवंबर तक एक हजार कोच लगाने का काम पूरा हो जाएगा (फोटो- फाइल फोटो)
 जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दीपावली और छठ के दौरान विभिन्न शहरों से घर जाने-आने वालों की सुविधा के लिए रेलवे ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। ज्यादा दबाव वाली रूट पर चलने वाली 370 ट्रेनों में नए कोच लगाए जा रहे हैं। नवंबर तक एक हजार कोच लगाने का काम पूरा हो जाएगा। इनमें एक लाख से ज्यादा लोग प्रतिदिन यात्रा कर सकते हैं।

ट्रेन यात्रियों की दिक्कतें होंगी कम

त्योहारी मौसम में अभी कुछ दिन पहले अलग-अलग शहरों से घर लौटने वाले लोगों की संख्या बढ़ जाने के कारण ट्रेन यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। रेलवे की तरफ से यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रबंध किए गए थे, लेकिन बिहार और उत्तर प्रदेश जाने वाली ट्रेनों के सामान्य दर्जे के कोच कम पड़ रहे थे।

लगभग आठ लाख रेल यात्री प्रतिदिन यात्रा कर सकेंगे

इसी को देखते हुए रेलवे ने होली की तैयारी अभी से करनी शुरू कर दी है। इसी महीने के अंत तक रेलवे एक हजार नए कोच को अलग-अलग ट्रेनों में लगा देगा। तैयार हो रहे डब्बों को देश के अलग अलग हिस्सों से चलने वाली 370 ट्रेनों में लगाया जाएगा। रेलवे की तैयारी अगले दो साल में 10 हजार नए नॉन एसी कोच देश भर की विभिन्न रूट पर चलने वाली ट्रेनों में लगाने की है। इससे लगभग आठ लाख रेल यात्री प्रतिदिन यात्रा कर सकेंगे।

नवंबर के बाद लगभग 650 नियमित ट्रेनों में जुड़ेंगे एक हजार से ज्यादा कोच

रेलवे ने बीते तीन माह में ही विभिन्न ट्रेनों में सामान्य श्रेणी (जीएस) के लगभग 600 नए अतिरिक्त कोच जोड़े हैं। ये सभी कोच नियमित ट्रेनों में जोड़े गए हैं। नवंबर माह में जीएस श्रेणी के एक हजार से ज्यादा कोच लगभग 650 नियमित ट्रेनों में जोड़े जाएंगे।

रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सूचना व प्रचार) दिलीप कुमार ने बताया कि सामान्य श्रेणी के यात्री रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल हैं। इस श्रेणी के यात्रियों को अधिकतम सुविधा मुहैया कराने की दिशा में रेलवे विभिन्न दिशाओं में कार्य कर रहा है। इसके तहत जुलाई से अक्टूबर के तीन माह के दौरान जीएस श्रेणी के कुल 583 नए कोचों का निर्माण किया गया।

कोचों को 229 नियमित ट्रेनों में जोड़ा गया

साथ ही इन नवनिर्मित कोचों को 229 नियमित ट्रेनों में जोड़ा गया है। इससे रोजाना हजारों अतिरिक्त यात्रियों को लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि इस नवंबर माह तक जीएस श्रेणी के कुल एक हजार से ज्यादा नए कोच तैयार होकर रेलवे के बेड़े में जुड़ जाएंगे। इन्हें 647 नियमित ट्रेनों में जोड़ा जाएगा। इन डिब्बों के शामिल होने से रोजाना करीब एक लाख अतिरिक्त यात्री रेल यात्रा के सफर का लाभ उठा पाएंगे।

नए जीएस कोचों का निर्माण तेजी से चल रहा

कार्यकारी निदेशक ने बताया कि सामान्य श्रेणी के यात्रियों की सुविधाओं के मद्देनजर नए जीएस कोचों का निर्माण तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगले दो वर्षों में रेलवे के बेड़े में ऐसे गैर-वातानुकूलित सामान्य श्रेणी के दस हजार से ज्यादा जीएस कोचों को शामिल कर लिया जाएगा। इनमें छह हजार से ज्यादा जीएस कोच होंगे, जबकि बाकी डिब्बे स्लीपर श्रेणी के होंगे।

इतनी बड़ी संख्या में नान एसी कोचों के शामिल होने से सामान्य श्रेणी के करीब आठ लाख अतिरिक्त यात्री रोजाना रेल यात्रा का सफर कर पाएंगे। जीएस श्रेणी के ये नवनिर्मित तमाम कोच एलएचबी के होंगे। हादसे की स्थिति में इन कोचों में नुकसान भी कम से कम होगा।